नूंह: देश में सोमवार को मुसलमानों का सबसे बड़ा त्यौहार ईद उल फितर मनाया जाएगा. इस बार मीठी ईद कोरोना की वजह से फीकी हो गई है. ईद की नमाज जमात के साथ यानी ग्रुप में पढ़ी जाती है. लेकिन इस बार कोरोना संकट को देखते हुए सभी धार्मिक स्थल बंद हैं, इसलिए मस्जिद में नमाज अदा करने की इजाजत नहीं है.
ईदगाह में नहीं होगी नमाज
ईद की नमाज ईदगाह में पढ़ी जाती है. ईद पर मुसलमान नए कपड़े पहनकर, सेंट, परफ्यूम छिड़ककर बड़े खुशी-खुशी ईदगाह की तरफ आते हैं. ईदगाह में जब एक साथ हजारों-लाखों मुसलमान नमाज पढ़ते हैं तो नजारा देखने लायक होता है, लेकिन कोरोना वायरस की वजह से इस बार ये नजारा देखने को नहीं मिलेगा.
कोरोना से फीकी हुई ईद
लॉकडाउन के चलते बाजारों से रौनक पूरी तरह से गायब है. कोरोना के चलते लोग आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं. दूसरा भीड़भाड़ में जाने से बीमारी फैलने का खतरा भी लगातार बना हुआ है. इस बार लोग भी पहले की तरह खरीददारी के लिए कम ही घरों से बाहर निकल रहे हैं. बल्कि खरीददारी की बजाय गरीबों की मदद दिल खोलकर करने में लगे हुए हैं.
सोशल मीडिया पर ईद का 'नो शॉपिंग कैंपेन'
बाजारों में ईद की शॉपिंग के लिए हजारों लोग निकलते हैं. लेकिन इस बार बाजारों से भीड़ गायब है. इसकी एक वजह सोशल मीडिया पर ईद का नो शॉपिंग का कैंपेन भी है. सोशल मीडिया पर इन दिनों नो शॉपिंग कैंपेन चल रहा है. इस कैंपेन के तहत लोग ईद पर शॉपिंग करने की जगह जरूरतमंदों की मदद कर रहे हैं. नूंह जिले के लोग लगातार गरीबों, यतीम और बेसहारा लोगों की मदद कर रहे हैं. प्रवासी मजदूरों को राशन और पका हुआ खाना बांटा जा रहा है.
कैसे पढ़ी जाएगी ईद की नमाज?
लोग घरों में ईद की नमाज पढ़ेंगे. ऐसे कई लोग हैं. जिन्हें ईद की नमाज का तरीका नहीं पता है. मुफ्ती जाहिद हुसैन ने ईद की नमाज का तरीका बताया है. जो लोग ईद उल फितर की नमाज बिना इमाम अकेले अदा करेंगे. उनको नियत बांधते समय नमाज ईद उल फितर 2 रकात नमाज वाजिब जायज 6 तकबीरों के साथ नियत बांधनी है.
ईद की नमाज, नियत का तरीका
उन्होंने कहा कि पहली तकबीर में तीन बार हाथ कानों तक उठाकर वापस छोड़ दिए जाएंगे और फिर रकात बांधने के बाद रुकू सजदा में जाया जाएगा. दूसरी रकात हाथ में फिर हाथ बांधकर सूरत पढ़ी जाएगी और उसके बाद तीन बार हाथ कानों तक उठाकर छोड़ दिए जाएंगे और तीसरी बार सीधा रुकू में जाना है. उसके बाद आयत कुर्सी पढ़ने के बाद सलाम करना है.
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