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नूंह: फिरोजपुर झिरका में कॉलेज निर्माण की जगह को लेकर गरमाया विवाद

नूंह जिले के फिरोजपुर झिरका में बनने वाला कॉलेज विवादों में घिर गया है. कॉलेज निर्माण को लेकर वन विभाग और नगर पालिका आमने सामने हो गए हैं.

विवादों में कॉलेज की जमीन
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Published : Aug 4, 2019, 10:40 PM IST

नूंह: जिले के फिरोजपुर झिरका में बनने वाले डिग्री कालेज का विवाद लगातार गरमाता जा रहा है. वन विभाग और नगर पालिका फिरोजपुर झिरका में कॉलेज की जमीन को लेकर आमने-सामने हो गए हैं. मामला सरकार के दरबार से लेकर एनजीटी तक पहुंच चुका है.

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विवाद में फसी कॉलेज की जमीन
वन विभाग ने जमीन में पेड़ होने का हवाला देकर मामले का रुख बदलने की कोशिश की है वहीं नगरपालिका इस पर कोई जवाब नहीं दे पा रही है. अरावली पर्वत की तलहटी से सटे करीब 12 एकड़ के मैदान में पुराने पेड़ न होने तथा कालेज बनने की खबर के बाद वन विभाग ने अड़ंगा डालने की कोशिश की है.

निराश फिरोजपुर झिरका के लोग
फिरोजपुर झिरका के लोगों में निर्माण में हो रही देरी से बेहद निराशा है. जिला प्रशासन ने भूमि विवाद का हल निकालने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग 248-ए पर स्थित रंगाला गांव की करीब दस एकड़ भूमि का प्रपोजल तैयार किया है.

पीएम मोदी ने किया था उद्घाटन
खास बात इस कॉलेज में यह है कि कुछ महीने पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इस कालेज का शिलान्यास किया था. उस समय इलाके के लोगों मे बेहद खुशी थी, लेकिन निर्माण की जगह में विवाद पैदा होने से लोग हैरान हैं.

नूंह: जिले के फिरोजपुर झिरका में बनने वाले डिग्री कालेज का विवाद लगातार गरमाता जा रहा है. वन विभाग और नगर पालिका फिरोजपुर झिरका में कॉलेज की जमीन को लेकर आमने-सामने हो गए हैं. मामला सरकार के दरबार से लेकर एनजीटी तक पहुंच चुका है.

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विवाद में फसी कॉलेज की जमीन
वन विभाग ने जमीन में पेड़ होने का हवाला देकर मामले का रुख बदलने की कोशिश की है वहीं नगरपालिका इस पर कोई जवाब नहीं दे पा रही है. अरावली पर्वत की तलहटी से सटे करीब 12 एकड़ के मैदान में पुराने पेड़ न होने तथा कालेज बनने की खबर के बाद वन विभाग ने अड़ंगा डालने की कोशिश की है.

निराश फिरोजपुर झिरका के लोग
फिरोजपुर झिरका के लोगों में निर्माण में हो रही देरी से बेहद निराशा है. जिला प्रशासन ने भूमि विवाद का हल निकालने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग 248-ए पर स्थित रंगाला गांव की करीब दस एकड़ भूमि का प्रपोजल तैयार किया है.

पीएम मोदी ने किया था उद्घाटन
खास बात इस कॉलेज में यह है कि कुछ महीने पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इस कालेज का शिलान्यास किया था. उस समय इलाके के लोगों मे बेहद खुशी थी, लेकिन निर्माण की जगह में विवाद पैदा होने से लोग हैरान हैं.

Intro:संवाददाता नूंह मेवात
स्टोरी ;- फिरोजपुर झिरका में कालेज निर्माण की जगह को लेकर विवाद गहराया
नूंह जिले के फिरोजपुर झिरका में बनने वाले डिग्री कालेज का विवाद लगातार गहराता जा रहा है। वन विभाग और नगर पालिका फिरोजपुर झिरका की जमीन को लेकर तन गई है। मामला सरकार के दरबार से लेकर एनजीटी तक पहुंच चुका है। वन विभाग ने जमीन में पेड़ होने का हवाला देकर मामले का रुख बदलने की कोशिश की तो नगरपालिका के पास कोई जवाब नहीं बन पा रहा है। अरावली पर्वत की तलहटी से सटे करीब 12 एकड़ के मैदान में पुराने पेड़ न होने तथा कालेज बनने की खबर के बाद वन विभाग ने अड़ंगा डालने की कोशिश की है। फिरोजपुर झिरका की आवाम कालेज निर्माण में हो रही देरी से बेहद उदास व निराश है। जिला प्रशासन ने भी भूमि विवाद का हल निकालने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग 248 ए पर स्थित रंगाला गांव की करीब दस एकड़ भूमि का प्रपोजल तैयार किया है। खास बात इस कालेज में यह है कि चंद माह पहले देश के पीएम नरेंद्र मोदी ने जम्मू - कश्मीर की धरती से डिजिटल इंडिया के माध्यम से इस कालेज का शिलान्यास किया था। उस समय तो इलाके के लोगों को बेहद ख़ुशी हुई कि फिरोजपुर झिरका को राजकीय कालेज की सौगात भाजपा सरकार ने दी है , लेकिन निर्माण की जगह में विवाद पैदा होने से लोग हैरान है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार फिरोजपुर झिरका की अरावली की वादियों मे बनने वाले डिग्री कालेज को लेकर वन विभाग की ओर से रोड़ा अटका दिया गया है। वही ग्राम पंचायत रंगाला ने एक पत्र लिखकर ग्राम पंचायत की दस एकड़ भूमि को एक रूपए लीज पर देने का प्रस्ताव भेज दिया है। जबकि नपा फिरोजपुर झिरका ने पहले लगभग साढे तीन करोड़ रूपए राशि की मांग का पत्र भेजा था। जबकि शहर के लोगों व युवाओं की मांग पर पुन: नपा प्रशासन ने एक पत्र लिखकर फ्री में कालेज के लिए भूमि देने की मांग की। लेकिन इस सबके बावजूद वन विभाग ने नपा की भूमि को सेक्शन 4-5 का हवाला देते हुए रातों रात पौध रोपण कर दिए। युवाओं का कहना है कि वन विभाग ने पहले कोई पौधा रोपण नही किया था । आख़िरकार कालेज फिरोजपुर झिरका या फिर रंगाला कहीं पर बने , लेकिन शिक्षा के एतबार से सूबे में सबसे फिसड्डी नूंह जिले के फिरोजपुर झिरका को कालेज की सबसे ज्यादा जरूरत है। अब देखना है कि जिला प्रशासन इस नई परेशानी से किस तरह निपटता है और कौन से गांव की भूमि पर कालेज बनाने का रास्ता साफ करता है , लेकिन फिरोजपुर शहर के लोग मामले को वन मंत्री राव नरबीर के सम्मुख उठा चुके हैं। राव नरबीर सिंह ने भी शहर के लोगों से विवादित भूमि की जगह दूसरी जगह जमीन देने पर जल्द ही कालेज निर्माण कार्य शुरू कराने का भरोसा दिलाया है।
बाइट;- मनीष जैन मीडिया प्रभारी नूंह भाजपा
बाइट;- गौरव जैन आईटी इंचार्ज नूंह भाजपा
बाइट;- मोहित ग्रामीण
बाइट;- रॉकी ग्रामीण
संवाददाता कासिम खान नूंह मेवात
Body:संवाददाता नूंह मेवात
स्टोरी ;- फिरोजपुर झिरका में कालेज निर्माण की जगह को लेकर विवाद गहराया
नूंह जिले के फिरोजपुर झिरका में बनने वाले डिग्री कालेज का विवाद लगातार गहराता जा रहा है। वन विभाग और नगर पालिका फिरोजपुर झिरका की जमीन को लेकर तन गई है। मामला सरकार के दरबार से लेकर एनजीटी तक पहुंच चुका है। वन विभाग ने जमीन में पेड़ होने का हवाला देकर मामले का रुख बदलने की कोशिश की तो नगरपालिका के पास कोई जवाब नहीं बन पा रहा है। अरावली पर्वत की तलहटी से सटे करीब 12 एकड़ के मैदान में पुराने पेड़ न होने तथा कालेज बनने की खबर के बाद वन विभाग ने अड़ंगा डालने की कोशिश की है। फिरोजपुर झिरका की आवाम कालेज निर्माण में हो रही देरी से बेहद उदास व निराश है। जिला प्रशासन ने भी भूमि विवाद का हल निकालने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग 248 ए पर स्थित रंगाला गांव की करीब दस एकड़ भूमि का प्रपोजल तैयार किया है। खास बात इस कालेज में यह है कि चंद माह पहले देश के पीएम नरेंद्र मोदी ने जम्मू - कश्मीर की धरती से डिजिटल इंडिया के माध्यम से इस कालेज का शिलान्यास किया था। उस समय तो इलाके के लोगों को बेहद ख़ुशी हुई कि फिरोजपुर झिरका को राजकीय कालेज की सौगात भाजपा सरकार ने दी है , लेकिन निर्माण की जगह में विवाद पैदा होने से लोग हैरान है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार फिरोजपुर झिरका की अरावली की वादियों मे बनने वाले डिग्री कालेज को लेकर वन विभाग की ओर से रोड़ा अटका दिया गया है। वही ग्राम पंचायत रंगाला ने एक पत्र लिखकर ग्राम पंचायत की दस एकड़ भूमि को एक रूपए लीज पर देने का प्रस्ताव भेज दिया है। जबकि नपा फिरोजपुर झिरका ने पहले लगभग साढे तीन करोड़ रूपए राशि की मांग का पत्र भेजा था। जबकि शहर के लोगों व युवाओं की मांग पर पुन: नपा प्रशासन ने एक पत्र लिखकर फ्री में कालेज के लिए भूमि देने की मांग की। लेकिन इस सबके बावजूद वन विभाग ने नपा की भूमि को सेक्शन 4-5 का हवाला देते हुए रातों रात पौध रोपण कर दिए। युवाओं का कहना है कि वन विभाग ने पहले कोई पौधा रोपण नही किया था । आख़िरकार कालेज फिरोजपुर झिरका या फिर रंगाला कहीं पर बने , लेकिन शिक्षा के एतबार से सूबे में सबसे फिसड्डी नूंह जिले के फिरोजपुर झिरका को कालेज की सबसे ज्यादा जरूरत है। अब देखना है कि जिला प्रशासन इस नई परेशानी से किस तरह निपटता है और कौन से गांव की भूमि पर कालेज बनाने का रास्ता साफ करता है , लेकिन फिरोजपुर शहर के लोग मामले को वन मंत्री राव नरबीर के सम्मुख उठा चुके हैं। राव नरबीर सिंह ने भी शहर के लोगों से विवादित भूमि की जगह दूसरी जगह जमीन देने पर जल्द ही कालेज निर्माण कार्य शुरू कराने का भरोसा दिलाया है।
बाइट;- मनीष जैन मीडिया प्रभारी नूंह भाजपा
बाइट;- गौरव जैन आईटी इंचार्ज नूंह भाजपा
बाइट;- मोहित ग्रामीण
बाइट;- रॉकी ग्रामीण
संवाददाता कासिम खान नूंह मेवात
Conclusion:संवाददाता नूंह मेवात
स्टोरी ;- फिरोजपुर झिरका में कालेज निर्माण की जगह को लेकर विवाद गहराया
नूंह जिले के फिरोजपुर झिरका में बनने वाले डिग्री कालेज का विवाद लगातार गहराता जा रहा है। वन विभाग और नगर पालिका फिरोजपुर झिरका की जमीन को लेकर तन गई है। मामला सरकार के दरबार से लेकर एनजीटी तक पहुंच चुका है। वन विभाग ने जमीन में पेड़ होने का हवाला देकर मामले का रुख बदलने की कोशिश की तो नगरपालिका के पास कोई जवाब नहीं बन पा रहा है। अरावली पर्वत की तलहटी से सटे करीब 12 एकड़ के मैदान में पुराने पेड़ न होने तथा कालेज बनने की खबर के बाद वन विभाग ने अड़ंगा डालने की कोशिश की है। फिरोजपुर झिरका की आवाम कालेज निर्माण में हो रही देरी से बेहद उदास व निराश है। जिला प्रशासन ने भी भूमि विवाद का हल निकालने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग 248 ए पर स्थित रंगाला गांव की करीब दस एकड़ भूमि का प्रपोजल तैयार किया है। खास बात इस कालेज में यह है कि चंद माह पहले देश के पीएम नरेंद्र मोदी ने जम्मू - कश्मीर की धरती से डिजिटल इंडिया के माध्यम से इस कालेज का शिलान्यास किया था। उस समय तो इलाके के लोगों को बेहद ख़ुशी हुई कि फिरोजपुर झिरका को राजकीय कालेज की सौगात भाजपा सरकार ने दी है , लेकिन निर्माण की जगह में विवाद पैदा होने से लोग हैरान है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार फिरोजपुर झिरका की अरावली की वादियों मे बनने वाले डिग्री कालेज को लेकर वन विभाग की ओर से रोड़ा अटका दिया गया है। वही ग्राम पंचायत रंगाला ने एक पत्र लिखकर ग्राम पंचायत की दस एकड़ भूमि को एक रूपए लीज पर देने का प्रस्ताव भेज दिया है। जबकि नपा फिरोजपुर झिरका ने पहले लगभग साढे तीन करोड़ रूपए राशि की मांग का पत्र भेजा था। जबकि शहर के लोगों व युवाओं की मांग पर पुन: नपा प्रशासन ने एक पत्र लिखकर फ्री में कालेज के लिए भूमि देने की मांग की। लेकिन इस सबके बावजूद वन विभाग ने नपा की भूमि को सेक्शन 4-5 का हवाला देते हुए रातों रात पौध रोपण कर दिए। युवाओं का कहना है कि वन विभाग ने पहले कोई पौधा रोपण नही किया था । आख़िरकार कालेज फिरोजपुर झिरका या फिर रंगाला कहीं पर बने , लेकिन शिक्षा के एतबार से सूबे में सबसे फिसड्डी नूंह जिले के फिरोजपुर झिरका को कालेज की सबसे ज्यादा जरूरत है। अब देखना है कि जिला प्रशासन इस नई परेशानी से किस तरह निपटता है और कौन से गांव की भूमि पर कालेज बनाने का रास्ता साफ करता है , लेकिन फिरोजपुर शहर के लोग मामले को वन मंत्री राव नरबीर के सम्मुख उठा चुके हैं। राव नरबीर सिंह ने भी शहर के लोगों से विवादित भूमि की जगह दूसरी जगह जमीन देने पर जल्द ही कालेज निर्माण कार्य शुरू कराने का भरोसा दिलाया है।
बाइट;- मनीष जैन मीडिया प्रभारी नूंह भाजपा
बाइट;- गौरव जैन आईटी इंचार्ज नूंह भाजपा
बाइट;- मोहित ग्रामीण
बाइट;- रॉकी ग्रामीण
संवाददाता कासिम खान नूंह मेवात
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