नूंहः कोरोना वायरस के प्रकोप पर अंकुश लगाने के लिए देशभर में 23 मार्च से लॉकडाउन लगाया गया है जो 17 मई तक जारी रहेगा. लॉकडाउन के कारण हरियाणा ही नहीं देश के कई बड़े प्रोजेक्ट्स पर रोक लग चुकी है. ऐसे में कोरोना महामारी की वजह से देश के मेगा प्रोजेक्ट में शामिल दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे को भी रोक दिया गया था. जिसका निर्माण कार्य अब एक बार फिर शुरू हो गया है.
एक्सप्रेसवे पर काम शुरू
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे पर लॉकडाउन के चलते कामकाज पूरी तरह से बंद रहा था. मशीनरी और वाहनों को चलाने वाले चालक एवं प्रवासी मजदूर अपने घरों को लौट गए थे. लेकिन अब केंद्र सरकार द्वारा दी गई छूट के बाद से अब उस पर फिर एक बार रौनक लौट आई है. दिल्ली- मुंबई एक्सप्रेस वे पर मिट्टी डालने का कार्य तेज गति से किया जा रहा है. इस कार्य में मिट्टी और पानी डालने के लिए दर्जनों डंपर-हाईवा वाहन लगे हुए हैं.
लौटे रोजगार के अवसर
इस प्रोजेक्ट के शुरू होने से सैकड़ों लोगों को एक बार फिर रोजगार के अवसर प्रदान हुए हैं. इसके अलावा दिल्ली से मुंबई की दूरी को कम करने के लिए बनाए जा रहे हैं इस मेगा प्रोजेक्ट के शुरू होने से मेवात की जीवन रेखा भी ये मार्ग बना सकता है. ये मार्ग देश के गिने-चुने मार्गों में शामिल है.
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30 फीट होगी ऊंचाई
जिस समय इस मार्ग पर कामकाज बंद हुआ था. उस समय काफी लोगों को निराशा हाथ लगी थी. हालांकि इसी बीच नूंह जिले के डीसी पंकज ने उद्योग धंधों को शुरू करने की अनुमति दी है. उनमें दिल्ली- मुंबई एक्सप्रेस वे भी शामिल है
क्या है खासियत
इसकी खासियत ये है कि जमीन से इस एक्सप्रेसवे की ऊंचाई कम से कम 30 फीट होगी. नए एक्सप्रेस वे में आठ लेन होंगी. यानी आने की चार लेन और जाने की चार लेन. इसे सुपर एक्सप्रेस वे कहा जा रहा है. इस पर 150 किलोमीटर की रफ्तार से गाड़ी चलाई जा सकेगी. रोजाना तीन लाख गाड़ियां इस पर चलने की उम्मीद है. केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने साल 2018 में इसकी घोषणा की थी.