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हिसार का डियर पार्क बन रहा आकर्षण का केंद्र, भिवानी जू की तर्ज पर बनाया जा रहा खूबसूरत - HISSAR DEER PARK

हिसार में डियर पार्क में हिरणों की संख्या बढ़ रही है. जिससे पार्क खूबसूरती का केंद्र बन गया है.

Hissar Deer Park
Hissar Deer Park (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Haryana Team

Published : Feb 1, 2025, 2:29 PM IST

हिसार: हरियाणा के हिसार में डियर पार्क खूबसूरती और आकर्षण का केंद्र बनता जा रहा है. हिसार के धांसू रोड़ पर स्थित डियर पार्क में हिरणों की संख्या में इजाफा हो रहा है. डियर पार्क में कुछ दिनों में हिरणों ने 7 बच्चों को जन्म दिया. पार्क में हिरणों की संख्या हो गई है. यह पार्क वन्य प्राणी विभाग के अधीन चल रहा है. पार्क हिसार बस अड्डे से 6 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. करीब 48 एकड़ में फैला हुआ है. इसकी स्थापना 1970 में की गई थी. भिवानी जू की तर्ज पर हिसार डियर पार्क को खूबसूरत बनाने का काम भी जारी है. हिंदू धर्म के अनुसार हिरण को भगवान शिव और वायु देवता का वाहन माना जाता है. पौराणिक कथाओं के अनुसार काला हिरण भगवान कृष्ण का रथ खींचता था.

7 बच्चों का हुआ जन्म: हिसार के डियर पार्क में हिरणों के बच्चों ने जन्म दिया. जिससे उनकी संख्या में इजाफा हो रहा है. पार्क में इनकी अच्छे से देखभाल की जा रही है. हिसार के पार्क में काला हिरण 79, चीतल 61, सांभर 12, चिंकारा 6 है. हिरणों की संख्या बढ़कर 158 से बढ़ गई है.

वन्य विभाग अधिकारी बोले: वन्य विभाग के निरीक्षक दिनेश जांगड़ा ने बताया कि चीतल के दो, काला हिरण के तीन, सांभर के दो बच्चे ने जन्म दिया है. अब हिरणों की संख्या 151-158 बढ़ गई है. उन्होंने बताया कि सर्दी से हिरणों को बचाने के लिए पार्क में पराली बिछाई गई है. पार्क में इस समय काला हिरण, चीतल, सांभर, चिकारा प्रजाति के हिरण हैं.

देशभर में हिरणों के पार्क: रणथौर राजस्थान, हिसार हरियाणा डियर पार्क धांसू, गिरी नेशनल पार्क गुजरात, रणथौर नेशनल पार्क राजस्थान, कान्हा नेशनल पार्क जिम कॉर्बेट उत्तराखंड, नेशनल पार्क सरिस्का टाइगर अलवर, राजस्थान, नागरहोल सतपुड़ा मध्य प्रदेश, गिर नेशनल पार्क काजीरंगा, नेशनल पार्क असम, सुंदरबन पश्चिम बंगाल है.

हिरणों से जुड़ी मान्यताएं: हिरण के सींग को समृद्धि और सफलता का प्रतीक माना जाता है. वास्तु के अनुसार हिरण के सींग को घर में रखना शुभ माना जाता है. तमिलनाडु में काले हिरण को हिंदू देवी कोर्रावई का वाहन माना जाता है. राजस्थान में करणी माता को काले हिरण का संरक्षक माना जाता है. काले हिरण को सोम का वाहन भी माना जाता है. इसी काले हिरण को चंद्र देवता का वाहन भी माना जाता है. काले हिरण की खाल को पवित्र माना जाता है.

ये भी पढ़ें: हरियाणा के गुरुग्राम और नूंह जिलों को जल्द मिलेगी सौगात, विश्व का सबसे बड़ा जंगल सफारी पार्क होगा विकसित

ये भी पढ़ें: कलेसर नेशनल पार्क में जंगल सफारी के लिए पर्यटकों को करना होगा थोड़ा और इंतजार, जानें वजह

हिसार: हरियाणा के हिसार में डियर पार्क खूबसूरती और आकर्षण का केंद्र बनता जा रहा है. हिसार के धांसू रोड़ पर स्थित डियर पार्क में हिरणों की संख्या में इजाफा हो रहा है. डियर पार्क में कुछ दिनों में हिरणों ने 7 बच्चों को जन्म दिया. पार्क में हिरणों की संख्या हो गई है. यह पार्क वन्य प्राणी विभाग के अधीन चल रहा है. पार्क हिसार बस अड्डे से 6 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. करीब 48 एकड़ में फैला हुआ है. इसकी स्थापना 1970 में की गई थी. भिवानी जू की तर्ज पर हिसार डियर पार्क को खूबसूरत बनाने का काम भी जारी है. हिंदू धर्म के अनुसार हिरण को भगवान शिव और वायु देवता का वाहन माना जाता है. पौराणिक कथाओं के अनुसार काला हिरण भगवान कृष्ण का रथ खींचता था.

7 बच्चों का हुआ जन्म: हिसार के डियर पार्क में हिरणों के बच्चों ने जन्म दिया. जिससे उनकी संख्या में इजाफा हो रहा है. पार्क में इनकी अच्छे से देखभाल की जा रही है. हिसार के पार्क में काला हिरण 79, चीतल 61, सांभर 12, चिंकारा 6 है. हिरणों की संख्या बढ़कर 158 से बढ़ गई है.

वन्य विभाग अधिकारी बोले: वन्य विभाग के निरीक्षक दिनेश जांगड़ा ने बताया कि चीतल के दो, काला हिरण के तीन, सांभर के दो बच्चे ने जन्म दिया है. अब हिरणों की संख्या 151-158 बढ़ गई है. उन्होंने बताया कि सर्दी से हिरणों को बचाने के लिए पार्क में पराली बिछाई गई है. पार्क में इस समय काला हिरण, चीतल, सांभर, चिकारा प्रजाति के हिरण हैं.

देशभर में हिरणों के पार्क: रणथौर राजस्थान, हिसार हरियाणा डियर पार्क धांसू, गिरी नेशनल पार्क गुजरात, रणथौर नेशनल पार्क राजस्थान, कान्हा नेशनल पार्क जिम कॉर्बेट उत्तराखंड, नेशनल पार्क सरिस्का टाइगर अलवर, राजस्थान, नागरहोल सतपुड़ा मध्य प्रदेश, गिर नेशनल पार्क काजीरंगा, नेशनल पार्क असम, सुंदरबन पश्चिम बंगाल है.

हिरणों से जुड़ी मान्यताएं: हिरण के सींग को समृद्धि और सफलता का प्रतीक माना जाता है. वास्तु के अनुसार हिरण के सींग को घर में रखना शुभ माना जाता है. तमिलनाडु में काले हिरण को हिंदू देवी कोर्रावई का वाहन माना जाता है. राजस्थान में करणी माता को काले हिरण का संरक्षक माना जाता है. काले हिरण को सोम का वाहन भी माना जाता है. इसी काले हिरण को चंद्र देवता का वाहन भी माना जाता है. काले हिरण की खाल को पवित्र माना जाता है.

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