नूंह: अब कोरोना वायरस का असर विकास कार्यों पर भी देखने को मिल रहा है. देश की जीवन रेखा कहे जाने वाली दिल्ली-मुंबई मेगा एक्सप्रेस वे पर भी कामकाज कोरोना के खौफ से पूरी तरह बंद हो चुका है. मशीनें तो निर्माण कार्य की वजह से खड़ी दिखाई दे रही हैं, लेकिन मशीन ऑपरेट करने वाले मजदूर अब अपने घरों के लिए रवाना हो चुके हैं.
केंद्र सरकार ने इस मेगा प्रोजेक्ट को जल्दी पूरा करने के लिए निर्माण कार्य तेज गति से चलाया था. किसानों को इसका मुआवजा भी वितरित कर दिया गया था, लेकिन कोरोना की वजह से विकास की रफ्तार पूरी तरह से रुक गई है.
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वैसे तो देश की अर्थव्यवस्था पर कोरोना वायरस का बुरा असर हुआ है, लेकिन देश भर में जितने भी विकास के बड़े प्रोजेक्ट चल रहे थे, उन सभी पर कोरोना का असर हुआ है. ऐसे में दिहाड़ी दार मजदूरों के सामने भी रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है, लेकिन इस महामारी की वजह से लोग परेशानी को भी झेल कर इससे जंग लड़ रहे हैं.
गौरतलब है कि जानलेवा कोरोना वायरस लगातार भारत में अपने पैर पसार रहा है. कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए देश को 21 दिनों के लिए लॉकडाउन कर दिया गया है. हरियाणा में भी लॉकडाउन लगा है. जिसका असर कई जिलों में देखा जा रहा है. वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जो लॉकडाउन के बाद भी सड़कों पर इधर-उधर घूमने से बाज नहीं आ रहे हैं.