नूंह: सोमवार को सीएलपी उपनेता आफताब अहमद नूंह की अनाज मंडी में पहुंचे. इस दौरान उन्होंने किसानों से बातचीत की और उनका हाल जाना. विधायक आफताब अहमद ने कहा कि सरसों और गेहूं की फसल खरीद के समय पहले भी आए थे. इस सरकार के खोखले, झूठे दावे और आश्वासन की वजह से हमेशा पोल खुलती है. सरसों की खरीद की अगर बात की जाए और जो तिथि निर्धारित की गई थी उस पर खरीद शुरू नहीं हुई.
उन्होंने कहा कि बड़ा दुख होता है कि नूंह जैसे इलाके में जहां सरसों की अधिक पैदावार होती है. उसमें सिर्फ 600 क्विंटल की सरकारी खरीद हुई है. पुनहाना में खरीदी नहीं हुई और फिरोजपुर झिरका तथा तावडू अनाज मंडी में ना के बराबर खरीद हुई है. गेहूं की खरीद में लेस्टर लॉस और कटे दाने की वजह से खरीद नहीं होती है. जब खरीद होती है, तो किसानों को 72 घंटे में उसकी पेमेंट नहीं दी जाती है. इसलिए 15 दिन से जिस किसान के गेहूं खरीद किए गए हैं. उनको कोई पैसा नहीं दिया जा रहा है.
विधायक आफताब अहमद ने कहा कि अगर किसी के सामने पोर्टल में सरसों, गेहूं भर दिया और पटवारी ने उसमें दूसरी फसल गलती से चढ़ गई तो किसान अपनी फसल नहीं बेच पाया है. अंधेर नगरी चौपट राजा की कहानी को हरियाणा सरकार चरितार्थ कर रही है. दावे कुछ करती है, लेकिन ये किसान हितकारी नहीं बल्कि विरोधी हैं. कांग्रेस नेता बोले कि सरकार किसानों से अपना बदला ले रही है. किसानों ने तीन कृषि काले कानूनों के विरोध में आवाज उठाई थी. उसका बदला किसानों से लिया जा रहा है.
आफताब ने कहा कि एक-एक दाना खरीद की बात होती है, लेकिन किसानों को खरीद के बजाय लताड़ लगाई जा रही है. विधायक आफताब अहमद ने कहा कि हरियाणा सरकार होश में आए और जो उसने वादे किसानों से किए थे. उस पर खरा उतरे और किसानों को एमएसपी दिया जाए. फसल उठान कराया जाए, पोर्टल सही ढंग से चलाया जाए.