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नूंह में धुंध के प्रकोप के साथ जानलेवा ठंड का कहर, स्कूली बच्चों को लिए बनी आफत

नूंह में कड़ाके की ठंड जारी है. शीतलहर और धुंध के चलते विजिबिलिटी कम हो गई है. विजिबिलिटि कम होने के कारण वाहन चालकों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. शुक्रवार को दिन के समय में भी नूंह में तापमान 10 डिग्री सैल्सियस दर्ज किया गया है. जानलेवा ठंड के चलते लोग बाजारों में कम ही दिखाई पड़ रहे हैं.

temperature fallen down in nuh
नूंह में धुंध के प्रकोप के साथ जानलेवा ठंड का कहर
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Published : Dec 20, 2019, 3:32 PM IST

नूंहः हरियाणा में ठंड का कहर बरकार है, कई जिलों में न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई है. शीतलहर के साथ नूंह में कोहरे की चादर बिछी हुई है. कोहरे की वजह से विजिबिलिटि भी कम हो गई है. मौसम विभाग के अनुसार दो दिन पहले हरियाणा के नारनौल में तापमान सामान्य से तीन डिग्री कम 2.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है. वहीं न्यूनतम तापमान हिसार में 4.6, अंबाला में 7.7, रोहतक में छह और भिवानी में 6.3, करनाल में आठ डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.

ठंड को लेकर एडवाइजरी जारी
नूंह में कड़ाके की ठंड जारी है. शीतलहर और धुंध के चलते विजिबिलिटी कम हो गई है. विजिबिलिटि कम होने के कारण वाहन चालकों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. शुक्रवार को दिन के समय में भी नूंह में तापमान 10 डिग्री सैल्सियस दर्ज किया गया है. जानलेवा ठंड के चलते लोग बाजारों में कम ही दिखाई पड़ रहे हैं. शीतलहर के साथ बढ़ी ठंड को देखते हुए एजवाइजरी भी जारी कर दी गई है.

नूंह में धुंध के प्रकोप के साथ जानलेवा ठंड का कहर

ठंड ने बढ़ाई मुसीबत
कुछ दिन पहले इलाके में भारी ओलावृष्टि हुई थी, जिसके बाद लगातार ठंड लोगों की मुसीबत बढ़ा रही है. तेज हवा और गलन के साथ-साथ सूरज के भी दर्शन नहीं हो रहे हैं. बुधवार के दिन निकली धूप से लोगों ने राहत की सांस ली. लेकिन फिर गुरुवार को मौसम में सर्दी बढ़ गई. ऐसे में सबसे ज्यादा परेशानी वाहन चालकों और स्कूली बच्चों को हो रही है.

ये भी पढ़ेंः बॉर्डर सील करने की गुरुग्राम पुलिस को नहीं दी गई जानकारी, दिल्ली पुलिस पर उठे सवाल

कहीं पहिए थमे तो कहीं स्कूलों की छुट्टी
ठंड के कारण बढ़े कोहरे से शहर में ही नहीं बल्कि बाहर निकलने पर विजिबिलिटी और भी कम हो जाती है. जिससे वाहनों के पहियों पर भी ब्रेक लगे हुए हैं. वहीं स्कूली बच्चों से लेकर नौकरी पेशे वाला व्यक्ति भी इस ठंड की चपेट में आने से बच रहे हैं. शहर में सड़कें सूनसान दिखाई दे रही हैं. ठंड को देखते हुए कई जिलों में स्कूलों की छुट्टी कर दी गई हैं, लेकिन नूंह जिले में अभी स्कूल खुले हुए हैं. माना जा रहा है कि सर्दी का कहर अगर इसी तरह जारी रहा तो जिला प्रशासन स्कूलों की छुट्टी का ऐलान कर सकता है.

किसानों के लिए फायदेमंद है ये ठंड
कृषि विशेषज्ञों ने बताया कि ठंड और धुंध से किसानों को काफी फायदा हो सकता है. उन्होंने कहा कि इस धुंध से गेंहू, सरसों और चने और रबी की फसल को बढ़ने में लाभ मिलेगा. ऐसे में इस ठंड से किसानों की फसल और भी अच्छी होने की संभावना जताई जा सकती है. वहीं सब्जी व फल-फूलों के लिए इस ठंड को हानीकारक माना जा रहा है.

नूंहः हरियाणा में ठंड का कहर बरकार है, कई जिलों में न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई है. शीतलहर के साथ नूंह में कोहरे की चादर बिछी हुई है. कोहरे की वजह से विजिबिलिटि भी कम हो गई है. मौसम विभाग के अनुसार दो दिन पहले हरियाणा के नारनौल में तापमान सामान्य से तीन डिग्री कम 2.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है. वहीं न्यूनतम तापमान हिसार में 4.6, अंबाला में 7.7, रोहतक में छह और भिवानी में 6.3, करनाल में आठ डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.

ठंड को लेकर एडवाइजरी जारी
नूंह में कड़ाके की ठंड जारी है. शीतलहर और धुंध के चलते विजिबिलिटी कम हो गई है. विजिबिलिटि कम होने के कारण वाहन चालकों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. शुक्रवार को दिन के समय में भी नूंह में तापमान 10 डिग्री सैल्सियस दर्ज किया गया है. जानलेवा ठंड के चलते लोग बाजारों में कम ही दिखाई पड़ रहे हैं. शीतलहर के साथ बढ़ी ठंड को देखते हुए एजवाइजरी भी जारी कर दी गई है.

नूंह में धुंध के प्रकोप के साथ जानलेवा ठंड का कहर

ठंड ने बढ़ाई मुसीबत
कुछ दिन पहले इलाके में भारी ओलावृष्टि हुई थी, जिसके बाद लगातार ठंड लोगों की मुसीबत बढ़ा रही है. तेज हवा और गलन के साथ-साथ सूरज के भी दर्शन नहीं हो रहे हैं. बुधवार के दिन निकली धूप से लोगों ने राहत की सांस ली. लेकिन फिर गुरुवार को मौसम में सर्दी बढ़ गई. ऐसे में सबसे ज्यादा परेशानी वाहन चालकों और स्कूली बच्चों को हो रही है.

ये भी पढ़ेंः बॉर्डर सील करने की गुरुग्राम पुलिस को नहीं दी गई जानकारी, दिल्ली पुलिस पर उठे सवाल

कहीं पहिए थमे तो कहीं स्कूलों की छुट्टी
ठंड के कारण बढ़े कोहरे से शहर में ही नहीं बल्कि बाहर निकलने पर विजिबिलिटी और भी कम हो जाती है. जिससे वाहनों के पहियों पर भी ब्रेक लगे हुए हैं. वहीं स्कूली बच्चों से लेकर नौकरी पेशे वाला व्यक्ति भी इस ठंड की चपेट में आने से बच रहे हैं. शहर में सड़कें सूनसान दिखाई दे रही हैं. ठंड को देखते हुए कई जिलों में स्कूलों की छुट्टी कर दी गई हैं, लेकिन नूंह जिले में अभी स्कूल खुले हुए हैं. माना जा रहा है कि सर्दी का कहर अगर इसी तरह जारी रहा तो जिला प्रशासन स्कूलों की छुट्टी का ऐलान कर सकता है.

किसानों के लिए फायदेमंद है ये ठंड
कृषि विशेषज्ञों ने बताया कि ठंड और धुंध से किसानों को काफी फायदा हो सकता है. उन्होंने कहा कि इस धुंध से गेंहू, सरसों और चने और रबी की फसल को बढ़ने में लाभ मिलेगा. ऐसे में इस ठंड से किसानों की फसल और भी अच्छी होने की संभावना जताई जा सकती है. वहीं सब्जी व फल-फूलों के लिए इस ठंड को हानीकारक माना जा रहा है.

Intro:संवाददाता नूंह मेवात।

स्टोरी ;- सीजन की पहली धुंध में लुढ़का पारा , जानलेवा ठंड से बचने के लिए अलाव ही सहारा। स्कूलों की छुट्टी की मांग उठी

कड़ाके की ठंड जारी है। ठंड ने उस समय लोगों की मुसीबत ओर बढ़ा दी , जब शुक्रवार को सीजन की पहली धुंध पड़ी। विजिबिलिटी कम होने के कारण वाहन चालकों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। पारा शुक्रवार को दिन के समय में भी 9 डिग्री सेल्सियस पर अटक गया। जानलेवा ठंड में गर्म कपड़ों के साथ - साथ अलाव ही एकमात्र उपाय है। कड़ाके की ठंड के चलते लोग भी बाजारों में कम ही दिखाई पड़ रहे हैं।
आपको बता दें कि कुछ दिन पहले इलाके में भारी ओलावृष्टि हुई थी , जिसके बाद लगातार ठंड लोगों की मुसीबत बढ़ा रही है। तेज हवा और गलन के साथ - साथ सूर्य देवता के भी दर्शन लोगों को नहीं हो रहे हैं। बुधवार के दिन जरूर थोड़ी धूप दिखाई दी तो लोगों ने राहत की सांस ली। सर्दी जारी है , लेकिन नन्हें बच्चे अभी भी जानलेवा ठंड में स्कूल जा रहे हैं। कई जगहों पर ठंड के चलते स्कूलों की छुट्टी कर दी गई हैं , लेकिन नूह जिले में अभी स्कूल खुले हुए हैं। सर्दी का तांडव अगर इसे तरह जारी रहा तो जिला प्रशासन स्कूलों की छुट्टी का एलान कर सकता है। मकानों का निर्माण करने वाले मजदूरों को मजदूरी के सर्दी की वजह से लाले पड़ रहे हैं , तो झुग्गी - झोंपड़ी में रात बिताने वाले गरीबों की जान पर बन आई है। इंसान के लिए भले ही ठंड नुकसानदायक गेंहू की फसल के लिए इसे गुणकारी माना जा रहा है।
बाइट ;- अकरम खान
बाइट ;- मौहम्मद जैद
बाइट ;- मुस्तफा
बाइट ;- साकिर पहलवान।
संवाददाता कासिम खान नूंह मेवात।

Body:संवाददाता नूंह मेवात।

स्टोरी ;- सीजन की पहली धुंध में लुढ़का पारा , जानलेवा ठंड से बचने के लिए अलाव ही सहारा। स्कूलों की छुट्टी की मांग उठी

कड़ाके की ठंड जारी है। ठंड ने उस समय लोगों की मुसीबत ओर बढ़ा दी , जब शुक्रवार को सीजन की पहली धुंध पड़ी। विजिबिलिटी कम होने के कारण वाहन चालकों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। पारा शुक्रवार को दिन के समय में भी 9 डिग्री सेल्सियस पर अटक गया। जानलेवा ठंड में गर्म कपड़ों के साथ - साथ अलाव ही एकमात्र उपाय है। कड़ाके की ठंड के चलते लोग भी बाजारों में कम ही दिखाई पड़ रहे हैं।
आपको बता दें कि कुछ दिन पहले इलाके में भारी ओलावृष्टि हुई थी , जिसके बाद लगातार ठंड लोगों की मुसीबत बढ़ा रही है। तेज हवा और गलन के साथ - साथ सूर्य देवता के भी दर्शन लोगों को नहीं हो रहे हैं। बुधवार के दिन जरूर थोड़ी धूप दिखाई दी तो लोगों ने राहत की सांस ली। सर्दी जारी है , लेकिन नन्हें बच्चे अभी भी जानलेवा ठंड में स्कूल जा रहे हैं। कई जगहों पर ठंड के चलते स्कूलों की छुट्टी कर दी गई हैं , लेकिन नूह जिले में अभी स्कूल खुले हुए हैं। सर्दी का तांडव अगर इसे तरह जारी रहा तो जिला प्रशासन स्कूलों की छुट्टी का एलान कर सकता है। मकानों का निर्माण करने वाले मजदूरों को मजदूरी के सर्दी की वजह से लाले पड़ रहे हैं , तो झुग्गी - झोंपड़ी में रात बिताने वाले गरीबों की जान पर बन आई है। इंसान के लिए भले ही ठंड नुकसानदायक गेंहू की फसल के लिए इसे गुणकारी माना जा रहा है।
बाइट ;- अकरम खान
बाइट ;- मौहम्मद जैद
बाइट ;- मुस्तफा
बाइट ;- साकिर पहलवान।
संवाददाता कासिम खान नूंह मेवात।

Conclusion:संवाददाता नूंह मेवात।

स्टोरी ;- सीजन की पहली धुंध में लुढ़का पारा , जानलेवा ठंड से बचने के लिए अलाव ही सहारा। स्कूलों की छुट्टी की मांग उठी

कड़ाके की ठंड जारी है। ठंड ने उस समय लोगों की मुसीबत ओर बढ़ा दी , जब शुक्रवार को सीजन की पहली धुंध पड़ी। विजिबिलिटी कम होने के कारण वाहन चालकों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। पारा शुक्रवार को दिन के समय में भी 9 डिग्री सेल्सियस पर अटक गया। जानलेवा ठंड में गर्म कपड़ों के साथ - साथ अलाव ही एकमात्र उपाय है। कड़ाके की ठंड के चलते लोग भी बाजारों में कम ही दिखाई पड़ रहे हैं।
आपको बता दें कि कुछ दिन पहले इलाके में भारी ओलावृष्टि हुई थी , जिसके बाद लगातार ठंड लोगों की मुसीबत बढ़ा रही है। तेज हवा और गलन के साथ - साथ सूर्य देवता के भी दर्शन लोगों को नहीं हो रहे हैं। बुधवार के दिन जरूर थोड़ी धूप दिखाई दी तो लोगों ने राहत की सांस ली। सर्दी जारी है , लेकिन नन्हें बच्चे अभी भी जानलेवा ठंड में स्कूल जा रहे हैं। कई जगहों पर ठंड के चलते स्कूलों की छुट्टी कर दी गई हैं , लेकिन नूह जिले में अभी स्कूल खुले हुए हैं। सर्दी का तांडव अगर इसे तरह जारी रहा तो जिला प्रशासन स्कूलों की छुट्टी का एलान कर सकता है। मकानों का निर्माण करने वाले मजदूरों को मजदूरी के सर्दी की वजह से लाले पड़ रहे हैं , तो झुग्गी - झोंपड़ी में रात बिताने वाले गरीबों की जान पर बन आई है। इंसान के लिए भले ही ठंड नुकसानदायक गेंहू की फसल के लिए इसे गुणकारी माना जा रहा है।
बाइट ;- अकरम खान
बाइट ;- मौहम्मद जैद
बाइट ;- मुस्तफा
बाइट ;- साकिर पहलवान।
संवाददाता कासिम खान नूंह मेवात।

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