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मनरेगा घोटाले में बीडीपीओ, एबीपीओ, बैंक मैनेजर और जेई सहित 13 के खिलाफ मामला दर्ज

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Published : Nov 25, 2022, 5:10 PM IST

Updated : Nov 25, 2022, 5:33 PM IST

नूंह में मनरेगा घोटाला (MGNREGA scam in Nuh) मामले में बड़ी कार्रवाई हुई है. लाखों के गबन मामले में बिछौर थाना पुलिस ने मुख्यमंत्री उड़न दस्ते के इंस्पेक्टर सतेंदर की शिकायत पर पंचायत विभाग के अधिकारी और बैंक मैनेजर समेत 13 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.

MGNREGA scam in Nuh
MGNREGA scam in Nuh

नूंह: जिले में हुए मनरेगा घोटाले (MNREGA scam in Nuh) को लेकर अब आरोपियों पर गाज गिरने लगी है. मुख्यमंत्री उड़नदस्ते के डीएसपी राजेश चेची ने बताया की सुनहेड़ा निवासी मकसूद द्वारा गांव में मनरेगा स्कीम के तहत वर्ष 2021-2022 में बनने वाले 82 कैटल शेड कार्यो में मृत लोगों के नाम से कार्य, जॉबकार्ड धारकों के खाते बदलकर अन्य खातों में राशि डालकर लाखों रुपये का गबन कर लिया. जांच करने की शिकायत मुख्यमंत्री उड़नदस्ते की टीम को मिली थी. जिसके आधार पर टीम द्वारा गांव में जांच की गई.

निरीक्षण के दौरान मौके पर गांव में केवल 66 कैटल शेडों का निर्माण होना पाया गया. उनके निर्माण कार्य में भी अनियमितता पाई गई. कई कैटल शेडों पर टीन का कार्य नहीं किया गया और अधिकतर कैटल शेडों पर कोई प्लास्टर नहीं किया गया था. निरीक्षण के दौरान लगभग एक दर्जन कैटल शेड निर्माणाधीन मिले. इसके अतिरिक्त जब जॉब कार्ड धारकों की जांच की गई तो शिकायतकर्ता मकसूद व उनकी पत्नी हंसीरा की मजदूरी राशि दी-गुड़गांव सेंट्रल कोऑपरेटिव बैंक पुन्हाना में जमा पाई गई.

नूंह में मनरेगा घोटाला मामले में बड़ी कार्रवाई हुई है.

जब दोनों के खातों की जांच की गई तो चोकाने वाले खुलासे सामने आए, क्योंकि दोनों खाते हरिओम पत्नी श्रीचन्द व बलराम पुत्र रति निवासी गुलालता के नाम से घुले हुए थे. राशि का भुगतान भी बैंक से किया हुआ था. इसके अतिरिक्त यूनुस निवासी सुनहेडा के जॉब कार्ड में मोसिम निवासी पटाकपुर का खाता, नसीम निवासी सुनहेडा के जॉब कार्ड में शहनाज पत्नी वसीम निवासी हथन गांव का खाता, कसीरा के जॉब कार्ड में मोहम्मद रसीद पुत्र हारून निवासी नाहरपुर का खाता, हसीना के जॉब कार्ड में सबाना पत्नी तोफिक गांव गोधोला का खाता, सरजीना के जॉब कार्ड में जाकिर पुत्र सुबेदार निवासी गांव बिछोर का खाता खुला होना पाया गया.

इसके अतिरिक्त मुबिन पुत्र नवाब निवासी सुनहेडा, जिसकी मृत्यु करीब एक साल पहले हो चुकी है, उसकी भी मनरेगा स्कीम के तहत फर्जी मस्टरोल तैयार कर मजदूरी की राशि निकाली गई. जांच में सीएम फ्लाइंग को ये सभी बैंक खाते फर्जी पाए गए. डीएसपी ने बताया कि पुन्हाना बीडीपीओ कार्यालय में एमबी व बिलों की जांच की गई तो वहां भी काफी अनियमितता पाई गई. जांच के दौरान प्राप्त दस्तावेजों और बयानों अनुसार पाया गया कि करीब 10 लाख की सरकारी राशि फर्जी बैंक खातों के जरिए निकाल लिये गये.

MGNREGA scam in Nuh
मनरेगा घोटाले में बीडीपीओ, एबीपीओ, बैंक मैनेजर और जेई सहित 13 के खिलाफ मामला दर्ज

नूंह में हुए फर्जीवाड़े में पुन्हाना बीडीपीओ दिगंबर सिंह, एबीपीओ अरशद हुसैन व संजय कुमार, जेई अजमत, साहबुद्दीन कंप्यूटर ऑपरेटर, सचिव जफर अब्बास, लेखाकार विपिन कुमार व अरशद, मेट अनीश, प्रोपराईटर सिंगारिया ट्रेडर्स, अंजूम खान पुत्र मुबारिक निवासी जेंवत, हनीफ खान कैशियर, मुबीन शाखा प्रबन्धक और दी-गुडगांव कॉपरेटिव सेंट्रल लि. बैंक शाखा पुन्हाना में आपसी मिलीभगत का आरोप है. जिस सम्बन्ध में बिछौर थाना पुलिस ने सभी अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ धारा 420, 467, 468, 471, 120बी, 406, 409 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

ये भी पढ़ें- Mnrega Scam in Punhana: मनरेगा में गबन के मामले में सीएम फ्लाइंग की टीम ने की जांच

नूंह: जिले में हुए मनरेगा घोटाले (MNREGA scam in Nuh) को लेकर अब आरोपियों पर गाज गिरने लगी है. मुख्यमंत्री उड़नदस्ते के डीएसपी राजेश चेची ने बताया की सुनहेड़ा निवासी मकसूद द्वारा गांव में मनरेगा स्कीम के तहत वर्ष 2021-2022 में बनने वाले 82 कैटल शेड कार्यो में मृत लोगों के नाम से कार्य, जॉबकार्ड धारकों के खाते बदलकर अन्य खातों में राशि डालकर लाखों रुपये का गबन कर लिया. जांच करने की शिकायत मुख्यमंत्री उड़नदस्ते की टीम को मिली थी. जिसके आधार पर टीम द्वारा गांव में जांच की गई.

निरीक्षण के दौरान मौके पर गांव में केवल 66 कैटल शेडों का निर्माण होना पाया गया. उनके निर्माण कार्य में भी अनियमितता पाई गई. कई कैटल शेडों पर टीन का कार्य नहीं किया गया और अधिकतर कैटल शेडों पर कोई प्लास्टर नहीं किया गया था. निरीक्षण के दौरान लगभग एक दर्जन कैटल शेड निर्माणाधीन मिले. इसके अतिरिक्त जब जॉब कार्ड धारकों की जांच की गई तो शिकायतकर्ता मकसूद व उनकी पत्नी हंसीरा की मजदूरी राशि दी-गुड़गांव सेंट्रल कोऑपरेटिव बैंक पुन्हाना में जमा पाई गई.

नूंह में मनरेगा घोटाला मामले में बड़ी कार्रवाई हुई है.

जब दोनों के खातों की जांच की गई तो चोकाने वाले खुलासे सामने आए, क्योंकि दोनों खाते हरिओम पत्नी श्रीचन्द व बलराम पुत्र रति निवासी गुलालता के नाम से घुले हुए थे. राशि का भुगतान भी बैंक से किया हुआ था. इसके अतिरिक्त यूनुस निवासी सुनहेडा के जॉब कार्ड में मोसिम निवासी पटाकपुर का खाता, नसीम निवासी सुनहेडा के जॉब कार्ड में शहनाज पत्नी वसीम निवासी हथन गांव का खाता, कसीरा के जॉब कार्ड में मोहम्मद रसीद पुत्र हारून निवासी नाहरपुर का खाता, हसीना के जॉब कार्ड में सबाना पत्नी तोफिक गांव गोधोला का खाता, सरजीना के जॉब कार्ड में जाकिर पुत्र सुबेदार निवासी गांव बिछोर का खाता खुला होना पाया गया.

इसके अतिरिक्त मुबिन पुत्र नवाब निवासी सुनहेडा, जिसकी मृत्यु करीब एक साल पहले हो चुकी है, उसकी भी मनरेगा स्कीम के तहत फर्जी मस्टरोल तैयार कर मजदूरी की राशि निकाली गई. जांच में सीएम फ्लाइंग को ये सभी बैंक खाते फर्जी पाए गए. डीएसपी ने बताया कि पुन्हाना बीडीपीओ कार्यालय में एमबी व बिलों की जांच की गई तो वहां भी काफी अनियमितता पाई गई. जांच के दौरान प्राप्त दस्तावेजों और बयानों अनुसार पाया गया कि करीब 10 लाख की सरकारी राशि फर्जी बैंक खातों के जरिए निकाल लिये गये.

MGNREGA scam in Nuh
मनरेगा घोटाले में बीडीपीओ, एबीपीओ, बैंक मैनेजर और जेई सहित 13 के खिलाफ मामला दर्ज

नूंह में हुए फर्जीवाड़े में पुन्हाना बीडीपीओ दिगंबर सिंह, एबीपीओ अरशद हुसैन व संजय कुमार, जेई अजमत, साहबुद्दीन कंप्यूटर ऑपरेटर, सचिव जफर अब्बास, लेखाकार विपिन कुमार व अरशद, मेट अनीश, प्रोपराईटर सिंगारिया ट्रेडर्स, अंजूम खान पुत्र मुबारिक निवासी जेंवत, हनीफ खान कैशियर, मुबीन शाखा प्रबन्धक और दी-गुडगांव कॉपरेटिव सेंट्रल लि. बैंक शाखा पुन्हाना में आपसी मिलीभगत का आरोप है. जिस सम्बन्ध में बिछौर थाना पुलिस ने सभी अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ धारा 420, 467, 468, 471, 120बी, 406, 409 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

ये भी पढ़ें- Mnrega Scam in Punhana: मनरेगा में गबन के मामले में सीएम फ्लाइंग की टीम ने की जांच

Last Updated : Nov 25, 2022, 5:33 PM IST
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