नूंह: दूसरे दिन भी गुरुवार को मध्य प्रदेश में नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने होटल में ठहरे 106 विधायकों के साथ तकरीबन 35 मिनट तक मैराथन बैठक की गई की है. बैठक के दौरान राज्यसभा चुनाव से लेकर मध्य प्रदेश की कांग्रेस सरकार को गिराने के लिए रणनीति तैयार की गई है.
बता दें कि बुधवार को विधायकों से मिलने के लिए केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल, राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के अलावा हरियाणा के प्रभारी अनिल जैन ने भाजपा के विधायकों से मुलाकात की थी.
तकरीबन एक घंटे चली बैठक के बाद तीन बड़े नेता वापस दिल्ली लौट गए थे लेकिन मध्य प्रदेश के बड़े नेता कैलाश विजयवर्गीय भाजपा विधायकों के साथ होटल में ही डटे रहे. होटल के बाहर मीडियाकर्मियों का जमावड़ा लगा हुआ है, तो होटल की सुरक्षा पूरी तरह से बढ़ा दी गई है.
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होटल के मुख्य द्वार पर सीआईडी के जवानों के अलावा मेवात पुलिस का खुफिया विभाग लगातार निगरानी कर रहा है. एक-एक गाड़ी को आते जाते समय चेक करने के बाद ही अंदर जाने की अनुमति दी जा रही है. वहीं मीडिया को अंदर जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है.
उम्मीद जताई जा रही है कि देर शाम तक भी भारतीय जनता पार्टी के कुछ बड़े नेता इन विधायकों से आकर मुलाकात कर सकते हैं और उस दौरान कोई भी मैराथन बैठक भी की जा सकती है. अगर ज्योतिरादित्य सिंधिया की बात करें तो भाजपा की सदस्यता लेने के बाद वे आज मध्य प्रदेश में रोड शो कर अपनी ताकत दिखा रहे हैं.
दूसरी तरफ कांग्रेस ने अपने विधायक राजस्थान के जयपुर में रिसॉर्ट में ठहराए हुए हैं. कांग्रेसी सरकार बचाने के लिए जी तोड़ कोशिश कर रही है तो भाजपा सरकार को गिराने के लिए रणनीति पर रणनीति बना रही है. अब देखना यह है कि मध्य प्रदेश का यह राजनीतिक नाटक कितने दिन तक चलता है.
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