नूंह: राजस्थान के भरतपुर जिले के घाटमीका गांव के जुनैद और नासिर को इंसाफ दिलाने के लिए अब जिले के लोग सड़कों पर उतरने लगे हैं. हिंदू संगठन जहां आरोपियों को बचाने के लिए महापंचायतें कर राजस्थान पुलिस को सीधी धमकी दे रहे हैं तो नूंह जिले के लोग गांधीवादी तरीके से अपना विरोध प्रदर्शन हत्यारों के खिलाफ दर्ज करा रहे हैं. नूंह जिले मे कैंडल मार्च निकालकर हत्यारों को जल्द पकड़ने और फांसी की सजा देने की मांग लोग कर रहे हैं.
गुरुवार को अडबर चौक पर दर्जनों की संख्या में कुछ लोग हाथों में पोस्टर-बैनर लेकर जुनैद और नासिर को न्याय दिलाने की मांग कर रहे हैं. राष्ट्रीय राजमार्ग- 248 ए नूंह का सबसे व्यस्ततम मार्ग है. इस पर रोजाना लाखों वाहन आते-जाते हैं. राहगीरों को इन पोस्टरों को दिखाने का काम नूंह जिले के युवा अडबर चौक पर खड़े होकर कर रहे हैं ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों तक उनकी मांग पहुंच सके. पत्रकारों से बातचीत के दौरान युवाओं ने कहा कि मोनू मानेसर और उनकी टीम के जितने भी गुंडे हैं. उन्हें पकड़े जाने की बात लोगों ने कही.
जब तक जुनैद और नासिर को इंसाफ नहीं मिलेगा. हम इसी तरह गांधीवादी तरीके से विरोध प्रदर्शन जारी रखेंगे. कुल मिलाकर कुछ लोग हत्यारों के पक्ष में धरना प्रदर्शन और महापंचायत कर रहे हैं तो कुछ लोग जुनेद और नासिर को इंसाफ दिलाने के लिए सड़कों पर उतरने लगे हैं. मामला लगातार बढ़ता ही जा रहा है. राजस्थान और हरियाणा पुलिस भी इस मामले को लेकर आमने-सामने आ चुकी है.
हरियाणा पुलिस ने राजस्थान पुलिस के 30-40 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है, लेकिन बावजूद उसके फिर भी राजस्थान पुलिस के अधिकारियों के ऐसे बयान सामने आ रहे हैं जिनमें वो कह रहे हैं कि उनकी टीमें हरियाणा में बदमाशों को दबोचने के लिए गई हुई हैं और हरियाणा पुलिस के सहयोग से काम किया जा रहा है. ध्यान रहे कि जुनैद और नासिर का राजस्थान के घाटमीका गांव के पास से अपहरण कर मारपीट की गई थी और उसके बाद भिवानी के लोहारू में बोलेरो में जिंदा उनको जला दिया गया था.
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इस घटना की चारों तरफ से निंदा हो रही है, लेकिन बावजूद उसके कुछ हिंदू संगठनों से जुड़े हुए लोग हत्यारोपियों के समर्थन में खुलेआम धमकियां देने का काम कर रहे हैं. जिससे लगातार इलाके का माहौल गर्म होता जा रहा है. विधानसभा से लेकर अब मामला सड़कों तक आ चुका है. अब देखना यह है कि कब तक आरोपियों की गिरफ्तारी होती है और इनको कब तक सजा मिल पाती है. लोगों ने मोनू मानेसर के साथ भाजपा नेताओं व पुलिस के आलाधिकारियों के साथ वायरल हो रहे फोटो और अत्याधुनिक हथियारों के साथ मोनू मानेसर की तस्वीरों पर भी सरकार को घेरा है.