नूंह: जिले में पुराने बस अड्डे पर ऑटो चालकों ने बड़ी तादाद में इकट्ठे होकर जीएम रोडवेज नूंह के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.
ऑटो चालकों का प्रदर्शन
ऑटो चालकों का कहना हैं कि वो दिन में 300-400 रुपये कमाते हैं और जीएम रोडवेज उन पर बिना कारण के 500 - 1000 का जुर्माना लगा देते हैं. ऐसे में वो अपने बच्चों को क्या खिलाएं और अपना घर कैसे चलाएं. ऑटो प्रधान ने कहा कि ऐसा सिर्फ यही मेवात में होता है, जहां बेरोजगारी वैसे ही आम इंसान को जीने नहीं देती.
नियमानुसार कार्रवाई- सीएम
उधर जीएम रोडवेज में ऑटो चालकों की तरफ से लगाए गए आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि ऑटो वाले हमारे विभाग को वित्तीय नुकसान पहुंचाते हैं, इसलिए उन पर नियमानुसार कार्रवाई की जा सकती है.
ऑटो चालकों के प्रधान ने ये स्पष्ट किया कि अगर उनकी कोई गलती है तो वो हर्जाना देने के लिए तैयार हैं. लेकिन बिना गलती के जुर्माना लगाना और उनके पेट पर लात मारना कहां का इंसाफ है.
आपको बता दें जिले में यातायात सेवा है पहले से ही बदहाल है. रोडवेज बसों की संख्या पर्याप्त नहीं है. ऐसे में आमजन को ऑटो समेत अन्य प्राइवेट साधनों का इस्तेमाल करना पड़ता है.
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