नूंह: अलवर कोर्ट के फैसले के बाद पहलू खान का परिवार मायूस है,वो टूट गए हैं. उन्हें अब समझ नहीं आ रहा है कि इस फैसले के बाद वो क्या करें? क्योंकि अलवर कोर्ट ने दूसरी बार ये साबित कर दिया है कि पहलू खान की किसी ने हत्या नहीं की. इससे पहले पहलू खान ने मरने से पहले जिन 6 आरोपियों का नाम बताया था, उन्हें अलवर पुलिस ने क्लीन चिट दे दी थी और 9 दूसरे आरोपी बनाए थे. जिसमें से 3 का केस नाबालिग होने की वजह से किशोर न्यायालय में विचाराधीन है. जबकि 6 को मजिस्ट्रेट साहिबा ने बाइज्जत बरी कर दिया है.
फैसले के बाद घर में नहीं जला चूल्हा
कोर्ट के इस फैसले के बाद रुआंसी आवाज़ में पहलू खान की पत्नी जेबुनी सिर्फ इतना कह सकी की आज फिर उनके जाने का गम ताजा हो गया है और गम इतना है कि घर में चूल्हा तक नहीं जला.
वीडियो नहीं देती हत्या की गवाही!
पहलू खान और उनके बेटों को पीटती भीड़ उस वीडियो में साफ दिखाई दे रही थी. वीडियो में दिखाई दे रहा था कि कैसे भीड़ बेबस बाप-बेटों पर गौतस्करी के आरोप में टूट पड़ी थी. वीडियो में पहलू खान को बेरहमी से मारते लोग साफ दिखाई दे रहे हैं, लेकिन फिर भी किसी ने पहलू खान की हत्या नहीं की है.
'कांग्रेस ने भी नहीं किया इंसाफ'
पहलू खान के बेटों ने कहा कि उन्हें उम्मीद थी कि बीजेपी नहीं लेकिन कांग्रेस की सरकार में उनके साथ जरूर न्याय होगा,लेकिन कांग्रेस ने भी उनके साथ इंसाफ नहीं किया और पुलिस ने भी अपना काम ठीक से नहीं किया. अगर किया होता तो फैसला शायद कुछ और होता
पहलू खान को किसने मारा ?
चूक कहीं भी हुई हो, लेकिन अगर कानून की नज़रों से देखा जाए तो पहलू खान को किसी ने नहीं मारा है. इसलिए आप भी उस वीडियो को भूल जाइए जिस वीडियो में भीड़ पहलू खान को मारती हुई दिखाई दे रही थी, क्योंकि वो वीडियो पहलू खान की हत्या की गवाही नहीं देता है और ना ही उस वक्त मौजूद पहलू खान के बेटों की गवाही कोई मायने रखती है. मायने रखते हैं तो वो सबूत जो अलवर पुलिस ने कोर्ट में पेश किए हैं या नहीं किये हैं ?