नूंह: हरियाणा के जिला नूंह में हुई हिंसा के बाद स्थिति को सामान्य बनाए रखने के लिए पुलिस प्रशासन अलर्ट है. एडीजीपी कानून व्यवस्था ममता सिंह ने नूंह में डेरा डाला हुआ है. शहर में शांति व भाईचारा फिर से जल्दी कायम हो सके, इसलिए ममता सिंह नूंह जिले में ही दलबल के साथ जुटी हुई है. लगातार पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक कर हालात का जायजा लेकर जरूरी दिशा निर्देश जारी कर रही हैं.
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लघु सचिवालय नूंह परिसर में शनिवार को उपायुक्त कार्यालय में ADGP ममता सिंह ने एडीजीपी एम रवि किरण साउथ रेंज रेवाड़ी के अलावा पुलिस अधीक्षक नरेंद्र सिंह बिजारनिया की मौजूदगी में नूंह हिंसा मामले को देख रहे तमाम पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की.
बैठक के बाद एडीजीपी ममता सिंह ने कहा कि कानून व्यवस्था को लेकर रिव्यू मीटिंग की है. रिव्यू करके जो आवश्यक दिशा निर्देश हैं. वो अधिकारियों को दिए हैं. उन्होंने बताया कि बजरंग दल की आगामी यात्रा के लिए परमिशन मांगे जाने वाला मामला उनके संज्ञान में नहीं है.
उन्होंने कहा कि बजरंग दल के जो लोगों ने आगामी यात्रा के लिए दोबारा परमिशन मांगी थी, वो उनके संज्ञान में नहीं है. उन्होंने कहा कि मोनू मानेसर के खिलाफ कोई मुकदमा दर्ज हुआ है या नहीं इसकी भी जानकारी उन्हें नहीं है. एडीजीपी ममता सिंह ने कहा कि नूंह में हिंसा को लेकर 60 केस दर्ज किए गए हैं. 11 लोगों के खिलाफ सोशल मीडिया पर भड़काऊ भाषण देने के केस दर्ज किए गए हैं. इसके अलावा हत्या व हत्या के प्रयास के मुकदमे दर्ज हैं. तकरीबन 260 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
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ममता सिंह ने कहा कि जांच अभी चल रही है. उन्होंने कहा कि नाजायज लोगों को गिरफ्तार नहीं किया गया है. पूछताछ के बाद निर्दोष लोगों को छोड़ा जा रहा है. जो दोषी हैं, उनको ही गिरफ्तार किया जा रहा है. तावडू थाना क्षेत्र अंतर्गत मोहम्मदपुर अहिर गांव में युवक के साथ हुई मारपीट के मामले में उन्होंने कहा कि मेरे संज्ञान में मामला नहीं है. इसके बारे में पुलिस कप्तान ज्यादा जानकारी दे सकते हैं.