महेंद्रगढ़: रोविवार को परिवार पहचान पत्र में आय सत्यापन और वोटर लिस्ट सत्यापन के प्रशिक्षण का शिक्षकों ने बहिष्कार किया तो वहीं विरोध प्रदर्शन के बाद शिक्षकों ने मुख्यमंत्री के नाम खंड शिक्षा अधिकारी को ज्ञापन सौंपा. शिक्षकों ने कहा कि इस ट्रेनिंग का पूर्ण रुप से विरोध और बहिष्कार करते हैं.
शिक्षकों ने कहा कि इस तरह के गैर शैक्षणिक कार्य अध्यापकों से बार-बार कराए जा रहे हैं. शिक्षकों को गैर शैक्षणिक कार्यों के लिए बाध्य किया जाता है जो विद्यालयों के विकास अध्यापकों की कार्यशैली, मान सम्मान, विद्यालयों में आने वाले बच्चों के साथ घोर अन्याय है.
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उन्होंने कहा कि कोविड-19 के कारण एक वर्ष देर से विद्यालय खुले हैं और अप्रैल के प्रथम सप्ताह से नया सत्र शुरू हो रहा है. इस तरह के कार्य में ड्यूटी लगाए जाने से सरकारी विद्यालयों को भारी नुकसान उठाना पड़ेगा जिसकी भरपाई सरकार, विभाग, अध्यापक नहीं कर सकेंगे.
उन्होंने कहा कि आरटीई 2009, राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 और सरकारी विद्यालय के सर्वहित के लिए इस तरह की ड्यूटी न लगाई जाए. सीएम मनोहर लाल ने पिछले सप्ताह ही शिक्षकों की गैर शैक्षणिक कार्यों में ड्यूटी न लगाने की बात कही है, दूसरी तरफ शिक्षकों को ऐसे कार्यों के लिए मजबूर किया जा रहा है.
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वहीं खंड शिक्षा अधिकारी अलका सिंह ने बताया कि उन्होंने शिक्षकों को समझाने का प्रयास किया है, उन्होंने कहा कि एक शिक्षक के पास केवल 10 से 15 घर ही आएंगे और एक से दो दिन में काम पूरा हो जायेगा.