ETV Bharat / state

कीड़ों से निजात दिलाने के लिए पिलाई कृमि मुक्ति दवा, पेट के कीड़े मारने में होगी असरदार - worm medicines

ग्रामीण इलाके के प्रत्येक सरकारी व निजी स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्रों में खिलाने की व्यवस्था की गई. यदि आज किसी कारण से कोई बच्चा छूट जाता है तो उन बच्चों को बाद में यह दवा खिलाई जाएगी. इसकी तैयारी स्वास्थ्य विभाग ने कर ली है.

बच्चों को पिलाई गई कृर्मि मुक्ति दवा.
author img

By

Published : Feb 14, 2019, 8:07 PM IST

महेंद्रगढ़: स्वास्थ्य विभाग प्रदेश को कृमि मुक्ति बनाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है. जिसके लिए नारनौल में 1 से 19 साल के बच्चों को एल्बेंडाजोल टेबलेट दी गई. ये दवा कीड़े मारने में बेहद असरदार है.

इस दवा को ग्रामीण इलाके के प्रत्येक सरकारी व निजी स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्रों में खिलाने की व्यवस्था की गई. यदि आज किसी कारण से कोई बच्चा छूट जाता है, तो उन बच्चों को बाद में यह दवा खिलाई जाएगी. इसकी तैयारी स्वास्थ्य विभाग ने कर ली है. साथ ही उसी दिन शहरी क्षेत्र में भी बच्चों को यह दवा खिलाई जाएगी.

School children
बच्चों को पिलाई गई कृर्मि मुक्ति दवा.
undefined

बता दें कि आमतौर पर मिट्टी के संपर्क में रहने से बच्चे इस बीमारी के शिकार हो जाते हैं. जैसे पेट दर्द, दस्त, कमजोरी, भूख की कमी होना पेट में कीड़े होना इसके मुख्य लक्षण है. कृमि संक्रमण के कारण बच्चों का शारीरिक व मानसिक विकास को बाधित करता है. बच्चा पढ़ाई, खेलकूद व सामाजिक जीवन में पिछड़ जाता है. इस एल्बेंडाजोल टेबलेट से पेट के कीड़े मरने के साथ-साथ खून की कमी भी दूर होती है.

सीएमओ ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के डॉ. विकास यादव ने सरकारी व गैर सरकारी स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों में एल्बेंडाजोल टेबलेट खिलाई. आज ही के दिन ग्रामीण क्षेत्र के सरकारी स्कूलों में एएनएम, प्राइवेट स्कूलों में आरबीएसके टीम और आंगनवाड़ी केन्द्रों में आंगनवाड़ी वर्कर व आशा वर्कर द्वारा यह दवा खिलाई गई. इसके अलावा जो बच्चे इस दवा का सेवन नहीं कर पाए, उन्हें कुछ दिनों बाद यह दवा खिलाई जाएगी.

महेंद्रगढ़: स्वास्थ्य विभाग प्रदेश को कृमि मुक्ति बनाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है. जिसके लिए नारनौल में 1 से 19 साल के बच्चों को एल्बेंडाजोल टेबलेट दी गई. ये दवा कीड़े मारने में बेहद असरदार है.

इस दवा को ग्रामीण इलाके के प्रत्येक सरकारी व निजी स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्रों में खिलाने की व्यवस्था की गई. यदि आज किसी कारण से कोई बच्चा छूट जाता है, तो उन बच्चों को बाद में यह दवा खिलाई जाएगी. इसकी तैयारी स्वास्थ्य विभाग ने कर ली है. साथ ही उसी दिन शहरी क्षेत्र में भी बच्चों को यह दवा खिलाई जाएगी.

School children
बच्चों को पिलाई गई कृर्मि मुक्ति दवा.
undefined

बता दें कि आमतौर पर मिट्टी के संपर्क में रहने से बच्चे इस बीमारी के शिकार हो जाते हैं. जैसे पेट दर्द, दस्त, कमजोरी, भूख की कमी होना पेट में कीड़े होना इसके मुख्य लक्षण है. कृमि संक्रमण के कारण बच्चों का शारीरिक व मानसिक विकास को बाधित करता है. बच्चा पढ़ाई, खेलकूद व सामाजिक जीवन में पिछड़ जाता है. इस एल्बेंडाजोल टेबलेट से पेट के कीड़े मरने के साथ-साथ खून की कमी भी दूर होती है.

सीएमओ ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के डॉ. विकास यादव ने सरकारी व गैर सरकारी स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों में एल्बेंडाजोल टेबलेट खिलाई. आज ही के दिन ग्रामीण क्षेत्र के सरकारी स्कूलों में एएनएम, प्राइवेट स्कूलों में आरबीएसके टीम और आंगनवाड़ी केन्द्रों में आंगनवाड़ी वर्कर व आशा वर्कर द्वारा यह दवा खिलाई गई. इसके अलावा जो बच्चे इस दवा का सेवन नहीं कर पाए, उन्हें कुछ दिनों बाद यह दवा खिलाई जाएगी.

Intro:स्वास्थ्य विभाग 1 से 19 साल उम्र के बच्चों को खिलाई एलबनडाजोल टेबलेट

सरकारी व निजी स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्रों में आज खिलाई दवा

पेट के कीड़े मारने की है यह दवा


नारनौल। स्वास्थ्य विभाग ने जिलेभर में 1 से 19 साल उम्र के प्रत्येक बच्चों को एलबनडाजोल टेबलेट दी। यह पेट के कीड़े मारने की दवा है। इसे आज ग्रामीण इलाके के प्रत्येक सरकारी व निजी स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्रों में खिलाने की व्यवस्था की गई। यदि आज किसी कारण से कोई बच्चा छूट जाता है तो उन बच्चों को बाद में यह दवा खिलाई जाएगी। इसकी तैयारी स्वास्थ्य विभाग ने कर ली है। साथ ही उसी दिन शहरी क्षेत्र में भी बच्चों को यह दवा खिलाई जाएगी। 


आमतौर पर मिट्टी के संपर्क में रहने से बच्चे बीमार होते है। पेट दर्द, दस्त, कमजोरी, भूख की कमी होना पेट में कीड़े होने के लक्षण है। कृमि संक्रमण के कारण बच्चों का शारीरिक व मानसिक विकास बाधित होता है। बच्चा पढ़ाई, खेलकूद व सामाजिक जीवन में पिछड़ जाता है। इस एलबनडाजोल टेबलेट से पेट के कीड़े मरने के साथ साथ खून की कमी भी दूर होगी और पोषण स्तर भी बेहतर बनेगा। 




Body:वीडियो कॉफ्रेसिंग में दिए निर्देश

स्वास्थ्य विभाग की मिशन डायरेक्टर अमनीत पी. कुमार ने हाल ही में वीडियो कॉंफे्रंसिंग कर जिले के स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देश दिए थे। इस दौरान सिविल सर्जन डॉ. अशोक कुमार, उप सिविल सर्जन डॉ. संजय बिश्नोई, डॉ. राम निवास, डॉ. नरेन्द्र कुमार व डॉ. विकास यादव और डीएसी सुनीता यादव मौजूद थी। वहां से मिले निर्देश के मुताबिक 8 फरवरी को राष्ट्रीय कृमि दिवस के दिन ये दवा बच्चों को देनी थी, लेकिन एनएचएम कर्मचारियों की हड़ताल के चलते ये योजना सिरे नही चढ़ पाई। इसके बाद सीएमओ डॉ. अशोक कुमार ने 14 फरवरी को बच्चों को दवा देने का दिन निश्चित किया। इसके बाद एनएचएम कर्मचारी की हड़ताल के बावजूद भी जिले के ग्रामीण क्षेत्र के सभी सरकारी व गैर सरकारी स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्रों में 1 से 19 साल के सभी बच्चों को एलबनडाजोल टेबलेट खिलाई गई।




Conclusion:यहां इनकी लगाई ड्यूटी

सीएमओ ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के डॉ. विकास यादव ने सरकारी व गैर सरकारी स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों में एलबनडाजोल टेबलेट खिलाई। आज ही के दिन ग्रामीण क्षेत्र के सरकारी स्कूलों में एएनएम, प्राइवेट स्कूलों में आरबीएसके टीम और आंगनवाड़ी केन्द्रों में आंगनवाड़ी वर्कर व आशा वर्कर द्वारा यह दवा खिलाई गई। इसके अलावा जो बच्चे इस दवा का सेवन नही कर पाए उन्हें कुछ दिनों बाद यह दवा खिलाई जाएगी।

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.