लखनऊ: पढ़ लिखकर कुछ बनने की चाह रखने वाली हरियाणा की रहने वाली एक युवती अपने भाई के अत्याचार से प्रताड़ित होकर लखनऊ भाग गई. अब एनजीओ की मदद से युवती ने पुलिस से उसके भाई से बचाने और पढ़ने की आजादी की गुहार लगाई है. राजधानी के महानगर थाने में पीड़िता के भाई के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है, वहीं लड़की फिलहाल एनजीओ की देखरेख में है.
बीते 20 फरवरी को हरियाणा राज्य के मालड़ा सराय, महेंद्रगढ़ की रहने वाली 22 साल की एक लड़की लखनऊ पहुंची. पीड़िता के मुताबिक, वह स्नातक की पढ़ाई कर रही है, और आगे भी उसे पढ़ाई जारी रखनी है लेकिन सीआरपीएफ में जवान उसका भाई उसकी जबरदस्ती शादी करवाना चाहता है. पीड़िता के मुताबिक, बीते चार सालों में उसका भाई रमेश यादव लगातार उस पर शादी करने का दबाव बनाते हुए उसकी पिटाई करता है, जिसका समर्थन उसके माता पिता भी करते हैं, जिससे प्रताड़ित होकर वह हरियाणा से लखनऊ भाग कर चली आई.
पीड़िता ने कहा उसका भाई दिल्ली में सीआरपीएफ में नौकरी करता है और जब भी हरियाणा में घर आता है तब उसे छोटी-छोटी बातों का बहाना लेकर बेल्ट, डंडों से मारता पीटता है. पीड़िता के मुताबिक, जब उसने इस बात की शिकायत अपने माता-पिता से की तो उन्होंने भी भाई का ही समर्थन किया. पीड़िता बताती है कि वह पढ़ना चाहती है, इसके लिए उसने अपने भाई और माता-पिता से भी कहा है, लेकिन उसके घर वाले पढ़ाई के समर्थन में नहीं हैं और उसकी जबरन शादी करवाना चाहते हैं.
20 फरवरी को पीड़िता अपने माता-पिता को बिना बताए हरियाणा से लखनऊ भाग आई और एक हॉस्टल में रहने लगी. इसी दौरान उसने एक एनजीओ से संपर्क किया तो महानगर थाने में भाई रमेश यादव के खिलाफ युवती ने मुकदमा लिखवाया है. यही नहीं युवती अब वापस हरियाणा भी नहीं जाना चाहती है. उसे इस बात का डर है कि कहीं उसके माता-पिता और भाई उसकी पढ़ाई पर रोक न लगा दें और उसे मानसिक व शारीरिक रूप से प्रताड़ित न करें. डीसीपी अपर्णा रजत कौशिक के मुताबिक, 'पीड़िता की तहरीर पर मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है. लड़की फिलहाल एनजीओ के ही साथ रह रही है. उसकी काउंसलिंग की जा रही है.