महेंद्रगढ़: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल जनसंवाद कार्यक्रम के तहत महेंद्रगढ़ के तीन दिवसीय दौरे पर हैं. अपने दौरे के तीसरे और आखिरी दिन सीएम मनोहर लाल को ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा. दरअसल गुरुवार को सीएम मनोहर लाल ने सिहमा को उप तहसील का दर्जा देने का ऐलान किया था. इस बात को दोगड़ा अहीर के लोगों ने सिहमा को उप-तहसील बनाने का विरोध किया.
क्योंकि लंबे समय से ग्रामीण दोगड़ा अहीर को उप-तहसील बनाने की मांग कर रहे हैं. मुख्यमंत्री का रात्रि ठहराव दोगड़ा अहीर में ही था. लिहाजा लोगों ने उनका विरोध किया. जिसके बाद प्रशासन ने ग्रामीणों से समझाकर सीएम मनोहर लाल और ग्रामीणों के प्रतिनिधिमंडल के बीच मुलाकात करवाई. सीएम ने ग्रामीणों को बताया कि नारनौल विधानसभा के सीहमा गांव में हुए जनसंवाद में उन्होंने अधिकारियों से सीहमा को उप तहसील बनाने संबंधी फिजिबिलिटी रिपोर्ट मांगी थी.
उन्होंने कहा कि अधिकारियों ने उनको सही फिजिबिलिटी रिपोर्ट उपलब्ध नहीं करवाई. सीएम ने कहा कि मुझे नहीं पता था कि दोगड़ा अहिर की भी ऐसी मांग है. अब वो दोनों गांव की फिजिबिलिटी रिपोर्ट मंगवाएंगे. जिस गांव की रिपोर्ट सही होगी, उसी को ही उप तहसील बनाया जाएगा. अटेली विधानसभा में जब भी जनसंवाद कार्यक्रम होगा. वो इसकी घोषणा कर देंगे. जिसके बाद ग्रामीणों और सीएम के बीच सहमति बन गई.
जिसके बाद ग्रामीणों ने सीएम का विरोध बंद कर दिया. इसके बाद सीएम अपने जनसंवाद कार्यक्रम के लिए रवाना हो गए. सीहमा को उप तहसील का दर्जा दिए जाने की घोषणा की खबर जैसे ही दोगड़ा अहीर के लोगों को लगी तो उनमें रोष फैल गया. गुस्साए ग्रामीणों ने रात के समय ही गांव में प्रदर्शन कर विरोध जताया. इसी गांव में सीएम का रात्रि प्रवास भी था. रात के समय गांव का कोई भी व्यक्ति सीएम से मिलने नहीं गया.
सुबह जब अटेली के विधायक सीताराम गांव दोगड़ा अहीर पहुंचे तो वहां पर उनका जबरदस्त विरोध हुआ. विधायक का ग्रामीणों ने घेराव किया. विधायक का विरोध होने पर मौके पर एसपी विक्रांत भूषण भी पहुंचे और उन्होंने ग्रामीणों को समझाने की कोशिश की. बता दें कि सीहमा से दोगड़ा अहीर गांव करीब 5 किलोमीटर दूर है. वहीं विरोध सीएम के विरोध को देखते हुए मौके पर भारी पुलिस बल तैनात रहा. महिला पुलिसकर्मियों को भी मौके पर बुलाया गया.