कुरुक्षेत्र: अफगानिस्तान (Afghanistan) में तालिबान (Taliban) के कब्जे के बाद भारत में रह रहे अफगानी नागरिक व छात्र बेहद परेशान हैं. एक तो उन्हें अफगानिस्तान में रह रहे अपने परिवारों की चिंता है साथ ही उनका स्टडी वीजा भी खत्म होने वाला है. ऐसे में ये छात्र भारत सरकार से मदद की आस लगाए बैठे हैं. हरियाणा के कुरुक्षेत्र जिले (Afghani students in kurukshetra) में भी करीब 50 अफगानी छात्र हैं. जिनमें से ज्यादातर की वीजा अवधि 31 अगस्त को खत्म होने वाली है. वहीं अफगानिस्तान में इनके परिवारों पर मुसीबत टूट पड़ी है ऐसे में अब इनके सामने आर्थिक संकट भी खड़ा हो गया है.
ऐसे में इन अफगानी छात्रों पर मुसीबत का पहाड़ टूट पड़ा है. ये छात्र अपने वतन अफगानिस्तान फिलहाल नहीं जा सकते क्योंकि वहां हालात खराब हैं. गोलियों के साये में इनके परिवार अफगानिस्तान में अपनी जिंदगी की लड़ाई लड़ रहे हैं तो वहीं हजारों मील दूर हिन्दुस्तान में ये लोग भी परेशान हैं. वीजा अवधि खत्म होने वाली है, पैसे भी खत्म होने के कगार पर हैं, अब ये जाएं तो कहां जाएं. अफगानी छात्र मोहम्मद नदीम मजार शरीफ कहते हैं कि वीजा खत्म होने को है, पैसा बचा नहीं, मुल्क जा नहीं सकते क्योंकि फ्लाइट बंद हैं और ऐसे में चारों तरफ अंधेरा ही है. हम अब बस भारत सरकार की तरफ देख रहे हैं.
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ये युवक कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी प्रशासन से किसी और कोर्स में दाखिला चाहते हैं, लेकिन अब इनके पास न खाने के पैसे हैं और न फीस भरने के. वहीं छात्रा आरिफा इब्राहीमी जो गजनी प्रोविंस की रहने वाली है वह तालिबानियों के महिलाओं पर किए गए जुल्मों को याद कर सिहर उठती है. उसका कहना है कि वह हिंदुस्तान में ही रहेगी चाहे कुछ भी हो जाए. जब तक हालात सामान्य नहीं होते वह गजनी यानी अफगानिस्तान नहीं जाएगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बेहद उम्मीद है कि वे जरूर हमारी मदद करेंगे. बहरहाल अब ऐसे में देखना होगा कि भारत सरकार इन छात्रों की मदद किस प्रकार करेगी.