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कभी नेटवर्क की समस्या तो कभी घर का शोर, ऑनलाइन पढ़ाई से छात्र और टीचर्स में नहीं बना रहा तालमेल - ऑलाइन क्लास छात्र परेशान

कोरोना महामारी के चलते छात्रों की पढ़ाई बाधित ना हो इसलिए, ऑनलाइन क्लास को शुरु किया गया था. लेकिन ये ऑनलाइन क्लास फायदेमंद कम और नुकसानदायक ज्यादा साबित हो रही हैं. कभी नेटवर्क की समस्या तो कभी घर का माहौल, इन सबकी वजह से धीरे-धीरे बच्चों की पढ़ाई से रूचि कम हो रही है.

Students affected online classes
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Published : Jan 28, 2021, 6:23 PM IST

कुरुक्षेत्र: कोरोना महामारी के बाद लगे लॉकडाउन की वजह से शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह से ठप हो गई. जिसके बाद बच्चों की पढ़ाई को जारी रखने के लिए ऑनलाइन क्लास का संचालन किया गया. कुछ अभिभावकों और बच्चों ने ऑनलाइन शिक्षा से संतुष्ट नजर आए, लेकिन कुछ बच्चे और अभिभावकों ऑनलाइन शिक्षा प्रणाली से खुश नहीं दिखे. बात करें कुरूक्षेत्र कि तो यहां बड़ी संख्या में बच्चे ऑनलाइन पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं.

ये भी पढ़ें- कोरोना के कारण कैसे नेत्रहीन छात्रों के लिए पढ़ाई करना हुआ और मुश्किल, देखिए ये रिपोर्ट

अमित शर्मा और रितेश नाम के छात्र ने ईटीवी भारत हरियाणा के साथ बातचीत में बताया कि पढ़ाई में सबसे ज्यादा परेशानी नेटवर्क को लेकर आती है. कभी छात्रों की तरफ से नेटवर्क नहीं होता, तो कभी टीचर्स की तरफ से, जिसके वजह से पढ़ाई में परेशानी होती है.

ऑनलाइन पढ़ाई से छात्र और टीचर्स में नहीं बना रहा तालमेल

क्या-क्या होती हैं परेशानी?

  • ऑनलाइन पढ़ाई में नेटवर्क ना आना बड़ी समस्या
  • नेटवर्क समस्या होने से बच्चों में बढ़ रहा तनाव
  • ऑनलाइन क्लास में डाउट्स दूर करना मुश्किल
  • छात्र और टीचर्स के बीच नहीं बन रहा तालमेल
  • पढ़ाई के प्रति छात्रों को रूची हो रही कम
  • छात्रों की आखों में जलन, सिरदर्द की शिकायत बढ़ी

छात्रों की पढ़ाई बाधित ना हो इसलिए, ऑनलाइन क्लास को शुरु किया गया था. लेकिन ये ऑनलाइन क्लास फायदेमंद कम और नुकसानदायक ज्यादा साबित हो रही हैं. कभी नेटवर्क की समस्या तो कभी घर का माहौल, इन सबकी वजह से धीरे-धीरे बच्चों की पढ़ाई से रूचि कम हो रही है.

ये भी पढ़ें- भिवानी: शारीरिक शिक्षक संघ के लिए जगी आशा की किरण, जल्द हो सकती है बहाली

कैसे हो सकता है समाधान?

  • टीचर्स ने अब वीडियो बनाकर सिलेबस को यू-ट्यूब पर अपलोड करना शुरू कर दिया है
  • छात्र अपनी सुविधा के अनुसार वीडियो को बार-बार देखकर समझ सकता है
  • अगर कोई परेशानी या सवाल हो तो छात्र टीचर से पूछकर हल कर सकता है
  • अभिभावक भी ऑनलाइन पढ़ाई के वक्त बच्चों को शांति का माहौल दे
  • टीचर्स अब स्कीन टाइम को छोटा कर रहे हैं
  • जितनी छोटी वीडियो होगी उतना कम असर छात्रों की आंखों पर पड़ेगा

भाव्या नाम की छात्रा ने कहा कि उसे घर में कामकाज में भी हाथ बंटाना पड़ता है. इसलिए वो पढ़ाई पर ध्यान नहीं लगा पाती. इस बीच वो पढने बैठती भी है तो घर का शोर और नेटवर्क की समस्या की वजह से कुछ समझ नहीं आता. जिसकी वजह से उन्हें पढ़ने में काफी समस्या आती है.

ये भी पढ़ें- ऑनलाइन पढ़ाई के दौरान ITI के छात्रों को इस वजह से हुआ ज्यादा नुकसान, देखिए

गीता स्कूल के प्रिंसिपल प्रशांत अग्रवाल और शिक्षाविद आदित्य गर्ग ने ईटीवी भारत हरियाणा से बातचीत के दौरान कहा कि इन सब समस्याओं को देखते हुए अब अध्यापकों ने कंटेंट को यू-ट्यूब पर अपलोड करना शुरू कर दिया है. इससे छात्र अपनी सुविधा के अनुसार वीडियो को बार-बार देखकर विषय को समझ सकता है. अगर कोई भी परेशानी उसे आ रही हो तो वो फोन करके अपने टीचर से उस समस्या का समाधान कर सकता है. भले ही सूबे में 9वीं से 12वीं क्लास तक के स्कूल खुल गए हों, लेकिन अभिभावक कोरोना के डर की वजह से बच्चों को स्कूल में भेजने से परहेज कर रहे हैं. मतलब ये कि ज्यादातर पढ़ाई ऑनलाइन तरीके से ही हो रही है.

कुरुक्षेत्र: कोरोना महामारी के बाद लगे लॉकडाउन की वजह से शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह से ठप हो गई. जिसके बाद बच्चों की पढ़ाई को जारी रखने के लिए ऑनलाइन क्लास का संचालन किया गया. कुछ अभिभावकों और बच्चों ने ऑनलाइन शिक्षा से संतुष्ट नजर आए, लेकिन कुछ बच्चे और अभिभावकों ऑनलाइन शिक्षा प्रणाली से खुश नहीं दिखे. बात करें कुरूक्षेत्र कि तो यहां बड़ी संख्या में बच्चे ऑनलाइन पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं.

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अमित शर्मा और रितेश नाम के छात्र ने ईटीवी भारत हरियाणा के साथ बातचीत में बताया कि पढ़ाई में सबसे ज्यादा परेशानी नेटवर्क को लेकर आती है. कभी छात्रों की तरफ से नेटवर्क नहीं होता, तो कभी टीचर्स की तरफ से, जिसके वजह से पढ़ाई में परेशानी होती है.

ऑनलाइन पढ़ाई से छात्र और टीचर्स में नहीं बना रहा तालमेल

क्या-क्या होती हैं परेशानी?

  • ऑनलाइन पढ़ाई में नेटवर्क ना आना बड़ी समस्या
  • नेटवर्क समस्या होने से बच्चों में बढ़ रहा तनाव
  • ऑनलाइन क्लास में डाउट्स दूर करना मुश्किल
  • छात्र और टीचर्स के बीच नहीं बन रहा तालमेल
  • पढ़ाई के प्रति छात्रों को रूची हो रही कम
  • छात्रों की आखों में जलन, सिरदर्द की शिकायत बढ़ी

छात्रों की पढ़ाई बाधित ना हो इसलिए, ऑनलाइन क्लास को शुरु किया गया था. लेकिन ये ऑनलाइन क्लास फायदेमंद कम और नुकसानदायक ज्यादा साबित हो रही हैं. कभी नेटवर्क की समस्या तो कभी घर का माहौल, इन सबकी वजह से धीरे-धीरे बच्चों की पढ़ाई से रूचि कम हो रही है.

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कैसे हो सकता है समाधान?

  • टीचर्स ने अब वीडियो बनाकर सिलेबस को यू-ट्यूब पर अपलोड करना शुरू कर दिया है
  • छात्र अपनी सुविधा के अनुसार वीडियो को बार-बार देखकर समझ सकता है
  • अगर कोई परेशानी या सवाल हो तो छात्र टीचर से पूछकर हल कर सकता है
  • अभिभावक भी ऑनलाइन पढ़ाई के वक्त बच्चों को शांति का माहौल दे
  • टीचर्स अब स्कीन टाइम को छोटा कर रहे हैं
  • जितनी छोटी वीडियो होगी उतना कम असर छात्रों की आंखों पर पड़ेगा

भाव्या नाम की छात्रा ने कहा कि उसे घर में कामकाज में भी हाथ बंटाना पड़ता है. इसलिए वो पढ़ाई पर ध्यान नहीं लगा पाती. इस बीच वो पढने बैठती भी है तो घर का शोर और नेटवर्क की समस्या की वजह से कुछ समझ नहीं आता. जिसकी वजह से उन्हें पढ़ने में काफी समस्या आती है.

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गीता स्कूल के प्रिंसिपल प्रशांत अग्रवाल और शिक्षाविद आदित्य गर्ग ने ईटीवी भारत हरियाणा से बातचीत के दौरान कहा कि इन सब समस्याओं को देखते हुए अब अध्यापकों ने कंटेंट को यू-ट्यूब पर अपलोड करना शुरू कर दिया है. इससे छात्र अपनी सुविधा के अनुसार वीडियो को बार-बार देखकर विषय को समझ सकता है. अगर कोई भी परेशानी उसे आ रही हो तो वो फोन करके अपने टीचर से उस समस्या का समाधान कर सकता है. भले ही सूबे में 9वीं से 12वीं क्लास तक के स्कूल खुल गए हों, लेकिन अभिभावक कोरोना के डर की वजह से बच्चों को स्कूल में भेजने से परहेज कर रहे हैं. मतलब ये कि ज्यादातर पढ़ाई ऑनलाइन तरीके से ही हो रही है.

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