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ग्राउंड रिपोर्ट: गेहूं को बारिश से बचाने की प्रशासन की तैयारी अधूरी! देखिए ये खास रिपोर्ट - ऑपरेशन गोदाम

Etv Bharat की टाम ने कुरूक्षेत्र के हैफेड गोदाम और एफसीआई गोदाम का जायजा लिया. यहां बारिश से बचने के लिए कुछ हद तक इंतजाम किए गए हैं. खुले में भी जो अनाज पड़ा है वो तिरपाल या प्लास्टिक से ढका हुआ है. जहां अनाज रखे गये हैं वहां जानवर खुले में घूम रहे हैं.

EtvBharat की टीम ने कुरूक्षेत्र के हैफेड गोदाम और एफसीआई गोदाम का जायजा लिया
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Published : Jul 14, 2019, 10:47 AM IST

Updated : Jul 15, 2019, 2:13 PM IST

कुरुक्षेत्र: हरियाणा के सभी जिलों के हैफेड हाउस में मानसून से निपटने के लिए क्या तैयारियां की गई हैं ये जानने के लिए Etv Bharat ने 'ऑपरेशन गोदाम' की शुरुआत की है. ताकि हर साल जिस तरीके से बारिश में अनाज खराब होता है उसे बचाया जा सके. आज Etv Bharat की टीम एफसीआई गोदाम व हैफेड के स्टॉक की स्थिति का जायजा लेने कुरुक्षेत्र पहुंची है. सबसे पहले हमारी टीम कुरुक्षेत्र के गांव झांसा में अनाज गोदाम का जायजा लेने पहुंची.

देखें ये खास रिपोर्ट.

ये है हैफेड गोदामों में स्टॉक की स्थिति

⦁ जिले में 2 लाख 84 हजार मीट्रिक टन अनाज स्टॉक में है.
⦁ जिले में लगभग 1 लाख 40 हजार मीट्रिक टन अनाज गोदाम में रखा है.
⦁ लगभग 1 लाख 50 हजार मीट्रिक टन अनाज खुले में रखा है.
⦁ 25 हजार मीट्रिक टन क्षमता के गोदाम अभी बन रहे हैं.
⦁ खुले में पड़ा अनाज तिरपाल से ढका गया है.

गोदाम का जायजा लेने के बाद हमारी टीम ने एफसीआई गोदाम की तरफ रुख किया. वहां जाते ही अधिकारियों ने गोदामों की वीडियो बनाने और कोई भी जानकारी देने से मना कर दिया. यहां की स्थिति देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि यहां अधिकारियों की मिलीभगत से कोई घोटाला हो रहा है क्योंकि अंदर जाने नहीं दिया जा रहा और क्या कारण है कि अधिकारी कैमरे के सामने आने से मना कर रहे हैं.

कैसी है तैयारी?
कुरुक्षेत्र के हैफेड गोदाम की बात की जाए तो यहां बारिश से बचने के लिए कुछ हद तक इंतजाम किए गए हैं. खुले में भी जो अनाज पड़ा है वो तिरपाल या प्लास्टिक से ढका हुआ है. नीचे से पानी न आए इसके लिए अनाज रखने के लिए ऊंची जगह का इस्तेमाल किया गया है. लेकिन इन इंतजामों के बावजूद कुछ चीजें ऐसी हैं जिन्हें नजरअन्दाज किया गया है जैसे कि जहां अनाज रखे गये हैं वहां जानवर खुले में घूम रहे हैं. अधिकारियों से बात की गई तो उन्होंने सब इंतजाम ठीक बताते हुए अपना पल्ला झाड़ दिया.

कुरुक्षेत्र: हरियाणा के सभी जिलों के हैफेड हाउस में मानसून से निपटने के लिए क्या तैयारियां की गई हैं ये जानने के लिए Etv Bharat ने 'ऑपरेशन गोदाम' की शुरुआत की है. ताकि हर साल जिस तरीके से बारिश में अनाज खराब होता है उसे बचाया जा सके. आज Etv Bharat की टीम एफसीआई गोदाम व हैफेड के स्टॉक की स्थिति का जायजा लेने कुरुक्षेत्र पहुंची है. सबसे पहले हमारी टीम कुरुक्षेत्र के गांव झांसा में अनाज गोदाम का जायजा लेने पहुंची.

देखें ये खास रिपोर्ट.

ये है हैफेड गोदामों में स्टॉक की स्थिति

⦁ जिले में 2 लाख 84 हजार मीट्रिक टन अनाज स्टॉक में है.
⦁ जिले में लगभग 1 लाख 40 हजार मीट्रिक टन अनाज गोदाम में रखा है.
⦁ लगभग 1 लाख 50 हजार मीट्रिक टन अनाज खुले में रखा है.
⦁ 25 हजार मीट्रिक टन क्षमता के गोदाम अभी बन रहे हैं.
⦁ खुले में पड़ा अनाज तिरपाल से ढका गया है.

गोदाम का जायजा लेने के बाद हमारी टीम ने एफसीआई गोदाम की तरफ रुख किया. वहां जाते ही अधिकारियों ने गोदामों की वीडियो बनाने और कोई भी जानकारी देने से मना कर दिया. यहां की स्थिति देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि यहां अधिकारियों की मिलीभगत से कोई घोटाला हो रहा है क्योंकि अंदर जाने नहीं दिया जा रहा और क्या कारण है कि अधिकारी कैमरे के सामने आने से मना कर रहे हैं.

कैसी है तैयारी?
कुरुक्षेत्र के हैफेड गोदाम की बात की जाए तो यहां बारिश से बचने के लिए कुछ हद तक इंतजाम किए गए हैं. खुले में भी जो अनाज पड़ा है वो तिरपाल या प्लास्टिक से ढका हुआ है. नीचे से पानी न आए इसके लिए अनाज रखने के लिए ऊंची जगह का इस्तेमाल किया गया है. लेकिन इन इंतजामों के बावजूद कुछ चीजें ऐसी हैं जिन्हें नजरअन्दाज किया गया है जैसे कि जहां अनाज रखे गये हैं वहां जानवर खुले में घूम रहे हैं. अधिकारियों से बात की गई तो उन्होंने सब इंतजाम ठीक बताते हुए अपना पल्ला झाड़ दिया.

Intro:कुरुक्षेत्र हरियाणा के सभी जिलों के हैफेड हाउस और एफसीआई ने मानसून से निपटने के लिए क्या तैयारियां की गई है यह जानने के लिए ईटीवी भारत की टीम ऑपरेशन गोदाम के तहत एफसीआई गोदाम व हैफेड के स्टॉक की स्थिति का जायजा लेने कुरुक्षेत्र पहुंची जब ईटीवी भारत की टीम कुरुक्षेत्र के गांव झांसा की अनाज मंडी में पहुंची अनाज मंडी में लाखों टन अनाज खुले आसमान के नीचे दिखाई दिया नाम मात्र के लिए तीरपाल तो अनाज की बोरियों पर ढक दी गई है परंतु मंडी में रखा अनाज खुले में घूमते जानवर अनाज की बोरियों को पढ़ते जानवर हमें वहां दिखाई दिए जब इस अधिकारियों से बात की गई तो उन्होंने सब इंतज़ाम ठीक बताते हुए अपना पल्ला झाड़ दिया फटी गेहू की बोरिया ओर अनाज खाते हुए जानवर आप खुद तस्वीरों में देख सकते हैं
सिक्योरिटी के नाम पर के वहां दूर-दूर तक कोई भी दिखाई नहीं दिया कोई भी यहाँ से बोरिया बड़ी आसानी से चोरी कर सकता है इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि अन्नदाता का उगाया हुआ अन्न राम भरोसे है।


Body:हैफेड गोदाम के जिला इंचार्ज अनूप नैन ने बताया की उनके पास 140000 मीट्रिक टन गेहूं को गोदाम में रखा गया है और 150000 मीट्रिक टन जिले की मंडियों में खुला रखा गया है उनके पास लगभग दो लाख 84 हजार मैट्रिक टन का स्टॉक है अनूप ने बताया की पिछले 3 वर्षों में उनके पास 35000 मैट्रिक टन के नए गोदाम बने हैं और पिछले 1 वर्ष में 25 हजार मीट्रिक टन गेहूं को रखने के लिए गोदाम बनाए जा रहे हैं अनूप से जब झांसा मंडी में रखें गेहूं के बारे में पूछा गया तो उन्होंने अपने ही इंतजाम आपको ठीक बताते हुए पल्ला झाड़ दिया।

बाईट:-अनूप नैन जिला मैनेजर हैफेड


Conclusion:गोदाम का जायजा लेने के बाद हमारी टीम ने एफसीआई गोदाम की तरफ रुख किया वहां जाते ही अधिकारियों ने गोदामों की वीडियो बनाना और कोई भी जानकारी देने से मना कर दिया यहां की स्थिति देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि यहां अधिकारियों की मिलीभगत से कोई घोटाला हो रहा है क्यों अंदर जाने नहीं दिया जा रहा और क्या कारण है कि अधिकारी कैमरे के सामने आने से मना कर रहे हैं।
Last Updated : Jul 15, 2019, 2:13 PM IST
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