कुरुक्षेत्र: हरियाणा में हुई तेज बरसात के कारण कुरुक्षेत्र अनाज मंडी और उसके आस-पास खुले आसमान के नीचे रखा किसानों का हजारों क्विंटल धान भीग गया है. इस बार बरसात ने किसानों पर जमकर कहर बरपाया है. पहले धान लगाते समय बाढ़ के चलते हजारों एकड़ धान की फसल को नष्ट हो गई थी, अब मंडी में पहुंचने के बाद बारिश ने धान बर्बाद कर दिया है. नाराज किसानों ने जिला प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है.
खुले आसमान के नीचे भीगे धान को देखकर किसानों ने रोष जताया और कहा कि मौसम विभाग की तरफ से 2 दिन पहले ही अलर्ट जारी कर दिया गया था, लेकिन बरसात को लेकर प्रशासन ने कोई पुख्ता प्रबंध नहीं किया, जिसकी वजह से उनकी मेहनत पर पानी फिर गया और फसल बर्बाद हो गई. दरअसल कुरुक्षेत्र में सोमवार सुबह से ही तेज बरसात हो रही थी जो करीब चार से पांच घंटे हुई. मौसम विभाग की तरफ से पहले ही बारिश की चेतावनी दे दी गई थी लेकिन प्रशासन ने कोई इंतजाम नहीं किया.
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मौसम विभाग ने हरियाणा में 17 तारीख तक बरसात की संभावना जताई है. किसानों ने कहा कि जिला प्रशासन की लापरवाही का नतीजा उनको भुगतना पड़ रहा है. 6 महीने की कड़ी मेहनत के बाद तैयार की गई फसल मंडी में आने के बाद भीग गई. धान की ज्यादा आवक के चलते कुरुक्षेत्र में अनाज मंडी से बाहर ब्रह्म सरोवर के आसपास भी धान डाला गया है जो पूरी तरह भीग चुका है.
सरकार और जिला प्रशासन हर बार फसल खरीद के लिए पुख्ता प्रबंध की बात कहता हैं लेकिन अनाज मंडी में धान डालने के लिए जगह नहीं रही. जिसकी वजह से किसानों को खुले आसमान के तले सड़कों पर धान को रखना पड़ा. उसके अलावा धीमा गति से हो रहे उठान के चलते भी धान का ढेर लग गया है. फसल बर्बाद होने के चलते किसान प्रशासन से खासा नाराज हैं.
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