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ओवर स्पीडिंग से बाज नहीं आ रहे लोग, जान हथेली पर रखकर चला रहे वाहन - कुरुक्षेत्र ओवर स्पीड समस्या

कुरुक्षेत्र में लोगों लगातार ओवर स्पीडिंग कर वाहन चला रहे हैं. जिसकी वजह सड़क दुर्घटनाओं में इजाफा हो रहा है. पुलिस प्रशासन द्वारा ऐसे वाहन चालकों के खिलाफ 2 हजार रुपये का चालान किया जाता है. लेकिन इसके बाद भी लोग ओवर स्पीड से बाज नहीं आ रहे हैं.

ओवर स्पीडिंग से बाज नहीं आ रहे लोग, जान हथैली पर रखकर चला रहे वाहन
ओवर स्पीडिंग से बाज नहीं आ रहे लोग, जान हथैली पर रखकर चला रहे वाहन
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Published : Nov 29, 2020, 2:38 PM IST

कुरुक्षेत्र: देश और प्रदेश में सड़क हादसों को रोकने के लिए गाड़ियों की स्पीड लिमिट तय की जा चुकी है. लेकिन इसके बावजूद लोग सड़कों पर सरकार के आदेशों की धज्जियां उड़ा रहे हैं. हरियाणा के कुरूक्षेत्र के नेशनल हाईवे -1 पर कार की स्पीड लिमिट 90 किलोमीटर प्रति घंटा, दोपहिया वाहनों की 60 किलोमीटर प्रति घंटा और बड़े वाहनों की स्पीड 60 किलोमीटर प्रति घंटा निर्धारित की गई है.

ओवर स्पीड से बाज नहीं आ रहे लोग

लेकिन इसके बावजूद भी लोग ओवर स्पीड ड्राइविंग करते अक्सर नजर आते हैं. पुलिस प्रशासन द्वारा ऐसे वाहन चालकों के खिलाफ 2 हजार रुपये का चालान किया जाता है. अगर कोई शख्स चालान नहीं भरता है तो उसका ड्राइविंग लाइसेंस और दूसरा डोक्यूमेंट जब्त कर लिया जाता है. फिर भी लोग ओवर स्पीड से बाज नहीं रहे हैं.

ओवर स्पीडिंग से बाज नहीं आ रहे लोग, जान हथेली पर रखकर चला रहे वाहन

ऐसे नापी जाती है ओवर स्पीडिंग

अब आपको बताते हैं कि आखिर कैसे नेशनल हाईवे पर गाड़ियों की स्पीड चेक की जाती है. दरअसल नेशनल हाईवे पर जगह-जगह इंटरसेप्टर गाड़ियों को तैनात किया जाता है. जो आधे से एक किलोमीटर की रेंज में गाड़ियों की स्पीड को कैप्चर कर लेती हैं. जिसके बाद इंटरसेप्टर ऑपरेटर इसकी जानकारी वायरलैस की मदद से आगे पहुंचा देता है. जिसके बाद पुलिस द्वारा ओवर स्पीड ड्राइविंग करने वालों के चालान काटे जाते हैं.

लाइसेंस रद्द करने का है प्रावधान

अगर स्पीड सीमा बहुत ज्यादा है तो ऐसे में पुलिस वाहन चालक का लाइसेंस सस्पेंड करने के लिए लाइसेंस अथॉरिटी को शिकायत देती है जिस पर वाहन चालक का लाइसेंस 3 महीने के लिए सस्पेंड किया जा सकता है या रद्द भी किया जा सकता है. कुरूक्षेत्र में पिछले साल 2019 में 4,790 लोगों के ओवर स्पीड के चालान किए गए थे.

ये भी पढ़ें- वक्त के साथ बदली डाक विभाग की सेवाएं, बैंकिंग-पासपोर्ट समेत कई सुविधाएं मिल रहीं

वहीं इस साल कोरोना काल के दौरान चालानों में कमी आई है. कुरूक्षेत्र पुलिस अब तक लगभग 2 हजार लोगों के ओवर स्पीड के चालान कर चुकी है. लेकिन इसके बावजूद लोग मानने को तैयार नहीं है. लोग अपनी और दूसरों की जान को खतरे में डालकर ओवर स्पीड ड्राइविंग करते हैं. पुलिस द्वारा लगातार लोगों से सुरक्षित गाड़ी चलाने की अपील की जा रही है.

सैकड़ों लोग गंवाते हैं जान

देशभर में हर साल सैकड़ों लोग ओवर स्पीड के चलते अपनी जान गंवा देते हैं. लेकिन पुलिस के तमाम जागरुकता अभियानों के बाद भी ऐसे मामलों में कमी नहीं आ रही है. ऐसे में जरूरत है तो ट्रैफिक पुलिस को और भी सख्ती दिखाने की. ज्यादातर सड़क हादसे ओवर स्पीड की वजह से ही होती है.

कुरुक्षेत्र: देश और प्रदेश में सड़क हादसों को रोकने के लिए गाड़ियों की स्पीड लिमिट तय की जा चुकी है. लेकिन इसके बावजूद लोग सड़कों पर सरकार के आदेशों की धज्जियां उड़ा रहे हैं. हरियाणा के कुरूक्षेत्र के नेशनल हाईवे -1 पर कार की स्पीड लिमिट 90 किलोमीटर प्रति घंटा, दोपहिया वाहनों की 60 किलोमीटर प्रति घंटा और बड़े वाहनों की स्पीड 60 किलोमीटर प्रति घंटा निर्धारित की गई है.

ओवर स्पीड से बाज नहीं आ रहे लोग

लेकिन इसके बावजूद भी लोग ओवर स्पीड ड्राइविंग करते अक्सर नजर आते हैं. पुलिस प्रशासन द्वारा ऐसे वाहन चालकों के खिलाफ 2 हजार रुपये का चालान किया जाता है. अगर कोई शख्स चालान नहीं भरता है तो उसका ड्राइविंग लाइसेंस और दूसरा डोक्यूमेंट जब्त कर लिया जाता है. फिर भी लोग ओवर स्पीड से बाज नहीं रहे हैं.

ओवर स्पीडिंग से बाज नहीं आ रहे लोग, जान हथेली पर रखकर चला रहे वाहन

ऐसे नापी जाती है ओवर स्पीडिंग

अब आपको बताते हैं कि आखिर कैसे नेशनल हाईवे पर गाड़ियों की स्पीड चेक की जाती है. दरअसल नेशनल हाईवे पर जगह-जगह इंटरसेप्टर गाड़ियों को तैनात किया जाता है. जो आधे से एक किलोमीटर की रेंज में गाड़ियों की स्पीड को कैप्चर कर लेती हैं. जिसके बाद इंटरसेप्टर ऑपरेटर इसकी जानकारी वायरलैस की मदद से आगे पहुंचा देता है. जिसके बाद पुलिस द्वारा ओवर स्पीड ड्राइविंग करने वालों के चालान काटे जाते हैं.

लाइसेंस रद्द करने का है प्रावधान

अगर स्पीड सीमा बहुत ज्यादा है तो ऐसे में पुलिस वाहन चालक का लाइसेंस सस्पेंड करने के लिए लाइसेंस अथॉरिटी को शिकायत देती है जिस पर वाहन चालक का लाइसेंस 3 महीने के लिए सस्पेंड किया जा सकता है या रद्द भी किया जा सकता है. कुरूक्षेत्र में पिछले साल 2019 में 4,790 लोगों के ओवर स्पीड के चालान किए गए थे.

ये भी पढ़ें- वक्त के साथ बदली डाक विभाग की सेवाएं, बैंकिंग-पासपोर्ट समेत कई सुविधाएं मिल रहीं

वहीं इस साल कोरोना काल के दौरान चालानों में कमी आई है. कुरूक्षेत्र पुलिस अब तक लगभग 2 हजार लोगों के ओवर स्पीड के चालान कर चुकी है. लेकिन इसके बावजूद लोग मानने को तैयार नहीं है. लोग अपनी और दूसरों की जान को खतरे में डालकर ओवर स्पीड ड्राइविंग करते हैं. पुलिस द्वारा लगातार लोगों से सुरक्षित गाड़ी चलाने की अपील की जा रही है.

सैकड़ों लोग गंवाते हैं जान

देशभर में हर साल सैकड़ों लोग ओवर स्पीड के चलते अपनी जान गंवा देते हैं. लेकिन पुलिस के तमाम जागरुकता अभियानों के बाद भी ऐसे मामलों में कमी नहीं आ रही है. ऐसे में जरूरत है तो ट्रैफिक पुलिस को और भी सख्ती दिखाने की. ज्यादातर सड़क हादसे ओवर स्पीड की वजह से ही होती है.

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