कुरुक्षेत्र: किसानों का आंदोलन बीते 13 दिनों से दिल्ली के अलग-अलग बॉर्डर पर जारी है. किसानों ने साफ कर दिया है कि सरकार कृषि कानूनों को वापस ले तभी आंदोलन रुकेगा. वहीं किसानों ने ये भी स्पष्ट कर दिया है कि उन्हें किसी भी राजनीतिक दल का समर्थन नहीं चाहिए और ना ही वो अपने मंच पर किसी राजनेता को आने देंगे. इसी को लेकर बीजेपी सांसद नायब सिंह सैनी ने किसानों पर सवाल खड़े किए हैं.
नायब सैनी का कहना है कि किसानों ने कहा था कि किसी भी पार्टी के नेता को आंदोलन में शामिल नहीं होने देंगे, लेकिन अब तस्वीरें कुछ और ही बयां कर रही है. उन्होंने किसान आंदोलन को पंजाब सरकार से जोड़ते हुए कहा कि अगले साल पंजाब में चुनाव होने हैं. पंजाब सरकार किसानों के कंधों पर बंदूक रखकर चुनाव जीतना चाहती है.
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कृषि मंत्री जेपी दलाल के बाद अब नायब सिंह सैनी ने भी एसवाईएल का मुद्दा उठा दिया है. बीजेपी सांसद का कहना है कि अगर भूपेंद्र सिंह हुड्डा और अभय सिंह चौटाला सच्चे किसान हितैषी हैं तो एसवाईएल का मुद्दा भी उठाएं. इससे पहले जेपी दलाल ने कहा था कि 9 दिसंबर को किसानों की जो बैठक होनी है उसमें किसान नेता एसवाईएल पर भी चर्चा करें.