कुरुक्षेत्र: जिले में बर्खास्त सफाई कर्मचारियों का प्रदर्शन पिछले 40 दिनों से जारी है, लेकिन अभी तक इनकी मांगे नहीं मानी गई है. कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड से मई महीने में निकाले गए ये कर्मचारी अपनी नौकरी बहाली की मांग कर रहे हैं. इस मांग को लेकर ये कर्मचारी कई बार प्रशासन से भी मिल चुके हैं, लेकिन इनकी समस्या का समाधान नहीं हुआ.
बता दें कि इन सफाई कर्मचारियों को बिना किसी नोटिस के ही नौकरी से निकाल दिया गया था. विकास बोर्ड ने कुल 70 सफाई कर्मचारियों को बर्खास्त किया था, जिसके बाद ये सभी कर्मचारी धरने पर बैठ गए. जिला प्रशासन ने बुधवार को इन बर्खास्त कर्मचारी और कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के बीच बैठक करवाने की बात कही, जिससे इनकी समस्या का हल निकल जाए.
कोरोना संकट के दौर में जहां एक तरफ राज्य सरकार और केंद्र सरकार अपील कर रही है कि किसी भी कर्मचारी को नौकरी से ना निकाला जाए, वहीं दूसरी तरफ कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड ने 70 कर्मचारियों को बिना किसी नोटिस के नौकरी से निकाल दिया. इन सफाई कर्मचारियों ने कोरोना संकट के समय अपनी जान हथेली पर रखकर शहर को साफ करने का जिम्मा लिया था.
ये भी पढ़ें- आज दोबारा गुरुग्राम पहुंचेगी राजस्थान SOG, कांग्रेस विधायकों की तलाश में करेगी छानबीन
सरकार इन सफाई कर्मचारियों को कोरोना वॉरियर के रूप में सम्मानित भी कर रही थी, लेकिन आज इन्हीं कोरोना वॉरियर को अपनी नौकरी बहाली के लिए भटकना पड़ रहा है. जिला उपायुक्त ले धीरेंद्र खड़गटा ने अब इन कर्मचारियों की बहाली को लेकर बुधवार को केडी भी प्रशासन के साथ मीटिंग कर कोई हल निकालने की बात कही है.