कुरुक्षेत्र: जिले में लॉकडाउन के बाद से स्वास्थ्य सेवाएं लगभग चरमरा गई हैं. लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण से मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही हैं. लिहाजा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और अस्पतालों पर काम का ज्यादा बोझ बढ़ रहा है. लेकिन स्वास्थ्य विभाग की लाइफलाइन कहे जाने वाली एंबुलेंस के अभाव से इन सेवाओं पर असर पड़ा है.
जिले में एंबुलेंस की कमी इस कदर है कि लॉकडाउन के दौरान स्वास्थ्य विभाग को निजी अस्पतालों की एंबुलेंस को किराए पर लेना पड़ा. हैरानी की बात तो ये है कि अब भी विभाग ने एंबुलेंस की सेवा को दुरुस्त नहीं किया है.
- जिले के नागरिक अस्पताल में लगभग 17 एंबुलेंस हैं
- जबकि 10 एंबुलेंस को निजी अस्पतालों से किराए पर लिया गया है
- गर्भवती महिलाओं के लिए अस्पताल में 5 एंबुलेंस को रखा गया है
- 10 एंबुलेंस करोना मरीजों के लिए रखी गई हैं
- 12 एंबुलेंस जिले के अन्य सामुदायिक केंद्रों पर तैनात हैं
ईटीवी भारत हरियाणा की टीम ने जब स्थानीय लोगों से बातचीत की तो पता चला कि फोन करने के बाद भी उनके पास एंबुलेंस नहीं पहुंचती है. जिले में एंबुलेंस की कमी को लेकर स्वास्थ्य विभाग के महानिदेशक डॉक्टर सूरजभान कंबोज से ईटीवी भारत हरियाणा की टीम ने जब इस बारे में बातचीत की तो उन्होंने माना कि विभाग के पास एंबुलेंस की कमी है.
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विभाग ने नई एंबुलेंस खरीदने की तैयारी की हुई है. फिलहाल तो स्वास्थ्य विभाग लिपापोती पर लगा हुआ है. अधिकारी ने दावा जरूर किया है कि जल्द इस समस्या को दूर किया जाएगा, लेकिन सच्चाई ये है कि अगर जल्द ही इस और कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया तो परिणाम चिंताजनक होगा.