कुरुक्षेत्र: अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव (Gita Mahotsav in Kurukshetra) में मंगलवार को हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय (Bandaru Dattatreya), केन्द्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री जी. किशन रेड्डी (G. Kishan Reddy), गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद ने वैश्विक गीता पाठ का शुभारंभ किया. जिसमें कुरुक्षेत्र ब्रह्मसरोवर पर 15 स्कूलों के 1155 स्कूली विद्यार्थियों ने गीता श्लोकोच्चारण किया. जबकि प्रदेश भर के 2500 स्कूलों के 55 हजार विद्यार्थी ऑनलाइन प्रणाली से जुड़े.
इस दौरान केन्द्रीय मंत्री जी. किशन रेड्डी ने कहा कि कुरुक्षेत्र 48 कोस के तीर्थों का विकास राज्य सरकार की तरफ से किया जा रहा है और इस धरती को तीर्थ नगरी के रूप में विकसित करने का अनोखा प्रयास किया जा रहा है. इसी धरा ज्योतिसर पर भगवान श्रीकृष्ण ने गीता के उपदेश दिए जो वर्तमान समय के साथ-साथ आने वाले समय भी पूर्णत प्रासंगिक रहेंगे. इस पवित्र ग्रंथ गीता को स्वयं भगवान श्रीकृष्ण ने अपने मुख से उच्चारण किया. इस ग्रंथ में सभी समस्याओं का नया समाधान है, शंकाओं, अंधकार को प्रकाश करने की शक्ति इसी ग्रंथ में निहित है.
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केंद्रीय पर्यटन मंत्री जी. कृष्ण रेड्डी ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय पर्यटन को देखते हुए कुरुक्षेत्र में भी अंतरराष्ट्रीय स्तर के पर्यटन टूरिज्म को लागू किया जा रहा है. अभी हाल में ही रामायण सर्किट के तहत ट्रेनें चलाई गई हैं. देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल काशी विश्वनाथ कॉरिडोर देश के नाम समर्पित किया. वहीं केदारनाथ जो तबाही से क्षत-विक्षत हो गया था वहां पर भगवान बुद्धा सर्किट भी देश के प्रधानमंत्री ने दिया.
उन्होंने कहा कि धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र को अंतरराष्ट्रीय दृष्टि से पर्यटन की ओर आगे ले जाया जा रहा है और यहां पर कृष्ण सर्किट के तहत काफी काम चल रहे हैं ताकि कुरुक्षेत्र पूरे विश्व भर में एक अलग पहचान बनाए. बता दें कि इस महोत्सव में 2 से 19 दिसंबर तक सरस और शिल्प मेला चल रहा है तथा मुख्य मंच के कार्यक्रम 14 दिसंबर तक चलेंगे और 14 दिसंबर को गीता जयंती के पावन पर्व पर दीपोत्सव कार्यक्रम भी होगा. यह कार्यक्रम भी एक अदभुत कार्यक्रम होगा.
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