कुरुक्षेत्र: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल और गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने कुरुक्षेत्र में स्थापित प्राकृतिक कृषि प्रशिक्षण केंद्र का शुभारंभ किया. इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि रसायनिक खेतों से मुक्ति के लिए प्राकृतिक खेती की तरफ जाना होगा. राज्य में 100000 हेक्टेयर में प्राकृतिक खेती का लक्ष्य रखा गया है.
गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने कहा की प्राकृतिक खेती उनके गुरुकुल में की जाती है. जो की पूरी तरह देसी गाय पर आधारित है. देसी गाय के मूत्र से बनने वाली खाद को ही इस में प्रयोग किया जाता है और इससे खेती की उर्वरा शक्ति को लगभग दोगुना किया जा सकता है.
वहीं मीडिया से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि केमिकल फर्टिलाइजर यानी रसायनिक खादों से मुक्ति के लिए प्राकृतिक खेती को अपनाना होगा. उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार ने 100000 हेक्टेयर भूमि में प्राकृतिक खेती करने का लक्ष्य रखा है, जिसके लिए वातावरण बनाया जाएगा.
सीएम ने बताया कि पहले चरण में 22 जिलों के 500 से 1000 किसानों को बुलाकर प्रेरित किया जाएगा. किसानों को प्राकृतिक खेती के लाभ बताए जाएंगे. उसके अलावा किसानों की शंकाओं को दूर किया जाएगा कि उत्पादन कम नहीं होगा, उत्पादन की मार्केटिंग की जाएगी, किसानों की आय में भी बढ़ोतरी होगी और उनका खर्चा भी कम होगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि देसी गाय पालकों को प्रोत्साहित भी किया जाएगा.
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बता दें कि धर्मनगरी कुरुक्षेत्र के गुरुकुल प्रांगण में प्राकृतिक कृषि प्रशिक्षण केंद्र का शुभारंभ किया गया. इस मौके पर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल, गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत, हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल, बिजली मंत्री रणजीत सिंह, हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता और खेल मंत्री संदीप सिंह सहित कई विधायक मौजूद रहे.