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'जब वो सत्ता वाले सांसद थे, तब भी गांव गोद लेने के बाद कोई काम नहीं किया' - sansad

हमारी टीम से गुस्से में ग्रामीण ने कहा कि 5 साल में 5 बार भी हमारे गांव में नहीं आए. सरकार बनने के बाद सांसद ने कोई एक भी विकास कार्य गांव में नहीं करवाया. गांव में दो-तीन प्रोजेक्ट हैं. लेकिन सांसद को उन प्रोजेक्ट्स की आधारशिला रखने का वक्त नहीं मिला.

सांसद राजकुमार सैनी के गांव में ईटीवी भारत हरियाणा
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Published : May 6, 2019, 4:09 PM IST

कैथल: ईटीवी भारत के कार्यक्रम हरियाणा बोल्या के तहत हम पहुंचे हैं कुरुक्षेत्र लोकसभा श्रेत्र के सांसद राजकुमार सैनी के गोद लिए गांव सांघन में. हमने यहां लोगों से जाना उनके गोद लिए हुए गांव में 5 साल में कितना बदलाव हुआ है. हमारी टीम ने ग्रामीणों से बातचीत की और गांव के चप्पे-चप्पे की पड़ताल की.

भले ही केंद्र में भाजपा सरकार अपने 5 साल का कार्यकाल बड़े अच्छे से पूरा करने का दावा करती है. लेकिन लोकसभा सांसद राजकुमार सैनी ने पार्टी में रहते हुए ही और सांसद रहते हुए हुए उन्होंने अपनी दूसरी पार्टी बना ली, लेकिन गोद ली है गांव में वह विकास नहीं कर पाए.

सांसद राजकुमार सैनी के गांव में ईटीवी भारत हरियाणा की टीम, देखिए रिपोर्ट

गांव के लोगों का कहना है कि सांसद 5 साल में 5 बार भी हमारे गांव में नहीं आए. सरकार बनने के बाद सांसद ने कोई एक भी विकास कार्य गांव में नहीं करवाया. हालांकि ग्रामीणों का कहना है कि गांव में दो-तीन प्रोजेक्ट है लेकिन सांसद उन प्रोजेक्ट की आधारशिला गांव में नहीं रख पाए.

गांव के लोगों का कहना है कि गांव में आज भी पानी की निकासी की समस्या और लड़कियों के लिए बस की कोई विशेष सुविधा नहीं है सांसद गांव इसीलिए गोद लेते हैं ताकि उसको एक मॉडल गांव बनाया जाए, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया. हालांकि जगमग योजना के तहत ये गांव योजना में आता है, लेकिन गांव में बिजली के हालात पहले की तरह ही है दिन में 2 घंटे आती है और 8 घंटे रात को चलती है.

कैथल: ईटीवी भारत के कार्यक्रम हरियाणा बोल्या के तहत हम पहुंचे हैं कुरुक्षेत्र लोकसभा श्रेत्र के सांसद राजकुमार सैनी के गोद लिए गांव सांघन में. हमने यहां लोगों से जाना उनके गोद लिए हुए गांव में 5 साल में कितना बदलाव हुआ है. हमारी टीम ने ग्रामीणों से बातचीत की और गांव के चप्पे-चप्पे की पड़ताल की.

भले ही केंद्र में भाजपा सरकार अपने 5 साल का कार्यकाल बड़े अच्छे से पूरा करने का दावा करती है. लेकिन लोकसभा सांसद राजकुमार सैनी ने पार्टी में रहते हुए ही और सांसद रहते हुए हुए उन्होंने अपनी दूसरी पार्टी बना ली, लेकिन गोद ली है गांव में वह विकास नहीं कर पाए.

सांसद राजकुमार सैनी के गांव में ईटीवी भारत हरियाणा की टीम, देखिए रिपोर्ट

गांव के लोगों का कहना है कि सांसद 5 साल में 5 बार भी हमारे गांव में नहीं आए. सरकार बनने के बाद सांसद ने कोई एक भी विकास कार्य गांव में नहीं करवाया. हालांकि ग्रामीणों का कहना है कि गांव में दो-तीन प्रोजेक्ट है लेकिन सांसद उन प्रोजेक्ट की आधारशिला गांव में नहीं रख पाए.

गांव के लोगों का कहना है कि गांव में आज भी पानी की निकासी की समस्या और लड़कियों के लिए बस की कोई विशेष सुविधा नहीं है सांसद गांव इसीलिए गोद लेते हैं ताकि उसको एक मॉडल गांव बनाया जाए, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया. हालांकि जगमग योजना के तहत ये गांव योजना में आता है, लेकिन गांव में बिजली के हालात पहले की तरह ही है दिन में 2 घंटे आती है और 8 घंटे रात को चलती है.

Intro:ईटीवी भारत के कार्यक्रम हरियाणा बोल्या के तहत हम पहुंचे हैं कुरुक्षेत्र लोकसभा के सांसद राजकुमार सैनी के गोद लिए गांव सांघन में. हमने यहां लोगों से जाना उनके गोद लिए हुए गांव में 5 साल में कितना विकास हुआ हैBody:जब हम सांसद के गोद लिए हुए गांव सांघन में पहुंचे तो और उस गांव के लोगों से हमने बात की तो उन्होंने बताया कि सांसद ने गांव को गोद जरूर लिया था लेकिन विकास कार्य वह नहीं करवा पाए.
भले ही केंद्र में भाजपा सरकार ने अपने 5 साल का कार्यकाल बड़े अच्छे से पूरा किया लेकिन कुरुक्षेत्र लोकसभा से भाजपा की सीट पर चुनाव जीतने के बाद राजकुमार सैनी ने थोड़े दिन के बाद ही बगावत वाले सुर शुरू कर दिए थे और भाजपा के खिलाफ बोलना शुरू कर दिया था हालांकि पार्टी में रहते हुए ही और सांसद रहते हुए हुए उन्होंने अपनी दूसरी पार्टी बना ली लेकिन गोद ली है गांव में वह विकास नहीं कर पाए.
गांव के लोगों का कहना है कि सांसद 5 साल में 5 बार भी हमारे गांव में नहीं आए वैसे गांव की जो सड़कें 5 साल पहले अच्छी बनाई गई थी वही सटके आज भी गांव में अच्छी बनी हुई दिखती है लेकिन सरकार बनने के बाद सांसद ने कोई एक भी विकास कार्य गांव में नहीं करवाया हालांकि ग्रामीणों का कहना है कि गांव में दो-तीन प्रोजेक्ट है लेकिन सांसद उन प्रोजेक्ट ओं की आधारशिला गांव में नहीं रख पाए.
गांव के लोगों का कहना है कि गांव में आज भी पानी की निकासी की समस्या और लड़कियों के लिए बस की कोई विशेष सुविधा नहीं है सांसद द्वारा गांव इसीलिए गोद लिया जाता है ताकि उसको एक मॉडल गांव बनाया जाए लेकिन ऐसा नहीं हो पाया हालांकि जगमग योजना के तहत गांव इस योजना में आता है लेकिन गांव में बिजली के हालात पहले की तरह ही है दिन में 2 घंटे आती है और 8 घंटे रात को चलती है जो 24 घंटे वाली योजना जगमग योजना होती है उसमें गांव का नाम आने के बाद भी गांव में बिजली नहीं आती।
गांव में एक अनाज मंडी बनाई गई है लेकिन उसकी भी हालत अच्छी नहीं है किसानों को मजबूरन दूर की मंडी में ही अपनी अनाज लेकर जाना पड़ता है।
Conclusion:अब सांसद द्वारा अपनी अलग पार्टी बनाने के बाद उन्होंने अपना उम्मीदवार भी यहां से उतारा है तो देखना यह होगा इस गांव के लोग राजकुमार सैनी की पार्टी के उम्मीदवार वह भाजपा को कितना समर्थन देते हैं क्योंकि जब वह सांसद बने थे और गांव गोद लिया था तब भाजपा के ही सांसद थे ईटीवी भारत के लिए कैथल से मनीष कुमार।
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