कुरुक्षेत्र: केंद्र सरकार की तरफ से धान की खरीद के दिशा-निर्देश मिलने के बाद हरियाणा सरकार ने 27 सितंबर से अंबाला, कुरुक्षेत्र, कैथल और करनाल जिले में धान खरीद का ऐलान किया था. इसके बाद 29 सितंबर से प्रदेश की सभी मंडियों में धान की खरीद के निर्देश जारी किए गए थे, लेकिन कुरुक्षेत्र में धान की खरीद अब तक शुरू नहीं हो पाई है. जिससे नाराज किसानों ने जिले की तमाम मंडियों के बाहर सड़क जाम कर प्रदर्शन किया.
कुरुक्षेत्र के हल्का शाहाबाद में किसानों ने उधम सिंह चौक पर रोड जाम कर धरना प्रदर्शन करते हुए सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. इस दौरान भारतीय किसान यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी भी किसानों के साथ मौजूद रहे. वहीं किसानों के इस प्रदर्शन को आढ़तियों ने भी अपना समर्थन दिया.
भाकियू के प्रदेश अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि किसानों को धान की नमी के नाम पर तंग किया जा रहा है. उनकी मांग है कि धान की फसल 17 प्रतिशत से बढ़ाकर 22% नमी पर खरीदी जाए. क्योंकि न तो उनके के पास और न ही मण्डियों के पास फसल सूखाने के लिए जगह है. प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि 22 % नमी पर एजेंसियां धान खरीदने को तैयार है, फिर सरकार को क्यों परेशानी हो रही है.
भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी का कहना है कि पूरा देश पूंजीपतियों का गुलाम होने जा रहा है. राष्ट्रपति से मंजूरी मिल गई है. इसलिए इन किसान विरोधी कानूनों को अब केंद्र सरकार किसी भी समय थोप सकती है. जिसका डटकर विरोध किया जाएगा.
बता दें कि, देशभर के तमाम किसान संगठनों के प्रतिनिधि 8 अक्टूबर को कुरुक्षेत्र में जुटेंगे. जिसको लेकर भारतीय किसान यूनियन तैयारियों में जुटी हुई है.
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