कुरुक्षेत्र: कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया को सकते में डाल दिया है. इस वायरस के कारण भारत सरकार को भी लॉकडाउन के आदेश देने पड़े. इन आदेशों के साथ ही देश का पहिया एकाएक रुक गया और एक-दूसरे प्रदेश में दो वक्त की रोटी कमाने वाले श्रमिकों और अन्य लोगों के चेहरों का रंग भी बदल गया.
जो मजदूर जिस प्रदेश और जिले में था, उसको उसी जगह पर रहने के आदेश दिए गए. इतना ही नहीं, प्रशासन ने प्रवासी मजदूरों के लिए शैल्टर होम बनाकर खाने, पीने, ठहरने की तमाम व्यवस्थाओं का इंतजाम किया.
इन आदेशों के साथ ही कुरुक्षेत्र जिले में होम शैल्टर बनाकर प्रशासन ने घर जैसी सुविधाएं मुहैया करवाई हैं. इन शैल्टर होस्म में मजदूर और अन्य लोग सुबह और शाम के समय योग और व्यायाम करते हैं. साथ ही दिनभर टीवी चैनल के जरिए मनोरंजन करके अपना समय गुजार रहे हैं.
शाहबाद के देवी मंदिर और मारकंडेश्वर मंदिर में बने शैल्टर होम में ठहरे श्रमिक देवेंद्र ने बताया कि पिछली 29 तारीख से वो इस शेल्टर होम में ठहरे हुए हैं. प्रशासन की ओर से बड़े अच्छे इंतजाम प्रवासी मजदूरों के लिए किए गए हैं. सुबह और शाम योगा व्यायाम करवाया जाता है और दिन भर टीवी चैनल के माध्यम से मनोरंजन करते हैं.
कुरुक्षेत्र जिले के शैल्टरों में 568 प्रवासी मजदूरों को आश्रय दिया गया है. इन सभी मजदूरों को खाद्य सामग्री उपलब्ध करवाई जा रही है और ठहरने के लिए तमाम व्यवस्थाए की गई हैं. आपको बता दें कि लॉकडाउन की घोषणा होते ही जिले में लगभग 32 से ज्यादा जगहों पर करीब 10 हजार लोगों को ठहराने की व्यवस्था की गई.