कुरुक्षेत्र: हरियाणा में गेहूं की सरकारी खरीद जारी है. लेकिन पिछले कई दिनों से बरसात होने के चलते पहले दिन अनाज मंडी में गेहूं नहीं पहुंचा है. क्योंकि पिछले 15-20 दिनों से रुक-रुक कर बरसात हो रही है. जिससे किसानों की गेहूं की फसल वाले खेत गीले होने के चलते उनकी कटाई नहीं हो सकी. वहीं, अंदेशा लगाया जा रहा है, कि करीब 1 सप्ताह तक ही गेहूं अनाज मंडी में पहुंचेगी.
मंडी नहीं पहुंचा गेहूं: हालांकि हर वर्ष सरकार 20 अप्रैल के आसपास गेहूं की सरकारी खरीद शुरू करती है. जिससे किसान काफी परेशान होते हैं और सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करते हैं. किसानों की इसी बात को ध्यान में रखते हुए सरकार ने अब की बार गेहूं की सरकारी खरीद 1 अप्रैल से शुरू करने का निर्णय लिया था. लेकिन बरसात की वजह से गेहूं की कटाई नहीं हो पा रही.
मंडियों में लगे कूड़े के अंबार: वहीं, जब ईटीवी भारत ने कुरुक्षेत्र की थानेसर अनाज मंडी का दौरा किया तो, मंडी में गंदगी के ढेर लगे हुए दिखाई दिए. हमने थानेसर अनाज मंडी के सचिव से जब बात की तो उन्होंने कहा कि गेहूं खरीद की सारी तैयारियां पूरी कर ली गई है. वहीं अनाज मंडी में सफाई की व्यवस्था पीने के पानी की व्यवस्था लाइटों की व्यवस्था सभी को दुरुस्त कर दिया गया है. लेकिन जब हमने अनाज मंडी का दौरा किया, तो वहां पर अनाज मंडी की नालियां भी बरसात के पानी से भरी हुई नजर आई. जिसमें कचरा पड़ा हुआ था.
मंडी में सफाई व्यवस्था ठप: वहीं, अगर अनाज मंडी के परिसर में बने हुए शैड का हमने दौरा किया तो शैड के नीचे भी गंदगी के ढेर लगे हुए हैं. सरकार व मंडी प्रशासन हर बार दावे करता है कि उन्होंने अनाज मंडी में सारी व्यवस्था कर दी है. लेकिन यह व्यवस्था सिर्फ उनके कागजों तक ही सिमट कर रह जाती है. धरातल पर कोई भी काम नहीं होता जिसे अनाज मंडी में पहुंचने वाले किसानों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. वहीं, अनाज मंडी की मुख्य सड़क भी टूटी हुई पड़ी है. जिससे आने वाले वाहनों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
मंडी में नहीं पहुंचा बारदाना: जब हमने अनाज मंडी के कमीशन एजेंट से बात की तो उन्होंने कहा कि अनाज मंडी के किसी भी कमीशन एजेंट को अभी तक बारदाना नहीं दिया गया है और ना ही कमीशन एजेंटों के साथ मंडी के सचिव ने कोई मीटिंग की है. जिसे उनको बताया जाए कि उनको बारदाना कब दिया जाएगा. वहीं, अगर अबकी बार कुरुक्षेत्र की बात करें तो कुरुक्षेत्र में इस बार हैफेड और एफसीआई गेहूं की खरीद करेगी. लेकिन कमीशन एजेंटों तक अभी तक बारदाना नहीं पहुंचाया गया.
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गेट पास की भी नहीं व्यवस्था: अगर पिछले दो दिनों में बरसात नहीं होती तो गेहूं कटाई होकर अनाज मंडी में पहुंच गई होती. ऐसे में गेहूं की भरपाई कैसे की जाती. वहीं, उन्होंने कहा कि गेट पास को लेकर भी अभी से कोई व्यवस्था नहीं की गई है. तो कहीं ना कहीं जो मंडी प्रशासन गेहूं खरीद की तैयारियों को लेकर दावे करता है, वह दावे उनके फेल होते हुए दिखाई दे रहे हैं.