कुरुक्षेत्र: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2018 सितंबर में दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य योजना की शुरुआत की. जिसका नाम आयुष्मान योजना है. इस योजना के तहत गरीब परिवार 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज करवा सकता हैं जिसकी राशि सरकार द्वारा दी जाती है, पर क्या इस योजना का फायदा हर परिवार को मिल रहा है.
सोजिया से पीड़ित है 12 साल की वंशिका
दरअसल कुरुक्षेत्र के गांव मथाना की रहनी वाली 12 साल की बच्ची वंशिका वर्मा एक दुर्लभ बीमारी सोजिया से पीड़ित है. इस बीमारी में वंशिका की शरीर की हड्डियां मुड़ गई हैं और कभी भी कहीं से भी हड्डी टूट जाती है. इस बीमारी में वंशिका को असहनीय दर्द का रोज सामना करना पड़ता है.
माता-पिता ने इलाज के लिये बेचा अपना सब कुछ
वहीं अपनी बेटी का इलाज करवा रहे दंपति ने अपना सब कुछ अपनी बेटी के लिये बेच दिया है, लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं मिला है. अब सबसे चिंताजनक बात ये है कि वंशिका के इलाज के लिये डॉक्टर ने 4 लाख 50 हजार रुपये के टीके लिखे हैं.
आयुष्मान योजना का नहीं मिल रहा लाभ
अब सरकार की इस योजना की बात करें तो वंशिका का इलाज आयुष्मान योजना के अंतर्गत नहीं हो रहा है. वंशिका को 2 महीनों में 12 टीके लगवाने हैं जिनकी कीमत लगभग साढ़े चार लाख रुपये है. दरअसल आयुष्मान योजना में लाभार्थी का अस्पताल में दाखिल होने पर इलाज होता है, लेकिन वंशिका की बीमारी में दाखिल होने की बजाय घर में टीका लगवाना है, जो आयुष्मान योजना में नहीं आता. ऐसे में आयुष्मान कार्ड का भी उन्हें कोई फायदा नहीं हो रहा.
मोदी सरकार से लगाई परिवार ने गुहार
अब सरकार की इतनी बड़ी योजना के बावजूद अगर इस मासूम बच्ची का इलाज ना हो पाया, तो इसकी जिम्मेदारी किसकी होगी. ऐसे में सरकार को सोचना होगा कि धरातल पर जो लोग ऐसी बीमारियों से जूझ रहे हैं उन्हें भी इस योजना का फायदा सुविधा अनुसार मिले. तभी इस योजना को सफल माना जायेगा.