कुरुक्षेत्र: पिहोवा में सरस्वती तीर्थ पर चल रहे चैत्र चौदस मेला में व्यवस्थाओं का जायजा लेने के लिए डीएमसी अश्वनी मलिक ने अधिकारियों के शिष्टमंडल के साथ औचक निरीक्षण किया. इस दौरान डीएमसी ने यहां की व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया. डीएमसी अश्वनी मलिक ने अधिकारियों को मेले में स्वच्छता बनाए रखने के निर्देश दिए. कुरुक्षेत्र की नगरपालिका पिहोवा में डीएमसी का औचक निरीक्षण से अधिकारियों में हड़कंप मच गया. इस दौरान नगरपालिका पिहोवा के पार्षदों ने कस्बे में कार्य नहीं किए जाने के आरोप लगाए.
पार्षदों का आरोप है कि बेसहारा गौवंश का टेंडर होने के बावजूद भी शहर की सड़कों पर आवारा पशु घूमते नजर आते हैं. गौवंश चैत्र चौदस मेला में भी इन आवारा पशुओं के कारण लोगों को परेशान होना पड़ रहा है. पिहोवा में अभी मेला चल रहा है. इस मेले को धर्म नगरी पिहोवा में बड़ी धूमधाम के साथ मनाया जाता है. जिसमें पूरे भारत से ही नहीं विदेशों से भी लोग अपने पितरों की आत्मिक शांति के लिए यहां आते हैं और मां सरस्वती के तट पर पूजा पाठ करते हैं.
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इसके बावजूद इन दिनों शहर में सफाई की कोई व्यवस्था नहीं है. जब भी अधिकारियों से इस बारे में सवाल किया जाता है तो वे टालमटोल करते हुए नजर आते हैं. कुछ दिन पहले ही किसान यूनियन के प्रदेश प्रवक्ता प्रिंस वड़ैच ने भी इसको लेकर प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए थे. पिहोवा के कुरुक्षेत्र रोड पर अस्थाई रूप से गौशाला बनाई गई थी. इसमें जो टेंडर हुआ था, उसमें घोटाले को लेकर उन्होंने नगरपालिका पिहोवा कुरुक्षेत्र पर गंभीर आरोप लगाए थे.
आपको बता दें कि पिहोवा के चैत्र चौदस मेला का विशेष महत्व है. यहां देश-विदेश और भारत के कई राज्यों से लाखों लोग पंहुचते हैं, यह मेला हिंदुओं की आस्था का प्रतीक है, लोग वर्ष भर इसका इंतजार करते हैं. इसके अलावा प्रशासन और नगर परिषद मेले में व्यवस्था के नाम पर लाखों रुपए खर्च करता है परंतु धरातल पर काम नहीं होने से स्थानीय लोग नाराज हैं. जब मीडिया ने अधिकारियों से मेले में अव्यवस्था और आवारा पशुओं से जनता को हो रही परेशानी बारे सवाल किया तो अफसर इन्हें टालते नजर आए.