कुरुक्षेत्र: प्रदेश सरकार से खफा आशा वर्करों ने शाहाबाद विधायक रामकरण काला के कार्यालय के बाहर सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया. शाहाबाद विधायक रामकरण काला के मौके पर मौजूद न होने पर उनके बड़े बेटे व जिला परिषद के सदस्य सुकर्मपाल ने आशा वर्कर्स का मांग पत्र स्वीकार किया.
आशा वर्कर यूनियन की जिला प्रधान रानी देवी ने बताया कि उन्होंने अपनी जायज मांगो को लेकर बार-बार प्रदर्शन किया, लेकिन आज तक उनकी मांगों पर किसी ने भी सुध नहीं ली. पूर्व मंत्री कृष्ण बेदी से भी अपनी इन मांगों को लेकर बात की गई, लेकिन उनकी ओर से भी आजतक सिर्फ खोखले आश्वासन ही मिले हैं.
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री से इस मामले में बैठक भी की गई, लेकिन सहमति नहीं बन पाई. बैठक का परिणाम शून्य ही निकला. उन्होंने कहा कि 20 हजार आशा वर्कर 7 अगस्त से आंदोलन पर हैं, लेकिन राज्य सरकार ने अभी तक मांगों का समाधान नहीं किया. जिला प्रधान रानी देवी ने कहा कि आगामी 26 नवंबर को कुरुक्षेत्र में हड़ताल की जाएगी. जिसमें आगामी रणनीति तैयार की जाएगी.
शाहाबाद विधायक रामकरण काला के बेटे ने बताया कि आशा वर्कर्स की ओर से दिए गए मांग पत्र को मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री तक पहुंचाने का काम किया जाएगा. उन्होंने कहा कि आशा वर्कर्स को 4 हजार रुपये महीना वेतन मिलता है जोकि बहुत कम है. इनके वेतन में बढ़ोतरी करवाने की इस मांग को मुख्यमंत्री तक पहुंचाया जाएगा. वहीं उन्होंने कहा कि 26 नवंबर के प्रदर्शन से पहले आशा वर्कर्स की मांगों को मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री से पूरा करने का प्रयास किया जाएगा
ये हैं आशा वर्करों की मुख्य मांगें
1.आशा वर्कर्स को 4000 रुपये महीने का वेतन मिलता है. जिसे बढ़ाने की मांग की गई है.
2. वही सभी आशा वर्करों के पास 2जी और छोटे (कीपैड)फोन हैं. सरकार ने सारा काम स्मार्ट फोन पर ऑनलाइन करने के आदेश दिए हैं. आशा वर्करों की स्मार्ट फोन दिए जाने की भी मांग है.
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