करनाल: बैंकिंग सेवाओं को घर-घर पहुंचाने के लिए सरकार ने कमर कस ली है. इसके लिए बैंकों को निर्देश दिए गए हैं कि सरकार की सभी कल्याणकारी योजनाओं जैसे मुद्रा योजना बीमा योजना, कृषि ऋण सहित अन्य सुविधाओं का ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुंचाया जाए.
दो साल में योनो (एप) के डेढ़ करोड़ यूजर
वहीं एसबीआई द्वारा दो साल पहले लांच की गई योनो एप के यूजर डेढ़ करोड़ तक पहुंच गए हैं. इसी को लेकर करनाल स्थित एसबीआई की मुख्य ब्रांच में एक मीटिंग का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता बैंक के क्षेत्रीय पर महाप्रबंधक सुभाष जोइनवाल ने की. मीटिंग में करनाल, पानीपत और अन्य क्षेत्रों के किसानों ने भाग लिया.
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'ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों की मदद के लिए युवाओं को किया नियुक्त'
महाप्रबंधक सुभाष ने कहा कि देश के प्रमुख बैंक एसबीआई ने ग्रामीण क्षेत्रों में वित्तीय सेवाओं के लिए स्किल इंडिया के तहत युवाओं को नियुक्त किया है. ये युवा गांव में आम लोगों को बैंक की सभी आवश्यक सेवाओं की जानकारी देने के साथ-साथ उन्हें इसका लाभ लेने में मदद भी करेंगे.
'योनो एप के माध्यम से घर बैठे उठा सकते हैं योजनाओं का लाभ'
उन्होंने कहा कि बैंक ने देश में पहली बार योनो ऐप लॉन्च किया है जो कि 2 साल के अंदर-अंदर डेढ़ करोड़ यूजर तक पहुंच गया है. उन्होंने बताया कि इसके माध्यम से कोई भी व्यक्ति घर बैठे होम लोन, कृषि ऋण, व्यावसायिक ऋण, मुद्रा योजना और एटीएम कार्ड के बिना कैश लेने की सुविधा ले सकता है.
'प्रक्रियाओं पेपर लेस करने की दिशा में एसबीआई बैंक'
उन्होंने कहा कि बैंक ने सभी कार्यों को पेपर लेस करने की दिशा में अनेक कदम उठाए हैं, जिनमें योनो एप भी है. एजीएम गगनकुमार ने ग्राहकों को एटीएम और ऑनलाइन चल रहे बैंकिंग फ्रॉड से बचने वाले महत्वपूर्ण जानकारी देते हुए बताया कि किस प्रकार कोई व्यक्ति ऑनलाइन फ्रॉड से बच सकता है. इस मौके पर क्षेत्रीय प्रबंधक ने किसानों को वित्तीय योजनाओं के बारे में भी अवगत कराया.