करनाल: आज पूरे विश्व एड्स दिवस मनाया गया और स्वास्थ्य विभाग इस दिवस पर आमजन को समझाने का प्रयास करता है कि कैसे वह इस संक्रमण से बच सकता है और दूसरे लोगों को भी जागरूक कर सकता है. HIV एड्स के प्रति जागरुकता कम है शायद इसी वजह से HIV संक्रमितों की संख्या में इजाफा हो रहा है. स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार पिछले पांच साल में 1हजार 237 व्यक्ति HIV संक्रमित मिले हैं. वहीं मौजूदा समय में 1 हजार 500 मरीजों का इलाज करनाल में स्वास्थ्य विभाग की तरफ से चल रहा है.
वहीं हरियाणा के करनाल में कल्पना चावला हॉस्पिटल (Kalpana chawla Hospital) में भी विश्व एड्स दिवस मनाया गया और लोगों को HIV के प्रति जागरुक किया गया. लोगों को बताया गया कि एड्स कैसे फैलता है और इसके लक्ष्ण क्या होते हैं. साथ ही इससे बचाव के लिए क्या सावधानियां रखी जानी चाहिए वो भी इस दिवस पर करनाल हॉस्पिटल में बताया गया.
HIV कैसे फैलता है- एड्स फैलने का सबसे बड़ा कारण है असुरक्षित यौन संबंध और नशीली दवाइयों का इस्तेमाल करने के लिए इंजेक्शन का इस्तेमाल करने से भी एड्स फैल सकता है. संक्रमित माता-पिता से होने वाले बच्चे को एड्स का खतरा रहता है. अगर बिना जांच या ब्लड बैंक द्वारा बिना सत्यापित किया रक्त चढ़ाया गया हो तो भी एड्स के चांस बहुत अधिक बढृ सकते हैं. HIV संक्रमित से अंगदान करने और संक्रमित द्वारा इस्तेमाल किया गया ब्लेड या सरिंज से भी स्वस्थ व्यक्ति को एड्स फैलता है.
HIV को कैसे रोका जा सकता है- एड्स की जानकारी देते हुए डिप्टी सीएमओ सिम्मी कपूर ने कहा कि डॉक्टर्स के मुताबिक असुरक्षित यौन संबंध ही एचआईवी का मुख्य कारण है और जागरुकता से ही बचाव संभव है. उन्होंने बताया कि एड्स लाइलाज बीमारी है. लेकिन जागरुकता से इससे बचाव किया जा सकता है.
इसके अलावा असुरक्षित यौन संबंध, अशुद्ध रक्त का चढ़ाया जाना, दूषित सुइयों और सरिंज का प्रयोग और संक्रमित गर्भवती मां से जन्म लेने वाले बच्चे और स्तनपान कराने से भी यह बीमारी फैलती है. HIV(Human immunodeficiency virus infection) संक्रमण को रोकने का एकमात्र तरीका लोगों में जागरुकता का होना है.
क्या है HIV के लक्षण- एचआईवी से संक्रमित कुछ लोगों में वायरस के शरीर में प्रवेश करने के 2 से 4 सप्ताह के भीतर फ्लू जैसी बीमारी विकसित हो जाती है. HIV संक्रमित के शुरुआती लक्ष्णों में बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द और जोड़ों का दर्द, गले में खराश, मुंह में दर्दनाक छाले और ग्रंथियों में सूजन, गर्दन दर्द, वजन घटना, खांसी और रात को पसीना आना मुख्य लक्ष्ण है.
क्या कहता है संक्रमितों का आंकड़ा- इसे ध्यान में रखते हुए विश्व एड्स दिवस कार्यक्रम की शुरुआत की गई है. इसके तहत जनवरी 2018 से नवंबर 2022 तक दो लाख 48 हजार 475 लोगों ने एचआईवी की जांच कराई. इसमें 1237 एचआईवी पॉजिटिव मिले हैं. जिसमें 1144 महिला और पुरुष सहित 93 गर्भवती शामिल हैं. उन्होंने बताया कि लोगों को जागरुक करने के लिए पिछले पांच साल में 1267 जागरूकता शिविर लगाए जा चुके हैं.
क्या है डॉक्टर की राय- डॉक्टर सिम्मी कपूर ने बताया कि करनाल में HIV का टेस्ट नि:शुल्क सरकारी हॉस्पिटल में किया जाता है. टेस्ट की जांच पूरी तरह से गोपनीय रखी जाती है. अगर कोई भी इंसान इस टेस्ट को करवाने के लिए आता है तो उसकी पहचान किसी को नहीं बताई जाती. इसलिए कोई भी इंसान आकर यहां पर फ्री में अपने टेस्ट करवा सकता है. और अपना एचआईवी स्टेटस जान सकता है. उन्होंने कहा कि अगर कोई भी संक्रमित पाया जाता है तो घबराने की आवश्यकता नहीं उसका पूरी उम्र ट्रीटमेंट चलता है जिसे वह एक स्वस्थ व्यक्ति की तरह जीवन व्यतीत कर सकता है.