ETV Bharat / state

करनाल: पश्चिमी यमुना नहर से रिसाव शुरू, सिंचाई विभाग की लापरवाही पड़ी महंगी - यमुना नहर

रविवार को करनाल के इन्द्री हलके से होकर गुजर रही पश्चिमी यमुना नहर में आचानक रिसाव शुरू हो गया. जिसके कारण आस पास के गांव में हड़कंप मच गया. इस पूरे मामले में गांव वालों ने नहरी विभाग के अधिकारियों पर इसकी जिम्मेदारी डाली है कि उनके कारण नहर में रिसाव आया.

पश्चिमी यमुना नहर से रिसाव शुरू
author img

By

Published : Jul 28, 2019, 8:17 PM IST

करनाल: इन्द्री हलके से हो कर गुजर रही पश्चिमी यमुना नहर में टपरिया गांव के पास रिसाव हो गया, जिसकी वजह से साथ लगते ही गांव में हड़कंप मच गया और काफी संख्या में लोग नहर पर पहुंच गए. इस मामले की सूचना सिंचाई विभाग के अधिकारियों को दी गई, लेकिन सिंचाई विभाग के अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचे.

पिछले साल भी हुई थी कई एकड़ फसल बर्बाद
जैसे ही इसकी सूचना पुलिस को लगी तो मौके पर पुलिस पहुंच गई और आनन-फानन में एक जेसीबी को बुलाकर रिसाव को रोकने का प्रयास किया गया. बता दें कि पिछले साल भी यहां से लगभग 4 किलोमीटर की दूरी पर इस नहर में लगभग 100 फुट की दरार पड़ जाने से लोगों की सैकड़ों एकड़ फसल बर्बाद हो गई थी वही डर अभी भी लोगों को सता रहा है.

क्लिक कर देखें वीडियो

प्रशासन की लापरवाही
लोगों का कहा है कि सूचना देने के बाद भी अधिकारी मौके पर क्यों नहीं आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि इसके तट मजबूत किए गए थे, लेकिन फिर भी ऐसा क्यों हुआ. कहीं ना कहीं प्रशासन की लापरवाही है. लोगों ने बताया कि इस नहर पर जिन अधिकारियों की पहले ड्यूटी थी उनमें से एक को पिछले साल सस्पेंड भी किया गया था उसके बाद भी ये घटना हुई.

'नहर की मिट्टी से बना नेशनल हाईवे'
ग्रामीणों से बात करने के बाद पचा चला कि नहरी विभाग द्वारा सफाई और माइनिंग के दौरान जो नहर से मिट्टी निकाली गई उसका उपयोग नहर की पटरी को मजबूत करने के लिए होना था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ और सारी मिट्टी को नेशनल हाईवे बनाने पर उपयोग किया गया है, जो की गलत है. अब स्थिति ये बनी हुई है कि नहर से पानी का रिसाव शुरू है और खतरनाख बनता जा रहा है जिसके जिम्मेवार नहरी विभाग के अधिकारी ही होंगे.

करनाल: इन्द्री हलके से हो कर गुजर रही पश्चिमी यमुना नहर में टपरिया गांव के पास रिसाव हो गया, जिसकी वजह से साथ लगते ही गांव में हड़कंप मच गया और काफी संख्या में लोग नहर पर पहुंच गए. इस मामले की सूचना सिंचाई विभाग के अधिकारियों को दी गई, लेकिन सिंचाई विभाग के अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचे.

पिछले साल भी हुई थी कई एकड़ फसल बर्बाद
जैसे ही इसकी सूचना पुलिस को लगी तो मौके पर पुलिस पहुंच गई और आनन-फानन में एक जेसीबी को बुलाकर रिसाव को रोकने का प्रयास किया गया. बता दें कि पिछले साल भी यहां से लगभग 4 किलोमीटर की दूरी पर इस नहर में लगभग 100 फुट की दरार पड़ जाने से लोगों की सैकड़ों एकड़ फसल बर्बाद हो गई थी वही डर अभी भी लोगों को सता रहा है.

क्लिक कर देखें वीडियो

प्रशासन की लापरवाही
लोगों का कहा है कि सूचना देने के बाद भी अधिकारी मौके पर क्यों नहीं आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि इसके तट मजबूत किए गए थे, लेकिन फिर भी ऐसा क्यों हुआ. कहीं ना कहीं प्रशासन की लापरवाही है. लोगों ने बताया कि इस नहर पर जिन अधिकारियों की पहले ड्यूटी थी उनमें से एक को पिछले साल सस्पेंड भी किया गया था उसके बाद भी ये घटना हुई.

'नहर की मिट्टी से बना नेशनल हाईवे'
ग्रामीणों से बात करने के बाद पचा चला कि नहरी विभाग द्वारा सफाई और माइनिंग के दौरान जो नहर से मिट्टी निकाली गई उसका उपयोग नहर की पटरी को मजबूत करने के लिए होना था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ और सारी मिट्टी को नेशनल हाईवे बनाने पर उपयोग किया गया है, जो की गलत है. अब स्थिति ये बनी हुई है कि नहर से पानी का रिसाव शुरू है और खतरनाख बनता जा रहा है जिसके जिम्मेवार नहरी विभाग के अधिकारी ही होंगे.

Intro:करनाल में गांव टपरिया छापरियों के पश्चिमी यमुना नहर से रिसाव शुरू, आसपास के लोगो मे मचा हड़कंप,लोग घबराए , हिनोरी गांव शेखपुरा के बीच पिछले साल भी टूटी थी यह नहर जिससे किसानों का हुआ काफी नुकसान ,मौके पर नहरी महकमे का कोई भी कर्मचारी व अधिकारी नही पहुंचा ।Body:
करनाल के इन्द्री हलके से हो कर गुजर रही पश्चिमी यमुना नहर में टपरिया गांव के पास रिसाव हो गया जिसकी वजह से साथ लगते ही गांव में हड़कंप मच गया काफी संख्या में लोग नहर पर पहुंच गए। इस मामले की सूचना सिंचाई विभाग के अधिकारियों को दी लेकिन सिंचाई विभाग के अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचे जैसे ही इसकी सूचना दी पुलिस को लगी तो मौके पर पुलिस पहुंच गई और आनन-फानन में एक जेसीबी को बुलाकर के इस रिसाव को रोकने का प्रयास किया जा रहा है| लेकिन लोगों में इस बात की सूचना मिलने के बाद भी सिंचाई विभाग के अधिकारी क्यों नहीं पहुंचे| पिछले साल भी यही यहां से लगभग 4 किलोमीटर की दूरी पर इस नहर में लगभग 100 फुट की दरार पड़ जाने से लोगों की सैकड़ों एकड़ फसल बर्बाद हो गई थी वही डर अभी भी लोगों को सता रहा हैConclusion:वीओ - लोगों ने कहा कि सूचना देने के बाद भी अधिकारी मौके पर क्यों नहीं आ रहे हैं उन्होंने कहा कि इसके तट मजबूत किए गए थे लेकिन फिर भी ऐसा क्यों हुआ कहीं ना कहीं प्रशासन की लापरवाही है | इस नहर पर जिन अधिकारियों की पहले ड्यूटी थी वह पिछले वर्ष एक अधिकारियों को भी सस्पेंड किया गया था उसके बाद उस अधिकारी ही ड्यूटी इसी नहर पर लगाई गई।

बाइट --गुलशन
बाइट माया राम सैनी
बाइट--मोहमद हसन
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.