करनाल: हरियाणा सरकार ने लोगों से आह्वान किया कि किसी भी तरह के भीड़-भाड़ वाले कार्यक्रम से सभी को बचना चाहिए. अब तो सरकार ने ये भी फैसला लिया है कि किसी भी कार्यक्रम में 200 से अधिक लोग एकत्रित नहीं हो सकते. वहीं दूसरी ओर सरकार ही अपने ही दिशा-निर्देशों को अपने ऊपर लागू करने में असमर्थ नजर आ रही है.
दरअसल, करनाल में तीन दिवसीय पशु मेले का आयोजन किया गया. इस मेले में ना केवल कई प्रकार के पशुओं के साथ हजारों किसानों ने भाग लिया. वहीं पहले दिन मेले में कृषि मंत्री जेपी दलाल, दूसरे दिन खुद प्रदेश के मुखिया मनोहर लाल खट्टर, तो अब तीसरे दिन रविवार को केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान मेले में पहुंचे.
पहले दिन जब कृषि मंत्री जेपी दलाल से ये सवाल किया गया था कि भीड़-भाड़ वाले कार्यक्रम क्यों किए जा रहे हैं, तो जेपी दलाल ने सवाल को टाल दिया था. जब दूसरे दिन सीएम मनोहर लाल से ये सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा कि सभी सावधानियां बरती जा रही हैं.
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अब जब पशु मेले के तीसरे दिन केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान से ये सवाल किया गया कि प्रदेश के गृह मंत्री द्वारा भीड़भाड़ के कार्यक्रमों और रैलियों को ना करने के निर्देश दिए गए हैं, तो उन्होंने तर्क देते हुए कहा के इतना मत डरो भाई. पैनिक होने की जरूरत नहीं है केवल सावधानी बरतें.
तीन दिवसीय पशु मेले के बाद सरकार की कार्यशैली पर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं. एक तरफ तो सरकार बड़े कार्यक्रम और रैलियों पर रोक लगाने की बात कह रही है. तो दूसरी तरफ खुद मुख्यमंत्री, कैबिनेट मंत्री और केंद्रीय मंत्री नियम तोड़ते नजर आ रहे हैं. साथ ही ऐसे कार्यक्रमों में हजारों लोगों को भी इकट्टा किया जा रहा है, जो कि मौजूदा हालात में किसी बड़े खतरे से कम नहीं है.
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