करनाल: देशभक्ति सिर्फ सीमा पर लड़ना ही नहीं, समय से अपना टैक्स चुकाना भी है. इसी टैक्स से देश के विकास की राह आसान होती है. 'एक देश एक टैक्स' जब से लागू हुआ है तब से टैक्स देने वालों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है. ऐसा हम नहीं बल्कि करनाल से मिले ताजा आकंड़े बोल रहे हैं.
जीएसटी से बढ़ी पारदर्शिता
ऐसा होने से सरकार के राजस्व में भी वृद्धि हुई है. आज जीएसटी को लागू हुए पूरे 2 साल हो चुके हैं. इसे व्यापारियों ने देश हित में बताया है. व्यापारियों का कहना है कि जीएसटी के आने से व्यापार में ईमानदारी और पारदर्शिता आई है. व्यापार करना पहले से सरल हो गया है. टैक्स की चोरी रुकने से देश के विकास में तेजी आई है.
क्रांतिकारी कदम जीएसटी
वहीं करनाल के उप-आबकारी और कराधान आयुक्त आनंद सिंह ने बताया कि यह सरकार का क्रांतिकारी कदम है. इससे व्यापार करना बेहद सरल हो गया है. शुरुआत में समझ ना होने से कुछ समस्याएं जरूर हुई लेकिन अब सब ठीक हो गया है.
दुकानदार और व्यापारी जीएसटी में रजिस्टर्ड हो रहे हैं. लोग ईमानदारी से अपना व्यापार कर रहे हैं. इससे विभाग की परेशानियां भी काफी कम हुई हैं. आने वाले समय में इनमें कुछ और सुधार होने की संभावना है.
जीएसटी ना भरने वालों के लिए कारण बताओ नोटिस
जीएसटी से किसी को कोई परेशानी ना हो इसके लिए विभाग ने हेल्पलाइन नंबर जारी किया है, जिस पर कोई भी फोन कर अपनी समस्या का समाधान पा सकता है. विभाग ने पिछले 2 से 4 महीनों के लिए रिटर्न दाखिल नहीं करने वालों के लिए 294 फार्म्स को कारण बताओ नोटिस जारी किया है और 10 दिनों में जवाब मांगा है. ऐसा न करने पर विभाग जीएसटी नंबर रद्द कर देगा.