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देश में GST के पूरे हुए दो साल, सरकार की चारों तरफ हो रही वाहवाही

सरकार के 'एक देश एक टैक्स' GST को लागू किए पूरे 2 साल हो गए हैं. इस टैक्स को जहां विपक्ष गब्बर सिंह टैक्स बता रहा था. वहीं अब उपभोक्ता इसे सरकार का ईमानदार कदम बता रहे हैं.

करनाल आबकारी विभाग
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Published : Jul 1, 2019, 6:27 PM IST

करनाल: देशभक्ति सिर्फ सीमा पर लड़ना ही नहीं, समय से अपना टैक्स चुकाना भी है. इसी टैक्स से देश के विकास की राह आसान होती है. 'एक देश एक टैक्स' जब से लागू हुआ है तब से टैक्स देने वालों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है. ऐसा हम नहीं बल्कि करनाल से मिले ताजा आकंड़े बोल रहे हैं.

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जीएसटी से बढ़ी पारदर्शिता

ऐसा होने से सरकार के राजस्व में भी वृद्धि हुई है. आज जीएसटी को लागू हुए पूरे 2 साल हो चुके हैं. इसे व्यापारियों ने देश हित में बताया है. व्यापारियों का कहना है कि जीएसटी के आने से व्यापार में ईमानदारी और पारदर्शिता आई है. व्यापार करना पहले से सरल हो गया है. टैक्स की चोरी रुकने से देश के विकास में तेजी आई है.

क्रांतिकारी कदम जीएसटी

वहीं करनाल के उप-आबकारी और कराधान आयुक्त आनंद सिंह ने बताया कि यह सरकार का क्रांतिकारी कदम है. इससे व्यापार करना बेहद सरल हो गया है. शुरुआत में समझ ना होने से कुछ समस्याएं जरूर हुई लेकिन अब सब ठीक हो गया है.

दुकानदार और व्यापारी जीएसटी में रजिस्टर्ड हो रहे हैं. लोग ईमानदारी से अपना व्यापार कर रहे हैं. इससे विभाग की परेशानियां भी काफी कम हुई हैं. आने वाले समय में इनमें कुछ और सुधार होने की संभावना है.

जीएसटी ना भरने वालों के लिए कारण बताओ नोटिस

जीएसटी से किसी को कोई परेशानी ना हो इसके लिए विभाग ने हेल्पलाइन नंबर जारी किया है, जिस पर कोई भी फोन कर अपनी समस्या का समाधान पा सकता है. विभाग ने पिछले 2 से 4 महीनों के लिए रिटर्न दाखिल नहीं करने वालों के लिए 294 फार्म्स को कारण बताओ नोटिस जारी किया है और 10 दिनों में जवाब मांगा है. ऐसा न करने पर विभाग जीएसटी नंबर रद्द कर देगा.

करनाल: देशभक्ति सिर्फ सीमा पर लड़ना ही नहीं, समय से अपना टैक्स चुकाना भी है. इसी टैक्स से देश के विकास की राह आसान होती है. 'एक देश एक टैक्स' जब से लागू हुआ है तब से टैक्स देने वालों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है. ऐसा हम नहीं बल्कि करनाल से मिले ताजा आकंड़े बोल रहे हैं.

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जीएसटी से बढ़ी पारदर्शिता

ऐसा होने से सरकार के राजस्व में भी वृद्धि हुई है. आज जीएसटी को लागू हुए पूरे 2 साल हो चुके हैं. इसे व्यापारियों ने देश हित में बताया है. व्यापारियों का कहना है कि जीएसटी के आने से व्यापार में ईमानदारी और पारदर्शिता आई है. व्यापार करना पहले से सरल हो गया है. टैक्स की चोरी रुकने से देश के विकास में तेजी आई है.

क्रांतिकारी कदम जीएसटी

वहीं करनाल के उप-आबकारी और कराधान आयुक्त आनंद सिंह ने बताया कि यह सरकार का क्रांतिकारी कदम है. इससे व्यापार करना बेहद सरल हो गया है. शुरुआत में समझ ना होने से कुछ समस्याएं जरूर हुई लेकिन अब सब ठीक हो गया है.

दुकानदार और व्यापारी जीएसटी में रजिस्टर्ड हो रहे हैं. लोग ईमानदारी से अपना व्यापार कर रहे हैं. इससे विभाग की परेशानियां भी काफी कम हुई हैं. आने वाले समय में इनमें कुछ और सुधार होने की संभावना है.

जीएसटी ना भरने वालों के लिए कारण बताओ नोटिस

जीएसटी से किसी को कोई परेशानी ना हो इसके लिए विभाग ने हेल्पलाइन नंबर जारी किया है, जिस पर कोई भी फोन कर अपनी समस्या का समाधान पा सकता है. विभाग ने पिछले 2 से 4 महीनों के लिए रिटर्न दाखिल नहीं करने वालों के लिए 294 फार्म्स को कारण बताओ नोटिस जारी किया है और 10 दिनों में जवाब मांगा है. ऐसा न करने पर विभाग जीएसटी नंबर रद्द कर देगा.

Intro:जीएसटी से आसान व व्यापार, जीएसटी के पूरे हुए 2 साल, विभाग ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर, करनाल में रिटर्न भरने वालों की संख्या में हुआ इजाफा, रेवन्यू भी बढ़ा ।


Body:देशभक्ति सिर्फ सीमा पर लड़ना ही नहीं अपितु समय पर अपना टैक्स चुकाना भी देशभक्ति है । इसी टैक्स से देश के विकास की राह आसान होती है ।"एक देश एक टेक्स "जब से लागू हुआ है तब से जीएसटी में रजिस्टर्ड होने वालों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है । यही नहीं पहले के मुकाबले सरकार के राजस्व में उल्लेखनीय वृद्धि भी हुई है ।

आज जीएसटी को लागू है पूरे 2 साल हो चुके हैं । इससे व्यापार और व्यापारियों पर क्या असर हुआ है इस पर सेल टैक्स विभाग ने एक वक्तव्य जारी कर इसे देश व आमजन के हित में बताया । करनाल के उप आबकारी और कराधान आयुक्त आनंद सिंह ने कहा कि यह एक क्रांतिकारी कदम है और इससे व्यापार करना बेहद सरल हो गया है । शुरुआत में समझ ना होने से कुछ समस्याएं जरूर हुई लेकिन अब सब ठीक हो गया है । दुकानदार और व्यापारी जीएसटी में रजिस्टर्ड हो रहे हैं और इमानदारी से अपना व्यापार कर रहे हैं । इससे विभाग की परेशानियां भी काफी कम हुई है । उन्होंने कहा कि आने वाले समय में इनमें कुछ और सुधार होने की संभावना है । जीएसटी से किसी को कोई परेशानी ना हो इसके लिए विभाग ने हेल्पलाइन नंबर जारी किया है जिस पर कोई भी फोन कर अपनी समस्या का समाधान पा सकता है । उन्होंने बताया कि विभाग ने पिछले 2 से 4 महीनों के लिए रिटर्न दाखिल नहीं करने वालों के लिए 294 फार्म को कारण बताओ नोटिस जारी किया है और 10 दिनों में जवाब मांगा है, अन्यथा उनका जीएसटी नंबर भी रद्द कर दिया जाएगा । आनंद सिंह ने कहा कि जीएसटी नियमों के अनुसार जीएसटी नंबर लेने वाले प्रत्येक पंजीकृत फर्म को मासिक आधार पर रिटर्न दाखिल करना होता है । ऐसा करने में विफल रहने पर उन पर जुर्माना लगाया जाता है ।




Conclusion:वीओ - व्यापारी पियूष गुप्ता ने बताया जीएसटी के आने से व्यापार में ईमानदारी और पारदर्शिता आई है यही नहीं व्यापार करना पहले से सरल हो गया है टैक्स की चोरी रोकी है राजसव बनने से देश में विकास में तेजी आई है

बाइट - करनाल के उप आबकारी और कराधान आयुक्त - आनंद सिंह

बाइट - संजय मदान - एडवोकेट सेल टैक्स

बाइट - पियूष गुप्ता - व्यापारी
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