करनाल: मंगलोरा गांव के पास दो सगे भाई यमुना नदी में बह गए. दोनों भाई अपने परिवार के साथ नहर पर घूमने के लिए आए थे. जैसे ही दोनों नहर में नहाने के लिए गए तो बहाव तेज होने की वजह से वो बह गए. बच्चों के पिता ने दोनों को बचाने की कोशिश भी की, लेकिन वो कामयाब नहीं हो पाए. दोनों भाई अपने पिता की आंखों के सामने यमुना में समा गए. इसके बाद बच्चों के पिता ने पुलिस को फोन कर दोनों बच्चों को डूबने की जानकारी दी.
सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और गोताखोरों की मदद से दोनों बच्चों की तलाश में जुट गई. गोताखोरों की तरफ से दोनों भाईयों को ढूंढने का अभियान जारी है. खबर लिखे जाने तक दोनों भाइयों में से किसी का भी पता नहीं चला है. परिजनों ने बताया कि वो करनाल जिले के तरावड़ी कस्बे के रहने वाले हैं. उनका परिवार घूमने के लिए यमुना पर आया था. दोनों भाईयों के पिता मेजर सिंह ने बताया कि उसके पास 3 बच्चे हैं. उसके दो बड़े बेटे और एक छोटी बेटी है.
यमुना में बहने वाले बड़े बेटे का नाम सागर है. जिसकी उम्र 18 साल है. वो आईआईटी मद्रास से कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई कर रहा था. छोटे बेटे का नाम सुशांत है. जिसकी उम्र करीब 15 साल है. वो दसवीं कक्षा में पढ़ाई करता था. उनकी बेटी बाहर खड़ी थी, जबकि उसके दोनों बेटे नहाने के लिए यमुना में गए थे. इसी दौरान वो यमुना के तेज पानी के बहाव में बह गए. इस हादसे के कारण परिवार का रो-रो कर बुरा हाल है. जैसे ही इसकी जानकारी आसपास के लोगों को मिली तो वो भी मौके पर पहुंचे और यमुना में ढूंढने का प्रयास किया, लेकिन अभी तक भी दोनों लड़कों को यमुना में खोजा नहीं गया है.
गोताखोरों ने बताया कि जिस जगह पर दोनों लड़के डूबे हैं वहां पर गहराई ज्यादा है और पानी का बहुत तेज है, इसलिए वो जैसे ही यमुना में नहाने के लिए उतरे तो एकदम से वो गहराई में जा पहुंचे और तेज बहाव में बह गए. गोताखोरों को भी तेज बहाव और गहराई में सर्च अभियान चलाने में काफी परेशानी हो रही है. वहीं स्थानीय पुलिस के द्वारा पीड़ित परिवार के बयान पर मामला दर्ज कर लिया गया है. पुलिस गोताखोरों की मदद से दोनों लड़कों को यमुना में ढूंढने का प्रयास कर रही है. लेकिन सर्च अभियान में अभी तक दोनों भाइयों मे से किसी का भी सुराग नहीं लग पाया है.