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करनाल में गन्ना किसानों ने खोला सरकार के खिलाफ मोर्चा, पिराई सीजन में गन्ने का दाम बढ़ाने की मांग

प्रदर्शन कर रहे किसानों ने कहा कि प्रदेश सरकार किसानों की अनदेखी करके उन्हें आंदोलन करने के लिए मजबूर कर रही है.उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार ने उनकी मांग नहीं मानी तो किसान आंदोलन करने को मजबूर हो जाएगा.

करनाल में गन्ना किसानों का प्रदर्शन
करनाल में गन्ना किसानों का प्रदर्शन
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Published : Feb 1, 2020, 8:29 PM IST

करनाल: गन्ने की चालू पेराई सीजन में दाम ना बढ़ाए जाने को लेकर भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले करनाल में किसान पंचायत का आयोजन किया गया. जिसमें प्रदेश से आए किसानों ने हिस्सा लिया और राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.

गन्ना किसान की सरकार के खिलाफ नाराजगी बढ़ती जा रही है. किसान नेताओं ने आरोप लगाया है कि बीजेपी सरकार ने लगातार 6 साल के शासनकाल के दौरान सिर्फ 30 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि की है, जो उपज लागत के हिसाब से नाकाफी है. किसानों ने कहा गन्ने की पैदावार करने के खर्चे में इजाफा हुआ है, इसलिए सरकार को चालू पेराई सीजन में दाम बढ़ाने चाहिए.

गन्ना किसानों ने खोला सरकार के खिलाफ मोर्चा

ये भी पढ़िए: कैथल: दूसरे दिन भी बैंकों की हड़ताल जारी, कर्मचारी बोले- जनता की लड़ाई लड़ रहे हैं

भाकियू के जिला प्रवक्ता सुरेंद्र सांगवान ने कहा कि प्रदेश सरकार किसानों की अनदेखी करके किसानों को आंदोलन करने के लिए मजबूर कर रही है.उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार ने उनकी मांग नहीं मानी तो किसान आंदोलन करने को मजबूर हो जाएगा.

'सरकार बढ़ाए गन्ने का दाम'
वहीं भाकियू की महिला प्रवक्ता किसान नीलम राणा ने कहा कि सरकार सभी चीजों के रेट बढ़ा रही है, लेकिन किसानों के गन्ने के मूल्य में कोई भी वृद्धि नहीं की गई है.उन्होंने मांग करते हुए कहा है कि गन्ने का भाव सीजन के लिए 340 से बढ़ाकर 400 रुपये प्रति क्विंटल किया जाना चाहिए ताकि किसान भी अपने परिवार का पालन पोषण कर सकें.

करनाल: गन्ने की चालू पेराई सीजन में दाम ना बढ़ाए जाने को लेकर भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले करनाल में किसान पंचायत का आयोजन किया गया. जिसमें प्रदेश से आए किसानों ने हिस्सा लिया और राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.

गन्ना किसान की सरकार के खिलाफ नाराजगी बढ़ती जा रही है. किसान नेताओं ने आरोप लगाया है कि बीजेपी सरकार ने लगातार 6 साल के शासनकाल के दौरान सिर्फ 30 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि की है, जो उपज लागत के हिसाब से नाकाफी है. किसानों ने कहा गन्ने की पैदावार करने के खर्चे में इजाफा हुआ है, इसलिए सरकार को चालू पेराई सीजन में दाम बढ़ाने चाहिए.

गन्ना किसानों ने खोला सरकार के खिलाफ मोर्चा

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भाकियू के जिला प्रवक्ता सुरेंद्र सांगवान ने कहा कि प्रदेश सरकार किसानों की अनदेखी करके किसानों को आंदोलन करने के लिए मजबूर कर रही है.उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार ने उनकी मांग नहीं मानी तो किसान आंदोलन करने को मजबूर हो जाएगा.

'सरकार बढ़ाए गन्ने का दाम'
वहीं भाकियू की महिला प्रवक्ता किसान नीलम राणा ने कहा कि सरकार सभी चीजों के रेट बढ़ा रही है, लेकिन किसानों के गन्ने के मूल्य में कोई भी वृद्धि नहीं की गई है.उन्होंने मांग करते हुए कहा है कि गन्ने का भाव सीजन के लिए 340 से बढ़ाकर 400 रुपये प्रति क्विंटल किया जाना चाहिए ताकि किसान भी अपने परिवार का पालन पोषण कर सकें.

Intro:गन्ने के चालू पेराई सीजन में दाम ना बढ़ाए जाने को लेकर भारतीय किसान यूनियन के तत्वाधान में प्रदेश भर में किया जा रहा है ,आंदोलन भाकियु के बैनर तले किसानों ने करनाल सहकारी शुगर मिल के बाहर किसान पंचायत को आयोजन करते हुए प्रदेश में शासित गठबंधन सरकार के खिलाफ किया रोष प्रदर्शन ।


Body:गन्ना किसान की सरकार के खिलाफ नाराजगी बढ़ती जा रही है । किसान नेताओं ने आरोप लगाया है कि भाजपा की सरकार ने लगातार 6 साल के शासनकाल के दौरान मात्र ₹30 प्रति क्विंटल की वृद्धि की है जो उपज लागत के हिसाब से नाकाफी है जबकि गन्ने की पैदावार करने के खर्चे में इजाफा हुआ है । ऐसे में गन्ने की खेती घाटे का सौदा बन गई है जिसकी ओर सरकार का ध्यान नहीं है । भारतीय किसान यूनियन की मांग करने के बावजूद सरकार अनदेखी कर रही है । किसानों में रोष बढ़ता जा रहा है जिसका खामियाजा सरकार को भुगतना पड़ेगा ।


Conclusion:जिला प्रवक्ता सुरेंद्र सांगवान ने कहा कि प्रदेश की सरकार किसानों की अनदेखी करके किसानों को आंदोलन करने के लिए मजबूर कर रही है । उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार के खिलाफ किसान आंदोलन जारी रहेगा । भारतीय किसान यूनियन महिला प्रवक्ता किसान नीलम राणा ने कहा कि सरकार सभी चीजों के रेट बढ़ा रही है लेकिन किसानों की उनकी फसल गन्ना का मूल्य में कोई भी वृद्धि नहीं की गई है । उन्होंने मांग करते हुए कहा है कि गन्ने का भाव सीजन के लिए 340 से बढ़ाकर ₹400 प्रति क्विंटल किया जाए ताकि किसान भी अपने परिवार का पालन पोषण कर सकें। उन्होंने कहा है कि भारतीय किसान यूनियन ने के दाम को लेकर लगातार शांतिप्रिय तरीके से आंदोलन कर रही है लेकिन सरकार मूक बनी हुई है ।
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