करनाल: हरियाणा में अध्यापकों के तबादले को लेकर विरोध प्रदर्शन लगातार जारी (Students protest in karnal) है. करनाल में अध्यापक न होने से बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है. स्कूलों में पर्याप्त टीचर न होने से छात्रों और ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन किया है. इसके साथ ही ग्रामीणों ने टीचर ट्रांसफर पॉलिसी का भी विरोध जताया है. ग्रामीणों का कहना है कि टीचर कम होने से बच्चों के सिलेबस पीछे छूटे जा रहे हैं. ग्रामीणों ने कहा कि अगर ऐसा ही रहा तो उनके बच्चों का कौन पढ़ाएगा.
बता दें कि सरकारी स्कूलों में बेहतर शिक्षा का हवाला देकर सरकारी विभाग छात्रों के दाखिले तो कर लेती है लेकिन जब टीचर का ट्रांसफर होता है और रिक्त पदों पर किसी टीचर की नियुक्ति नहीं होती तो छात्रों को मजबूरन सड़कों पर उतरना पड़ता है. ऐसा ही नजारा सोमवार को करनाल के घिड गांव में देखने को (protest of students in Ghid village of Karnal) मिला.
![Students protest in karnal](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/16414354_teacher.jpg)
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय की छात्राओं ने स्कूल के बाहर विरोध प्रदर्शन किया और रास्ता जाम कर दिया. सरकार से सिर्फ एक ही मांग छात्रों ने की है कि उनके स्कूल में टीचरों की संख्या पूरी करें. नहीं तो विरोध प्रदर्शन यूं ही जारी रहेगा. छात्रों ने बताया कि उनके स्कूल में मौजूदा समय में टीचर ट्रांसफर पॉलिसी (teacher transfer policy in haryana) के चलते दो ही टीचर रह गए हैं.
छात्रा ने बताया कि आने वाली 29 तारीख से उनके पेपर शुरू होने हैं, लेकिन अभी तक उनका सिलेबस ही पूरा नहीं हो पाया है. 12वीं की पढ़ाई वालों के लिए सबसे ज्यादा दिक्कत है. बोर्ड की पढ़ाई के लिए पांच छह महीने में कैसे सिलेबस पूरा होगा. छात्रों ने कहा कि हमे कहा जा रहा है कि कल अगले दिन टीचर आ जाएंगे. छात्रों ने कहा कि जब तक टीचर नहीं आ जाते वह धरने से नहीं उठेंगे.
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छात्रों का कहना है कि सरकार बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है. प्रिंसिपल ने बताया कि 2 महीने पहले टीचरों की रिक्वायरमेंट डाली गई थी लेकिन अभी तक कोई टीचर नहीं (lack of teacher in karnal) आया. ग्रामीणों और छात्रा ने करीब 2 घंटे तक करनाल घिड मार्ग पर जाम लगाकर रखा. जाम की सूचना मिलने पर पुलिस दल बल के साथ मौके पर पहुंची और आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने जाम खोला.