करनाल: अनलॉक-4 का ऐलान होने के बाद हरियाणा की सरकार ने प्रदेश में कक्षा 9 से 12 तक के स्कूलों को खोलने की घोषणा की है. प्रदेश में 9वीं से 12वीं तक की कक्षा में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को स्वेच्छा से स्कूल में परामर्श के लिए आने की अनुमति दी गई है. इसके लिए प्रदेश सरकार ने एक एसओपी यानी मानक संचालन प्रक्रिया जारी की है.
अभिभावकों से लिखित अनुमति के बाद छात्र आ सकेंगे स्कूल
सरकार ने कहा है कि एसओपी का अनुपालन पूरी सख्ती से कराया जाएगा और इसका उल्लंघन करने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई भी की जाएगी. करनाल के जिला शिक्षा अधिकारी रविंद्र चौधरी ने बताया की सरकार की तरफ से जारी पत्र के मुताबिक, 21 सितंबर से नॉन कंटेनमेंट जोन में रहने वाले 9वीं से 12वीं कक्षा तक के छात्र स्वेच्छा से अपने अध्यापकों से परामर्श और मार्गदर्शन पाने के लिए अपने अभिभावकों की लिखित अनुमति के बाद स्कूल आ सकेंगे. कोरोना के मद्देनजर सभी प्राइवेट और सरकारी स्कूलों के अध्यापकों को आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करना और कोरोना टेस्ट करवाना अनिवार्य होगा.
स्कूल स्टाफ के सैम्पल ले रहा है स्वास्थ्य विभाग
सरकार ने एसओपी के अनुसार, स्कूलों के समय और अन्य डिटेल्स की जानकारी छात्रों को देने के लिए कहा है. स्कूलों से कहा गया है कि वो छात्रों को आपसी समन्वय से उनसे मिलने आने का समय बताएं ताकि निर्धारित संख्या में छात्र स्कूल आ सकें. उधर स्वास्थ्य विभाग की एक टीम स्कूल स्टाफ के सेम्पल लेने के लिए तैनात कर दी गई है.
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