करनाल: इंद्री इलाके में सड़कों की बदहाली के चलते राहगीर बेहाल हैं. क्षेत्र के कई गांवों से गुजरते हुए यूपी जाने वाले मार्ग पर जानलेवा गड्ढे हादसों को न्योता दे रहे हैं. बरसात के समय यहां सड़कें तालाब की तरह नजर आती है. इसे प्रशासन की अनदेखी कहें या फिर क्षेत्र के लोगों की उदासीनता लेकिन इसका खामियाजा करनाल व इंद्री क्षेत्र के लोगों को भुगतना पड़ रहा है.
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इन दिनों इंद्री क्षेत्र में लोग टूटी-फूटी सड़कों की बदहाली के चलते आंसू बहाने को मजबूर हैं, क्योकि इंद्री क्षेत्र के कई गांवों की सड़कें राहगीरों के चलने के लायक नहीं है. हर सड़क पर कहीं नालियां तो कहीं पुलिया टूटी हुई है. सड़कों पर इतने बड़े व भयंकर गड्ढे हो चुके हैं कि बरसात होने पर वो छुप जाते हैं और आने जाने वाले लोग हादसों के शिकार बन जाते हैं. वैसे तो इंद्री क्षेत्र में पिछले काफी वर्षो से विकास के लिए काफी रुपये भी खर्च किए जा चुके हैं, लेकिन क्षेत्र की बदहाली को देखकर ऐसा लगता है कि इंद्री क्षेत्र का विकास केवल कागजों तक ही सीमित है.
बड़ा गांव, घीड, शेरगढ़ टापू व अन्य कई गावों से होती हुई यह सड़क उतर प्रदेश से सहारनपुर, हरिद्वार से जुड़ती है. लोगो का कहना है कि जहां अब उत्तर प्रदेश की सड़कें मलाई जैसी हो गई है. उतनी ही हरियाणा की सड़कों की हालत खस्ता हो चुकी है. इस सड़क की हालत इतनी खराब हो चुकी है कि लोग यहां से आना-जाना ही छोड़ रहे हैं.
इलाका वासी राजेंद्र कुमार ने बताया कि हरियाणा की सड़कों का बहुत बुरा हाल है. पहले उत्तर प्रदेश की ऐसी सड़कें होती थी. लेकिन अब हरियाणा की सड़कें बद हालात में हैं ओर उतर प्रदेश की सड़कें चकाचक हो चुकी है. बरसात के पानी से सड़कों में हुए बड़े-बड़े भयंकर गड्ढों से बहुत से लोग घायल हो रहे हैं. राहगीर जमील का कहना है कि पिछले 5 सालों से इस सड़क के हालात नहीं बदले हैं. इस सड़क की हालत बहुत ही दयनीय है. आज तक भी इसका सुधार नहीं हो पाया है. यह सड़क जिला करनाल के कई गांवों से होते हुई उतर प्रदेश के सहारनपुर, हरिद्वार, देहरादून से जुड़ती है.
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व्यापार जगत से जुड़े हुए तरुण और नीरज गर्ग का कहना है कि उनको प्रतिदिन इसी सड़क से निकलना होता है. कई बार इस सड़क को लेकर प्रशासन को अवगत कराया गया. लेकिन आश्वासन के अलावा उन्हें कुछ नहीं मिला. सिर्फ कागजों में काम हो रहा है. लेकिन सड़कों की मरम्मत होती दिखाई नहीं दे रही है. उन्होंने मांग करते हुए कहा है कि सरकार इस पर ध्यान दें और जल्द इस सड़क को बनवाने का काम शुरू करें. इसी सड़क पर हादसे का शिकार हुए दीपक ने बताया कि यह सड़क उत्तर प्रदेश के कई बड़े शहरों को जोड़ती है. सड़क की हालत खराब होने की वजह से खुद दुर्घटना का शिकार हो चुके हैं.
जब इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से बात की गई, तो उन्होंने कहा कि इंद्री विधायक रामकुमार कश्यप ने सड़क की खराब हालत के बारे में उन्हें अवगत कराया है. सीएम ने कहा कि सड़कों का काम ऐसा विषय है, जो बनती भी रहती हैं और टूटती भी रहती हैं. सड़क के कार्य लगातार चलते रहते हैं. एक सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसा नहीं है कि उत्तर प्रदेश की सड़कें अच्छी हैं, हरियाणा की सड़कें अच्छी नहीं है. ऐसा नहीं होता हरियाणा की भी सड़कें अच्छी है और अच्छी बनेगी, कार्य 2 दिन आगे पीछे हो सकता है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी प्राथमिकता पहले सड़कों की मरम्मत करना, दूसरा सड़कों को चौड़ा कारण करना और तीसरी प्राथमिकता नई सड़कों को बनाना है. सड़कों का जाल इस प्रकार से बना हुआ है कहीं नेशनल हाईवे, कहीं पर स्टेट हाईवे तो कहीं जिला मार्ग है. कोई भी गांव ऐसा छूटा नहीं है, जहां पर सड़क न बनी हो.
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