करनालः सीएम सिटी करनाल में एक बार फिर मिलावटखोरी का उदाहरण देखने को मिला है. जहां दो दिन पहले बनी सड़क ही टूट कर बिखर गई. आरोप है कि अधिकारियों और ठेकेदारों के बीच मिलीभगत का खेल चलता है. जिसके कारण निर्माण कार्य के दौरान घटिया सामग्री इस्तेमाल की जाती है. ग्रामीणों की मांग है कि इस मामले में गृह मंत्री संज्ञान लें और मामले की जांच करवांए.
2 दिन में सड़क ने दिया जवाब
मामला करनाल के जनेसरो गांव का है, जहां पुलिया से गोरगढ़ जाने वाली सड़क 2 दिन पहले ही बनाई गई थी. लेकिन जनेसरो पुलिया से गोरगढ़ जाने वाली सड़क किसी मंत्री के चुनावी वादों की तरह ही खोखली पड़ी है. हालात ये हैं कि दो दिन पहले बनी ये सड़क फूल के पत्तों की तरह बिखर चुकी है. सड़क में जगह-जगह गड्ढे बन गए हैं. ऐसे में कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है.
6 महीने भी नहीं चलेगी सड़क
सड़क निर्माण में खराब मैटिरियल डाले जाने की वजह से ये सड़क टूटनी शुरू हो गई है. दो दिन में ही सड़क के टूटने से ग्रामीणों में भारी रोष है. ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि अधिकारी और ठेकेदार मिलीभगत से सड़क निर्माण में घटिया सामान इस्तेमाल करते हैं.
ऐसे में सड़क निर्माण के लिए दिए गए बाकी पैसे अपनी-अपनी जेबों में भर लेते हैं. ग्रामीणों ने कहा कि ये सड़क इतने मैटेरियल से 6 महीने भी नहीं चलेगी. जिससे आने जाने वालों को काफी नुकसान भुगतना पड़ सकता है. क्योंकि ये सड़क आए दिन हादसों को न्यौता देती नजर आएगी.
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अधिकारियों और ठेकेदारों के बीच सांठ-गांठ का खेल
ग्रामीण बलवान चोपड़ा ने कहा कि जनसरो से गोरगढ़ जाने वाले सड़क अभी दो दिन पहले बनी थी. सड़क में अधिकारियों की मिलीभगत से घटिया सामग्री लगने से सड़क जगह-जगह से टूटनी शुरू हो गई है. उन्होंने कहा कि ये सड़क पीब्ल्यूडी के अधिकारियों द्वारा बनाई गई है.
उन्होंने कहा कि पीब्ल्यूडी विभाग की दोबारा बनाई गई सड़क बनने से पहले ही टूटनी शुरू हो गई है. इस सड़क के अंदर नियमानुसार जितना मेटेरियल डालना था वो नहीं डाला गया जिस कारण यो सड़क 2 दिन में टूटनी शुरू हो गई है.
उच्चस्तरीय जांच की मांग
ग्रामीणों ने गृहमंत्री अनिल विज से गुहार लगाई है कि इस सड़क का सैंपल भरवाया जाए और उच्च स्तरीय अधिकारियों से इसकी जांच करवाई जाए. इस दौरान लापरवाही और मिलावटखोरी वाले अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए. उनकी मांग है कि इस सड़क की दोबारा बनवाया जाए ताकि कोई भी किसी प्रकार के हादसे का शिकार ना हो सके.