करनालः सरकार भले ही शिक्षा और स्कूलों के स्तर को ऊंचा करने की बात करती हो, लेकिन ये दावे खोखले और कोरा साबित होता दिखाई दे रहे हैं. हरियाणा के करनाल जिले के कई सरकारी स्कूलों में पावर कट की नौबत आ गई है.
करोड़ों रुपये में बाकी हैं बिजली के बिल
शिक्षा विभाग की बड़ी लापरवाही के चलते करनाल जिले के कई स्कूलों के बिजली के बिल ब्याज दर ब्याज लगने के बाद एक करोड़ रुपए की रकम तक पहुंच गए हैं. दरअसल प्रशासन की तरफ से प्रति स्कूल मात्र तीन हजार रुपये बिजली के बिल के लिए मिलते हैं, लेकिन स्कूलों का बिल हजारों में आता है, जिसके कारण बिजली के बिल नहीं भरे जाते और ब्याज दर ब्याज लगने के बाद आज करोड़ों रुपये तक पहुंच गए हैं.
बिजली काटने की तैयारी में बिजली विभाग
स्कूलों के बकाए बिजली बिल को लेकर बिजली विभाग अब सख्त हो चुका है और स्कूलों के कनेक्शन काटने और मीटर उखाड़ने की तैयारी भी कर ली है.
सरकार से बजट की मांग कर रहे अधिकारी
वहीं शिक्षा अधिकारी का कहना है कि इसके लिए सरकार से एक करोड़ रुपये के बजट की मांग की गई है, जिसके लिए 4 से 5 बार हेड ऑफिस में लिखा भी गया है. लेकिन अभी तक इसके ऊपर कोई भी कार्यवाही नहीं हुई है, जिसका खामियाजा जिले के कई स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे और स्कूल स्टाफ को भुगतना पड़ रहा है.
3 साल से स्कूलों को नहीं मिला है बिजली बिल का बजट
वहीं मामले में जब शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुर्जर से बात की गई तो उन्होंने कहा कि हमने इस मामले में कार्यवाही कर दी है, बहुत जल्द स्कूलों को बजट मिल जाएगा. पिछले 3 सालों से शिक्षा विभाग की ओर से स्कूलों को बिजली बिल का बजट ही नहीं दिया गया. जिसके चलते स्कूलों के बिजली के बिल ना भरे जाने से कई स्कूलों के कनेक्शन कटने की नौबत आ गई है. अब देखना होगा कि आने वाले समय में अधिकारियों और राजनेताओं की ओर से दिए गए आश्वासन पर कितना अमल होता है.
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