करनाल: सीएम सिटी करनाल में अपराधियों पर लगाम लगाने और बदमाशों को जल्द काबू करने के लिए पुलिस ने जिले में 3300 सीसीटीवी लगाने की योजना तैयार की है. इसको लेकर एसपी ने खाका तैयार कर लिया है. जिले में 17 पुलिस थाने हैं, हर थाना क्षेत्र में 300-300 सीसीटीवी लगवाने का लक्ष्य रखा गया है. इसको लेकर पुलिस लोगों को जागरूक करने का अभियान भी चलाएगी.
कैमरे लगवाने का कार्य इसी महीने इंद्री से शुरू होगा और धीरे-धीरे सभी जगहों पर शुरू किया जाएगा. इस पूरे प्रोजेक्ट को लेकर छह महीने का समय रखा गया है.
क्या है थानों की स्थिती?
- पूरे जिले में 17 पुलिस थाने हैं
- दो महिला थाने और एक हाईवे थाना है
- हर थाने में 300 सीसीटीवी कैमरे लगेंगे
- इस समय जिले में 6021 निजी और सरकारी सीसीटीवी हैं
फिलहाल नगर निगम क्षेत्र में 26 जगहों पर 129 सीसीटीवी कैमरे लगे हैं. इनकी मदद से पुलिस अपराधी तक पहुंचती है, लेकिन अभी भी कई ऐसे स्थान हैं जहां पर सीसीटीवी कैमरे ही नहीं है. इनमें निजी और सरकारी दोनों तरह से कैमरे शामिल हैं. स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत शहर में पांच जगहों पर 320 सीसीटीवी कैमरे और लगाए जाएंगे.
सीसीटीवी कैमरों की सहायता से ये मामले सुलझे
पहला मामला 21 मई को शहर में हुई सबसे बड़ी लूट की वारदात के आरोपियों को पकड़ने में सीसीटीवी कैमरे की सबसे बड़ी भूमिका रही. सेक्टर-9 स्थित मकान नंबर 928 में जब नौकर अपने दोस्तों के साथ लूट की वारदात को अंजाम देने के लिए घर में घुसा था तो वह सीसीटीवी कैमरे में कैद हो था.
दूसरा मामला, डॉक्टर हत्याकांड में भी सीसीटीवी कैमरों से काफी सहायता मिली क्योंकि आरोपी वारदात से पहले सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गए थे. इससे पुलिस को आरोपियों को पहचाने में कोई समय नहीं लगा. सीसीटीवी फुटेज मिलने से साफ हो गया कि डॉक्टर की हत्या पवन ने ही की थी.
लाखों रूपये की लूट के मामले बैंको के अंदर बाहर भी हुए है हालांकि बैंक में सीसीटीवी कैमरे लगे होते हैं, लेकिन चोर उसकी डीवीआर साथ ले जाते हैं. यदि बैंक के आसपास सीसीटीवी कैमरे लगे होते तो वो चोर भी आज पुलिस की गिरफ्त में होते.