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अब अपराधियों की खैर नहीं ! करनाल में पहरा देंगे 3300 CCTV कैमरा

करनाल में पुलिस प्रशासन ने अपराधियों पर लगाम लगाने के लिए नई रणनीति तैयार की है. दरअसल पुलिस प्रशासन ने पूरे जिले में 3300 सीसीटीवी कैमरे लगाने की योजना बनाई है. जिससे बढ़ते अपराध पर लगाम लगाई जा सकेगी. पढ़िए योजना को कैसे किया जाएगा पूरा.

सीसीटीवी कैमरा
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Published : Jul 23, 2019, 8:20 PM IST

करनाल: सीएम सिटी करनाल में अपराधियों पर लगाम लगाने और बदमाशों को जल्द काबू करने के लिए पुलिस ने जिले में 3300 सीसीटीवी लगाने की योजना तैयार की है. इसको लेकर एसपी ने खाका तैयार कर लिया है. जिले में 17 पुलिस थाने हैं, हर थाना क्षेत्र में 300-300 सीसीटीवी लगवाने का लक्ष्य रखा गया है. इसको लेकर पुलिस लोगों को जागरूक करने का अभियान भी चलाएगी.

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कैमरे लगवाने का कार्य इसी महीने इंद्री से शुरू होगा और धीरे-धीरे सभी जगहों पर शुरू किया जाएगा. इस पूरे प्रोजेक्ट को लेकर छह महीने का समय रखा गया है.

क्या है थानों की स्थिती?

  • पूरे जिले में 17 पुलिस थाने हैं
  • दो महिला थाने और एक हाईवे थाना है
  • हर थाने में 300 सीसीटीवी कैमरे लगेंगे
  • इस समय जिले में 6021 निजी और सरकारी सीसीटीवी हैं

फिलहाल नगर निगम क्षेत्र में 26 जगहों पर 129 सीसीटीवी कैमरे लगे हैं. इनकी मदद से पुलिस अपराधी तक पहुंचती है, लेकिन अभी भी कई ऐसे स्थान हैं जहां पर सीसीटीवी कैमरे ही नहीं है. इनमें निजी और सरकारी दोनों तरह से कैमरे शामिल हैं. स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत शहर में पांच जगहों पर 320 सीसीटीवी कैमरे और लगाए जाएंगे.

सीसीटीवी कैमरों की सहायता से ये मामले सुलझे
पहला मामला 21 मई को शहर में हुई सबसे बड़ी लूट की वारदात के आरोपियों को पकड़ने में सीसीटीवी कैमरे की सबसे बड़ी भूमिका रही. सेक्टर-9 स्थित मकान नंबर 928 में जब नौकर अपने दोस्तों के साथ लूट की वारदात को अंजाम देने के लिए घर में घुसा था तो वह सीसीटीवी कैमरे में कैद हो था.

दूसरा मामला, डॉक्टर हत्याकांड में भी सीसीटीवी कैमरों से काफी सहायता मिली क्योंकि आरोपी वारदात से पहले सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गए थे. इससे पुलिस को आरोपियों को पहचाने में कोई समय नहीं लगा. सीसीटीवी फुटेज मिलने से साफ हो गया कि डॉक्टर की हत्या पवन ने ही की थी.

लाखों रूपये की लूट के मामले बैंको के अंदर बाहर भी हुए है हालांकि बैंक में सीसीटीवी कैमरे लगे होते हैं, लेकिन चोर उसकी डीवीआर साथ ले जाते हैं. यदि बैंक के आसपास सीसीटीवी कैमरे लगे होते तो वो चोर भी आज पुलिस की गिरफ्त में होते.

करनाल: सीएम सिटी करनाल में अपराधियों पर लगाम लगाने और बदमाशों को जल्द काबू करने के लिए पुलिस ने जिले में 3300 सीसीटीवी लगाने की योजना तैयार की है. इसको लेकर एसपी ने खाका तैयार कर लिया है. जिले में 17 पुलिस थाने हैं, हर थाना क्षेत्र में 300-300 सीसीटीवी लगवाने का लक्ष्य रखा गया है. इसको लेकर पुलिस लोगों को जागरूक करने का अभियान भी चलाएगी.

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कैमरे लगवाने का कार्य इसी महीने इंद्री से शुरू होगा और धीरे-धीरे सभी जगहों पर शुरू किया जाएगा. इस पूरे प्रोजेक्ट को लेकर छह महीने का समय रखा गया है.

क्या है थानों की स्थिती?

  • पूरे जिले में 17 पुलिस थाने हैं
  • दो महिला थाने और एक हाईवे थाना है
  • हर थाने में 300 सीसीटीवी कैमरे लगेंगे
  • इस समय जिले में 6021 निजी और सरकारी सीसीटीवी हैं

फिलहाल नगर निगम क्षेत्र में 26 जगहों पर 129 सीसीटीवी कैमरे लगे हैं. इनकी मदद से पुलिस अपराधी तक पहुंचती है, लेकिन अभी भी कई ऐसे स्थान हैं जहां पर सीसीटीवी कैमरे ही नहीं है. इनमें निजी और सरकारी दोनों तरह से कैमरे शामिल हैं. स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत शहर में पांच जगहों पर 320 सीसीटीवी कैमरे और लगाए जाएंगे.

सीसीटीवी कैमरों की सहायता से ये मामले सुलझे
पहला मामला 21 मई को शहर में हुई सबसे बड़ी लूट की वारदात के आरोपियों को पकड़ने में सीसीटीवी कैमरे की सबसे बड़ी भूमिका रही. सेक्टर-9 स्थित मकान नंबर 928 में जब नौकर अपने दोस्तों के साथ लूट की वारदात को अंजाम देने के लिए घर में घुसा था तो वह सीसीटीवी कैमरे में कैद हो था.

दूसरा मामला, डॉक्टर हत्याकांड में भी सीसीटीवी कैमरों से काफी सहायता मिली क्योंकि आरोपी वारदात से पहले सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गए थे. इससे पुलिस को आरोपियों को पहचाने में कोई समय नहीं लगा. सीसीटीवी फुटेज मिलने से साफ हो गया कि डॉक्टर की हत्या पवन ने ही की थी.

लाखों रूपये की लूट के मामले बैंको के अंदर बाहर भी हुए है हालांकि बैंक में सीसीटीवी कैमरे लगे होते हैं, लेकिन चोर उसकी डीवीआर साथ ले जाते हैं. यदि बैंक के आसपास सीसीटीवी कैमरे लगे होते तो वो चोर भी आज पुलिस की गिरफ्त में होते.

Intro:करनाल जिले में तीसरी आँख के पहरे को दी जाएगी और मजबूती , बढ़ रही क्राइम की बारदातो पर शिकंजा कसने के लिए तीसरे प्रहरी को करनाल पुलिस देगी बढ़ावा , जिले में अपराधियों पर नजर रखेंगे अब और 3300 सीसीटीवी कैमरे, हर थाना क्षेत्र में लगाए जाएंगे 300-300 कैमरे, इंद्री थाने से शुरू होगा सीसीटीवी लगाने का काम शहर और कस्बों की सामाजिक और व्यापारिक संस्थाओं के साथ मिलकर भी कैमरे लगवाएगी पुलिस , प्रत्येक थाने के हिसाब से 300 कैमरे लगाने पर यह संख्या 10 हजार के हो जायेगी पार , इस समय जिले में 6021 सीसीटीवी कैमरे (निजी और सरकारी) कर रहे है जिले की निगरानी।
Body:स्मार्ट सिटी करनाल में अपराधों पर लगाम लगाने और बदमाशों को जल्द काबू करने के लिए पुलिस ने जिले में 3300 सीसीटीवी लगाने की योजना तैयार की है। इसको लेकर एसपी ने खाका तैयार कर लिया है। जिले में 17 पुलिस थाने हैं, प्रत्येक थाना क्षेत्र में 300-300 सीसीटीवी लगवाने का लक्ष्य रखा गया है। इसको लेकर पुलिस लोगों को जागरूक करने का अभियान भी चलाएगी, साथ ही शहर और कस्बों की सामाजिक और व्यापारिक संस्थाओं के साथ मिलकर कैमरे लगवाएगी। कैमरे लगवाने का कार्य इसी माह इंद्री से शुरू होगा और धीरे-धीरे सभी जगहों पर शुरू किया जाएगा। इस पूरे प्रोजेक्ट को लेकर छह माह का समय रखा गया है।

Conclusion:वीओ 1 - जिले में फिलहाल 17 थाने हैं। इनमें दो महिलाओं के और एक हाईवे थाना है। प्रत्येक थाने के हिसाब से 300 कैमरे लगाने पर यह संख्या 10 हजार के पार हो जाएगी, क्योंकि इस समय जिले में 6021 सीसीटीवी कैमरे (निजी और सरकारी) हैं। पुलिस को उम्मीद है कि ऐसा होने के बाद कोई भी अपराधी वारदात को अंजाम देने के बाद फरार नहीं हो पाएगा और जल्द काबू कर लिया जाएगा।

सिटी में 320 सीसीटीवी कैमरे और लगाए जाएंगे

वीओ 2 - फिलहाल नगर निगम क्षेत्र में 26 जगहों पर 129 सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। इनकी मदद से पुलिस अपराधी तक पहुंचती है, लेकिन अभी भी कई ऐसे स्थान हैं जहां पर सीसीटीवी कैमरे ही नहीं है। इनमें निजी और सरकारी दोनों तरह से कैमरे शामिल हैं। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत शहर में पांच जगहों पर 32 सीसीटीवी कैमरे और लगाए जाएंगे। इन कैमरों से भी पुलिस को आरोपियों को पकडऩे में मदद मिलेगी। ये वे स्थान हैं जिनके आसपास काफी वारदातें हो चुकी हैं। सामाजिक संस्थाओं और संगठन को देना होगा सहयोग जिले में चप्पे-चप्पे पर सीसीटीवी कैमरे लगवाने के इस प्रोजेक्ट में सामाजिक संस्थाओं व संगठन का अहम रोल है। ये कैमरे उनके सहयोग से ही लगाए जाएंगे। इसके साथ ही कॉलोनी के चौक पर भी सीसीटीवी कैमरे लगाने के लिए कॉलोनीवासियों को जागरूक किया जाएगा। यह जिम्मेदारी थाना प्रभारी की होगी। इंद्री में नगरपालिका शहर में सीसीटीवी कैमरे लगवाने जा रही है।


वीओ - जिन-जिन थाना क्षेत्र में 300-300 सीसीटीवी कैमरे लगवाए जाएंगे। उनका कंट्रोल रूम थाना परिसर व चौकी परिसर में बनाया जाएगा ताकि वारदात होते ही पुलिस सीसीटीवी फुटेज खंगालकर आरोपी की पहचान कर सके और पता लगा सके की आरोपी किस हो भागा है।

सीसीटीवी कैमरों की सहायता से ये मामले सुलझे

पहला मामला 21 मई को शहर में हुई सबसे बड़ी लूट की वारदात के आरोपियों को पकडऩे में सीसीटीवी कैमरे की सबसे बड़ी भूमिका रही।
सेक्टर-9 स्थित मकान नंबर 928 में जब नौकर अपने दोस्तों के साथ लूट की वारदात को अंजाम देने के लिए घर में घुसा था तो वह सीसीटीवी कैमरे में कैद हो था। इसके साथ ही आरोपी सड़क पर लगे सीसीटीवी कैमरे में भी कैद हो गए थे।दूसरा मामला, डॉक्टर हत्याकांड में मिली सहायता,डॉक्टर हत्याकांड में भी सीसीटीवी कैमरों से काफी सहायता मिली क्योंकि आरोपी वारदात से पहले सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गए थे। इससे पुलिस को आरोपियों को पहचाने में कोई समय नहीं लगा। सीसीटीवी फुटेज मिलने से साफ हो गया कि डॉक्टर की हत्या पवन ने ही की थी।

लाखो रूपये की लूट के मामले बैंको के अंदर बाहर भी हुए है हालांकि बैंक में सीसीटीवी कैमरे लगे होते है लेकिन चोर उसकी डीवीआर साथ ले जाते है । यदि बैंक के आसपास सीसीटीवी कैमरे लगे होते तो चोर भी आज पुलिस की गिरफ्त में होते।

जिले में हर थाना क्षेत्र में 300-300 सीसीटीवी कैमरे लगाने के लिए थाना प्रभारियों की जिम्मेदारी लगाई जाएगी, ताकि अपराधियों को पहचाना जाए और उन्हें पकड़ा जाए। शहर में लगे सीसीटीवी कैमरों से कई वारदातें सुलझी हैं। इसके लिए वीरवार को सभी थाना प्रभारियों व चौकी प्रभारियों के साथ मीटिंग की जाएगी। मेरी शहरवासियों से भी अपील है कि वे घरों और प्रतिष्ठानों के बाहर ज्यादा से ज्यादा संख्या में सीसीटीवी कैमरे जरूर लगवाएं। इनसे अपराधियों को काबू करने में बड़ी मदद मिलती है।

बाईट - सुरेंद्र सिंह भौरिया, एसपी करनाल।
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