करनाल: हरियाणा में कोरोना काल के बाद पासपोर्ट बनाने वालों की तादाद काफी बढ़ गई है. करोना काल के बाद अब काफी समय से पासपोर्ट का कार्य फिर से शुरू हो गया है, लेकिन अब लोगों को इसमें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. वेटिंग बढ़ने के कारण लोगों की चिंताएं भी बढ़ गई है. पासपोर्ट धारकों की संख्या बढ़ने से आवेदकों की (People facing problems for passport in haryana) परेशानी बढ़ गई है.
पासपोर्ट के लिए लंबा इंतजार: हरियाणा जोन के पासपोर्ट केंद्रों पर सत्यापन के लिए इंतजार पड़ रहा है। वहीं, तत्काल में पासपोर्ट बनवाने के लिए डेड महीने से दो महीने तक की तारीख दी जा रही है. हरियाणा क्षेत्र में प्रतिदिन करीब 3000 पासपोर्ट सामान्य और तत्काल पासपोर्ट सत्यापित किए जाते हैं. आवेदक का फोटो पासपोर्ट केंद्र पर लिया जाता है. इसके बाद पासपोर्ट संबंधित पुलिस थाना से चरित्र सत्यापन के बाद स्पीड पोस्ट से घर आता है. (People facing problems for passport in haryana)
करनाल और अंबाला में लगी लंबी कतार: पासपोर्ट कार्यालय करनाल और अम्बाला की अगर बात करें तो, पासपोर्ट सेवा केंद्र में पासपोर्ट बनवाने वालों की संख्या में इतनी बढ़ोतरी हुई है कि अब उन्हें ऑनलाइन आवेदन के बाद तीन से छह महीने बाद का अपॉइंटमेंट मिल रहा है. यह स्थिति अकेले करनाल (Passport Office in karnal) की ही नहीं है बल्कि अम्बाला और चंडीगढ़ कार्यालय में भी है, लेकिन सूबे में सबसे ज्यादा अपॉइंटमेंट की वेटिंग करनाल और अम्बाला में देखी जा रही है.
एक दिन में बनते हैं 300 पासपोर्ट: करनाल पासपोर्ट सेवा केंद्र से महीने के औसतन 20 दिन सेवाएं दी जाती हैं. हर दिन 300 आवेदक ऑनलाइन अपॉइंटमेंट लेकर अपने दस्तावेज सत्यापन और पासपोर्ट बनाने के लिए तय वक्त पर आते हैं. सभी के दस्तावेज देखने के बाद औसतन 300 पासपोर्ट हर दिन बनाए जा रहे हैं. वहीं 100 आवेदन के आस पास हर दिन तकनीकी कमियों के कारण रह जाते हैं. खामियां पूरी करके दोबारा ऑनलाइन अपॉइंटमेंट लेकर आना पड़ता है.
पासपोर्ट सेंटर पर लगी लंबी कतारें: कोरोना संक्रमण की पहली लहर में लॉकडाउन के कारण तकरीबन साढ़े तीन माह तक पासपोर्ट ऑफिस बंद रहा. दूसरी लहर के दौरान मई माह में पूरा एक माह काम काज बंद रहा. लोगों ने कोरोना संक्रमण का टीका भी लगवा लिया है. ऐसे में विदेश जाने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है. वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि पासपोर्ट के लिए स्लॉट बुक नहीं किए जा रहे हैं. (Passport Office in haryana)
वर्तमान में सामान्य पासपोर्ट की प्रतीक्षा अवधि 6 महीने से अधिक है. अगर आपको तत्काल विदेश यात्रा करने के लिए पासपोर्ट चाहिए तो लंबा इंतजार करना पड़ सकता है. सिटी के पासपोर्ट सेवा केंद्र पर तत्काल पासपोर्ट के लिए अप्लाई करने वालों की लंबी कतार लग रही है. वहीं, टाइम मिलने के बाद भी कागजी वेरिफिकेशन में काफी समय लग जा रहा है.
हरियाणा में विदेश जाने वालों की होड़: तत्काल पासपोर्ट आपको पहले 7 दिनों में ही मिल जाता था लेकिन उसके लिए भी अब लंबा इंतजार करना पड़ रहा है.आलम ये है कि अब कैटेगरी में अप्लाई करने वालों की संख्या और बढ़ती जा रही है. वहीं, टाइम लेने के लिए लोगों को महीनों तक लगातार ट्राई करना पड़ रहा है. साथ ही कैंडिडेट्स की इस बढ़ती संख्या की वजह से सेवा केंद्र के सर्वर पर भी लोड बढ़ रहा है जो समस्या का कारण बनता जा रहा है.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट: विजा एक्सपर्ट का कहना है कि पहले पंजाब से ज्यादा युवा बाहर जाते थे. लेकिन अब हरियाणा से भी काफी संख्या में युवा और उनसे बड़ी उम्र के लोग बाहर जा रहे हैं. विदेश में जाने के लिए आईलेट्स करने की आवश्यकता होती है. ऐसे में अगर करनाल कुरुक्षेत्र जिले की बात करें पूरे हरियाणा में यह दो जिले आइलेट्स केंद्रों के हब बन गए हैं. करनाल कुरुक्षेत्र दोनों जिलों से हर महीने 1000 से 1500 लोग विदेशों में जा रहे हैं.
पासपोर्ट बनाने वालों ने कहा: पासपोर्ट बनाने वालों का कहना है कि उन्होंने पासपोर्ट बनवाना था. इसलिए उन्होंने यहां पर जब अप्लाई किया तो अपॉइंटमेंट 5-6 महीने तक शो हो रही है. ऐसे में चेतन ने शिमला की अपॉइंटमेंट ली जहां पर 1 महीने के अंदर पासपोर्ट बन कर आ गया. वहीं, अंकुश ने जयपुर की अपॉइंटमेंट ली जो 1 सप्ताह बाद की मिल गई.
सीएससी सेंटर संचालक ने कहा: CSC संचालक ने बताया कि लोगों को अपना नया पासपोर्ट अप्लाई करना है. वह उनके पास अपॉइंटमेंट लेने के लिए आते हैं. सीएससी सेंटर करनाल के गांव बड़थल में है जहां पर करीब 8 से 10 हजार की आबादी है. इस अकेले गांव में 1 महीने में 50 से 60 लोग पासपोर्ट के लिए अप्लाई कर रहे हैं.
हरियाणा में रोजगार की कमी!: विदेशों में अच्छा पैसा कमाने के लिए युवा और बाकि लोग भी विदेशों की तरफ रुख कर रहे हैं. प्रदेश में आलम ये है कि अब विदेश जाने के मामले में हरियाणावारियों ने पंजाब को भी पीछे दिया है. जिसके चलते जिन लोगों को अपना नया पासपोर्ट बनवाना है. उनको पासपोर्ट बनवाने के लिए काफी लंबा इंतजार करना पड़ रहा है.
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