करनाल: किसानों के धान की कटाई का समय पूरे जोरों पर है, लेकिन सरकार ने अभी तक हरियाणा में धान की सरकारी खरीद शुरू नहीं (paddy crop purchase haryana) की है. जिससे किसानों में काफी रोष है. वहीं पहले सरकार कह रही थी कि 1 अक्टूबर से धान की सरकारी खरीद अनाज मंडियों में शुरू हो जाएगी, लेकिन 30 सितंबर को ही देर रात एक नोटिफिकेशन आता है जिसमें यह बोला जाता है कि हरियाणा में धान की सरकारी खरीद 1 अक्टूबर की बजाए 11 अक्टूबर से शुरू होगी, जिससे किसानों में भारी रोष है.
किसानों का कहना है कि हमें नहीं पता था कि सरकार ने धान खरीद की तारीख आगे बढ़ा दी है. अब हम भारी संख्या में ट्रैक्टर ट्राली में भरकर अपना अनाज यहां मंडी में लेकर आ गए हैं, लेकिन अब सरकारी कंप्यूटराइज गेटपास काटने की बजाय मैनुअल गेट पास काटा जा रहा है और उसके बाद भी हमारी धान की खरीद नहीं हो रही. जिलेभर की अनाज मंडियों का यही हाल है. जहां भारी संख्या में ट्रैक्टर ट्रॉली में धान लेकर किसान अनाज मंडियों के गेट के बाहर लंबी-लंबी लाइनों में खड़े हैं, लेकिन सरकारी खरीद के लिए कोई भी नहीं आ रहा जिससे किसानों में भारी रोष है.
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किसानों ने कहा कि हमने अपने धान की फसल का पंजीकरण भी करवाया गया है, जो मेरा फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर करवाया जाता है और हमें 1 तारीख का अपनी धान की फसल मंडी में बेचने के लिए लेकर आने के लिए मैसेज भी आया हुआ है, लेकिन अब एकदम से सरकार ने तारीख आगे बढ़ा दी जिससे किसानों के सामने एक बड़ी समस्या खड़ी हो गई है.
किसानों ने कहा कि सरकार ने जो धान की सरकारी खरीद का समय बढ़ाया है यह बिल्कुल गलत है क्योंकि धान की कटाई अब जोरों पर है और 11 अक्टूबर तक तो आधा सीजन खत्म हो जाएगा तब तक किसान खेत में कैसे अपना अनाज रखें. क्योंकि हर रोज बारिश भी हो रही है, लेकिन फिर भी किसानों की पीड़ा समझने वाली सरकार अभी सो रही है.
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गौरतलब है कि हरियाणा में धान की फसल पककर तैयार हो चुकी है. लिहाजा किसान धान की फसल को लेकर मंडियों में पहुंच रहे हैं. हालांकि अभी तक सरकारी खरीद शुरू नहीं हुई है. पहले 1 अक्टूबर से धान खरीद शुरू होनी थी. वहीं सरकार ने अब 11 अक्टूबर से धान की खरीद का नोटिफिकेशन निकाला है. इसके बाद भी भारी संख्या में किसान धान की फसल को लेकर मंडियों में पहुंच रहे हैं. कई-कई दिन से किसानों की फसल मंडियों में पड़ी है.