करनाल: करनाल के युवक को विदेश में नई टेक्नोलॉजी सीखने जाना उस समय महंगा पड़ गया जब वह फर्जी एजेंट के चक्कर में फंस गया. आरोपियों ने उसे अमेरिका भेजने की बजाय पहले उसे अजरबैजान भेज दिया. इसके बाद से आरोपियों ने उसके परिजनों से अमेरिका भेजने का झांसा देकर लाखों रुपए ऐंठ लिए. वारदात करनाल के जबाला गांव निवासी प्रदीप के साथ हुई है. जहां उसे बंधक बनाकर आरोपियों ने एक करोड़ रुपए की डिमांड की है. जिस पर उसके भाई ने अब असन्ध थाने में आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कराया है. पुलिस ने शिकायत के आधार पर एक महिला सहित 6 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
देश के युवा विदेशों की तरफ ज्यादा आकर्षित हो रहे हैं. चाहे विदेश में जाकर डॉलर में कमाई करनी हो या फिर वहां की नई टेक्नोलॉजी सीखने की ललक हो. युवाओं को पराए देश में भेजने के लिए एजेंट भी बैठे रहते हैं, जिनमें से कुछ सही तरीके से काम करते हैं, तो कुछ ने विदेश भेजने की आड़ में करनाल में धोखाधड़ी का धंधा चला रखा है. विदेश भेजने का झांसा देकर यह लोग लाखों रुपए ऐंठ लेते हैं.
कई बार तो यहां से जाने वाले युवक इनके जाल में फंसकर बंधक तक बन जाते हैं, ऐसे में विदेशी जमीन पर फंसे अपने बच्चों को बचाने के लिए मां-बाप अपनी जमीन तक बेच देते हैं. कोई रास्ता नहीं मिलने पर वे पुलिस को शिकायत करते हैं. असंध के जबाला निवासी सतपाल सिंह ने ऐसा ही एक मामला दर्ज कराया है.
पढ़ें: गुरुग्राम में ट्रेन हादसा, शताब्दी की तेज रफ्तार से ट्रैक पर खड़ी गार्ड बोगी चलकर मालगाड़ी से टकराई
करनाल के युवक को विदेश में बनाया बंधक: शिकायतकर्ता ने एजेंट पर आरोप लगाया कि उसके भाई प्रदीप को अमेरिका में विजिटिंग विजा पर भेजने की बजाए अजरबैजान भेज दिया गया. जहां पर उसे बंधक बना लिया गया है और उसे छोड़ने की एवज में आरोपियों ने लाखों रुपए ऐंठ लिए. इतना ही नहीं, उन्होंने रुपए न भेजने पर उसे जान से मारने की आशंका भी जताई है. शिकायतकर्ता सतपाल सिंह ने बताया कि उनकी असंध सफीदों रोड पर महादेव नाम से डेयरी है. उसका भाई प्रदीप व दुपेडी गांव निवासी उसका दोस्त अमरजीत डेयरी उद्योग को और बेहतर तरीके से आगे बढ़ाने के लिए जानकारी हासिल करने विदेश जाना चाहते थे.
उसकी व उसके भाई की बात अमृतपाल सिंह (अमृतपाल सिंह की माता नरेन्द्र कौर) निवासी बंसत विहार करनाल के साथ हुई थी. जिसने बताया कि अमेरिका में बड़ी-बड़ी डेयरियां हैं और आधुनिक मशीनों से कम खर्च में बढ़िया काम होता है, ज्यादा मुनाफा होता है. आरोपियों ने उसके भाई को अमेरिका भेजने के लिए प्रेरित किया और अपने एक जानकार ममता पत्नी विक्रम सिंह व विक्रम सिंह पुत्र भगत सिंह निवासी विद्या नगर भिवानी से फोन पर उनकी बात करवाई और बताया कि विक्रम सिंह अजरबैजान देश का है.
शिकायतकर्ता ने शिकायत में बताया है कि विक्रम ने उसके भाई को अजरबैजान देश में अपने पास बुला लिया, खुद ही सारी कागजी कार्रवाई की. उसके भाई व उसके दोस्त अमरजीत का अजरबैजान का विजा घर भिजवा दिया और खर्च के नाम पर 15 दिसंबर को 8 लाख 24 हजार 800 रुपए शमशेर सिंह पुत्र चन्दगी राम निवासी सिवन के खाते में डलवा लिए. जिसके बाद उसका भाई व दोस्त दिल्ली से अजरबैजान पहुंच गए. यहां दोनों को करीब 20 से 25 दिन हो चुके थे. आरोप है कि जब से उसका भाई वहां गया हुआ है तब से विक्रम सिंह अलग-अलग तारीखों में उसके भाई से झूठ बोलकर अमेरिका भेजने के नाम पर पैसे मांगता रहा, इस उन्होंने रुपए भी भेज दिए.
पढ़ें: रेवाड़ी में दंबगों की गुंडागर्दी, व्यापारी से हाथापाई कर छीने 19 हजार रुपये
इन तारीखों में डाले लाखों रुपए: शिकायतकर्ता ने बताया है कि उसने पिछले साल 26 दिसंबर को तीन लाख, 27 दिसंबर को दो लाख व साढ़े तीन लाख, इस वर्ष दो जनवरी को 6 लाख 33 हजार, तीन जनवरी को 12 लाख, 9 जनवरी को आठ लाख व 10 लाख, 10 जनवरी को 6 लाख 24 हजार, 13 जनवरी को 11 लाख, 27 जनवरी को 8 लाख 42 हजार रुपए अलग-अलग खातों में ट्रांसफर करवाए.
शिकायतकर्ता ने बताया कि 16 जनवरी की रात करीब तीन बजे उसके पास व्हाट्सऐप कॉल आई, जिसमें कॉलर ने बताया कि वह उसके भाई प्रदीप का दोस्त बोल रहा है और उसके भाई को विक्रम सिंह कहीं ले गया है. इसके बाद व्हाट्सऐप कॉल से उन्होंने एक करोड़ रुपए की डिमांड करते हुए भाई को जान से मारने की धमकी दी. शिकायतकर्ता ने पुर्तगाल में रहने वाले तरसेम, शेरसिंह, दीपक मोगा, ममता, अमृतपाल को साजिशकर्ता बताया है.
व्हाट्सऐप कॉल के बाद से ही उसके भाई के साथ उसका संपर्क नहीं हो पाया है. ऐसे में उन्होंने विक्रम पर अपने भाई की हत्या करने की आशंका भी जताई है. असन्ध थाना पुलिस करनाल ने शिकायत के आधार पर एक महिला सहित छह लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है. जांच अधिकारी श्री भगवान ने बताया कि धोखाधड़ी की शिकायत मिली है, शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.